लालसा गरीबी है,लालच दिमाग की सबसे बड़ी गंदगी है, छोटी-से-छोटी लालच भी पाप है, आप कभी भी तरक्की नहीं कर सकते.
Greed is poverty, greed is the biggest filth of the mind,




NBL, 04/06/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. Greed is poverty, greed is the biggest filth of the mind, even the smallest greed is a sin, you can never progress.
संतुष्ट रहकर ही रह सकते हैं खुश, लालसा इंसान की कभी पुरा हुई है ना ही हो पाई है, जीवन भर आपको आपके पाले हुए लालसा चैन से बैठने नहीं देगी, एक के बाद एक आपके लालसा नया जाल बुनते रहते है, और जब समय आयेगे तो आपके लालसा उसी जाल में आपको बुरी तरह से फँसा देगा जिससे आप निकल नहीं पायेंगे, आपके सहायता करने वाले लोग आपको नहीं मिलेगे इतना बड़ा पाप है ये लालसा, पढ़े विस्तार से... हम बाजार में कोई वस्तु बेचने जाते है, और उस वस्तु का वाजिब दाम में ग्राहक को न बेच कर लालसा वश अतिरिक्त दामो मे बेचते हैं, और उस अतिरिक्त पैसे पाकर हम खुश हो जाते है, और उसी लालसा को बढ़ावा देकर नित्यप्रति दिन हम खुश हो जाते है, और जल्द से जल्द धनवान बन जाते है, और इस लालसा के साथ हमारे सभी अच्छाई नष्ट हो जाते है। एक समय ऐसा आया आपके जीवन मे रोग, शोक व पतन जो आपके लालसा के द्वारा कमाये अतिरिक्त धन सब चले गये तो फिर आपके पास क्या बचा जरा मन मे विचार करके देखें, आपके लालसा आपको कहीं का नहीं छोड़ता क्योकी आप तो पहले से अपना धर्म व कर्म दोनों को अतिरिक्त दामो मे बेच चुके है, और आप जैसे लोगों का कोई सहायता करने आगे नहीं आता आप बिल्कुल अकेल पड़ जाते है, क्योकी आप लालसा से भरे पड़े आदमी है, पापी है निष्ठुर है।
लालसा से भरे आदमी कभी सत्य मार्ग मे नहीं चलते, वह हर हमेशा अपने फायदे के बारे मे सोचते हैं, वह अन्य व्यक्ति के भले के बारे मे रत्ती मात्र भी नहीं सोचते। उनके ऊपर एक ही भुत सवार रहते हैं केवल और केवल लालसा कैसे हम फायदे मे रहे, और ये इतना चालाक आदमी होते हैं की इसे कोई अन्य व्यक्ति के सत्य मार्ग पसंद ही नहीं आते और सत्य मार्ग में चलने वाले व्यक्ति को फेलवर समझते है ये लालसा से भरे हुए आदमी। और जब ऐसे व्यक्ति से उपाय पूछ लिया कैसे हमें उबरना है तो उपाय तो बतायेंगे, लेकिन सीधा सरल उपाय नहीं बताएंगे अपने फायदे को डाल कर उपाय बतायेंगे, ताकि उपाय पुछने वाले व्यक्ति उलझे रहे। और इनके लालसा के पूर्ति करने के लिए धक्के खाये उपाय पूछने वाले व्यक्ति। जब इनके लालसा पूरी करने के लिए इनके सामने प्रस्तुत होते हैं, तब वह व्यक्ति उपाय तो बता दिया लेकिन बीच मझधार मे अटकने वाले उपाय जिसमे आपको कोई सफलता नहीं मिलती। इतना खतरनाक होते है ये लालसा से भरें हुए व्यक्ति, बार बार आपसे फायदा कमाने चाहते है।
कुछ इस प्रकार से कोट्टस...
* किसी बात की लालसा करें, वह आपको मिल जाएगी। लालसा छोड़ दें, वह चीज अपने आप आपकी ओर आएगी।
* लालसा का कोई अंत नहीं। संतुष्टि ही खुश रहने का बेहतर तरीका है।
* लालसा गरीबी है। लालसा दिमाग की सबसे बड़ी गंदगी है। छोटी-से-छोटी लालसा भी पाप है।
* कुछ मत मांगो, सारी इच्छाओं का त्याग करो और खुश रहो।
* दिमाग में कोई चाहत पैदा होती है। उसके पूरे होने पर दूसरी चाहत आ जाती है। दोनों चाहतों के बीच का वक्त ही वह वक्त होता है, जब मन पूरी तरह शांत होता है।
* किसी के द्वारा दिए गए जख्म को बच्चों की तरह फौरन भूल जाएं। इसे दिल में कभी न रखें। इससे नफरत बढ़ती है।
* नम्र या विनीत होना कमजोरी या कायरता की निशानी नहीं है।
* बीती गलतियों के बारे में मत सोचो, वरना दिमाग में नकारात्मक बातें और अवसाद ही भरा रहेगा। गलतियों को दोहराने से बचें।
* हर नाकामी में कोई अच्छी बात छुपी होती है, जो आपको अभी नहीं दिखेगी। धीरज रखें। वक्त अपने आप आपको अच्छाई दिखा देगा।
* अगर आप सही बर्ताव के नियम नहीं जानते हैं तो आपका चरित्र निर्माण नहीं हो सकता।
* हर काम में अपना दिमाग, दिल और आत्मा डालो। यही सफलता की कुंजी है।
* आलसी मत बनो। एक मिनट भी बर्बाद मत करो।
* जिंदगी छोटी और क्षणिक है। खुद को पहचानो। मन की शुद्धता ही भगवान को पाने का रास्ता है।
* आज तुम्हारा अपना है। कल शायद न आए।
* जिंदगी का मतलब सिर्फ संघर्ष है। जीत या हार ऊपरवाले के हाथ है इसलिए चलो संघर्ष का जश्न मनाएं।
* असली आध्यात्मिक तरक्की इस पर निर्भर करती है कि आप अंदर से कितने शांत हैं।
* नैतिकता और इसे बरकरार रखनेवाला मजहब और संस्कृति सारे नियम-कानूनों से परे है।