जजगी को ग्राम पंचायत बनाने सैकड़ों ग्रामीणों ने छत्तीसगढ़ शासन से किया माँग।

जजगी को ग्राम पंचायत बनाने सैकड़ों ग्रामीणों ने छत्तीसगढ़ शासन से किया माँग।

नयाभारत सितेश सिरदार:–सरगुजा जिला के विकासखंड उदयपुर के अंतर्गत आने वाला गांव जजगी को स्थानीय ग्राम वासियों के द्वारा लगातार दो दिनों से गांव में आम सभा बैठक रखकर ग्राम पंचायत जजगा से जजगी को अलग ग्राम पंचायत बनाने का सामूहिक निर्णय लेकर प्रस्ताव पारित किया गया।आजादी के पिछले 70 वर्षों से जजगी ग्राम पंचायत जजगा का हिस्सा बना हुआ है जिसके वजह से जजगी में मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति,ग्राम विकास जैसे कार्य पूर्ण रूप से सफल नहीं हो पा रहा है। ग्राम पंचायत जजगा में कुल 18 वार्ड है और 8 पारा में बंटा हुआ है जिसका भूभाग,क्षेत्रफल बहुत बड़ा है और ग्राम में बड़ी आबादी निवासरत है। ग्राम जजगा और जजगी के बीच में सरगुजा की सबसे बड़ी नदी रेड़ नदी गुजरती है जिसका चौड़ाई लगभग 500 मीटर है जिसके वजह से ग्राम पंचायत जजगा दो भागों में बटा हुआ है,ग्राम जजगा में ग्राम पंचायत भवन,पीडीएस भवन, हाई स्कूल भवन,पटवारी मुख्यालय भवन,गौठान का निर्माण हुआ है,जिसके कारण जजगा में ग्राम सभा एवं अन्य पंचायती बैठक,विभागीय बैठक, पटवारी से संबंधित कार्य,खाद्यान्न सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन वितरण,चॉइस सेंटर जैसे सुविधा एवं हाई स्कूल तक शिक्षा ग्रहण करने के लिए बच्चों को जजगा जाना पड़ता है। सरपंच,रोजगार सहायक,पटेल, चौकीदार जजगा में निवास करते हैं और पटवारी,सचिव,कृषि विभाग के अधिकारी भी पंचायत भवन,पटवारी भवन जजगा में होने के कारण ऑफिस कार्य भी वहीं करते हैं,जिससे जजगी के बुजुर्गों,दिव्यांगों,महिला-पुरुषों, स्कूली बच्चों एवं समस्त ग्राम वासियों को किसी ना किसी कार्य के लिए जजगा रोज आना जाना करना पड़ता है। बरसात और गर्मी के दिनों में जजगी के ग्राम वासियों को लगभग 8 किलोमीटर की दूरी तय करके राशन लेने या पंचायत के आवश्यक कार्यों के लिए आवागमन करना पड़ता है, जिससे बुजुर्ग,दिव्यांग महिला पुरुषों,पेंशनधारियों,स्कूली बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।ग्राम जजगा में बड़ी आबादी होने के कारण सरपंच,सचिव,रोजगार सहायक,पटेल,पटवारी,चौकीदार चॉइस सेंटर,कृषि विभाग के अधिकारियों के माध्यम से शासन प्रशासन द्वारा विभिन्न प्रकार के संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की लाभ जजगी वासियों को पूर्ण रूप से नहीं मिल पाता है और बहुत से गरीब परिवार दूरी एवं जानकारी के अभाव में विशेष योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाते हैं।जजगी गांव का विकास खंड,पोस्ट, तहसील मुख्यालय उदयपुर पड़ता है और जजगा ग्राम के वजह से थाना लखनपुर पड़ता है जिससे थाना संबंधी कार्यों के लिए नजदीकी थाना उदयपुर न जाकर गांव से 15 किलोमीटर दूर लखनपुर जाना पड़ता है किसी भी प्रकार के थाना से संबंधित प्रकरण के लिए ग्राम वासियों को लखनपुर तहसील का चक्कर काटना पड़ता है जिससे समय और आर्थिक नुकसान होता है। जजगी गांव करमकठरा जंगल के किनारे बसा हुआ है और आए दिन जंगली हाथी,भालू,सुअर जैसे खतरनाक जानवरों का आवागमन होते रहता है जिसके बचाव के लिए पंचायत या ब्लॉक स्तर पर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है जिससे ग्रामवासी हमेशा खतरा महसूस करते हैं। युवा सामाजिक कार्यकर्ता कन्हाई राम बंजारा ने बताया कि ग्राम जजगी में वर्तमान समय में लगभग 1200 की जनसंख्या निवासरत है जिसमें मतदाताओं की कुल संख्या लगभग 550 के आसपास है, आने वाला पंचायती चुनाव तक गांव की आबादी और बढ़ जाएगी साथ ही मतदाताओं की संख्या भी लगभग 6 से 700 हो जाएगा इसलिए ग्राम पंचायत जजगा के सरपंच,पंच,डीडीसी,बीडीसी एवं समस्त ग्राम वासियों की उपस्थिति में लगातार दो दिनों तक आम सभा बैठक रखकर मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन एवं जिला कलेक्टर सरगुजा के नाम पर ग्रामपंचायत जजगा से जजगी को अलग करके ग्राम पंचायत बनाने हेतु सामूहिक ज्ञापन तैयार किया गया,साथ ही ग्राम पंचायत जजगा से ग्राम सभा प्रस्ताव पारित कर जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन को प्रेषित करने का निर्णय लिया गया है। शासन प्रशासन की पहल से जजगी को ग्राम पंचायत बना दिया जाता है तो निश्चित ही गांव में चहुमुखी विकास होगी और स्थानीय ग्राम वासियों को सभी प्रकार की योजनाओं एवं सुविधाओं का शत-प्रतिशत लाभ मिलेगा। जजगी के समस्त ग्रामवासी हमेशा शासन-प्रशासन के आभारी रहेंगे। इस आम सभा बैठक का आयोजन सामाजिक कार्यकर्ता शीतलबोध सिंह,रघुवीर दास,कन्हाई राम बंजारा,उत्तम दास,बीडीसी प्रतिनिधि सहदेव राम खांडेकर,उपसरपंच संजय यादव के नेतृत्व में किया गया। बैठक में ग्राम पंचायत जजगा के सरपंच प्रतिनिधि प्रकाश सिंह, घासीराम,दुलेश्वर प्रजापति,राजू सिंह,पवन कुमार,घूरनदास,रामकेश्वर सिंह,दया यादव,पंच मनी प्रसाद,सविता दास,सरोज दास,गणेश राम,गौरी सिंह बंजारा,शांति दास,मानकुवंर दास, रमावती,पनमेश्वरी,रामबाई,प्यारी बंजारा,रघुवीर दास,मुन्ना दास, नंदलाल गुप्ता,सुफल राम, मिथिलेश पोर्ते,बिंदेश्वर सिंह, दुर्गादास,चंपा खांडेकर,सुमित्रा दास,सावित्रीदास,खुशबूदास,पवानो दास,विजय सिंह,पारसराम,सुकुल राम,अदल साय,संतराम,बरनदास,शिवप्रसाद एवं समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे।मंच संचालन सामाजिक कार्यकर्ता कन्हाई राम बंजारा ने किया।