सरकार का बड़ा फैसला: Omicron के खतरे के बीच….अब 15 दिसंबर से नहीं शुरू होंगी इंटरनेशनल फ्लाइट्स, ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण बढ़ाया बैन….जानें कब तक रहेगी रोक….




डेस्क : भारत सरकार (Indian Govt) ने 15 दिसंबर से नियमित अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों (Internation Flights) को फिर से शुरू करने वाले फैसले पर रोक लगा दी है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के खतरे को देखते हुए दुनिया के कई देशों ने पहले ही अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को रद्द कर दिया था, अब भारत भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है। उड़ानों के इस फैसले को फिलहाल के लिए टाल दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुातबिक, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की तरफ से बयान जारी करते हुए कहा कि दुनिया के कई देशों में ओमिक्रॉन वायरस तेजी से फैल रहा है। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू नहीं की जा रही हैं। फिलहाल दुनिया भर के देशों में जो स्थिति बन रही है, उस पर करीब से नजर रखी जा रही है।
अभी हाल ही में कोविड-19 के खतरे को देखते हुए दुनिया के 11 देशों की यात्रा पर रोक लगाने के लिए कहा था। जिसमें 11 देशों के साथ-साथ यूरोप और यूके भी शामिल थे। सरकार ने 14 देशों को छोड़कर अन्य देशों के लिए अंतर्राष्ट्रीय यात्रा की अनुमति दी थी। इन देशों में ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, फिनलैंड, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे और सिंगापुर जैसे देश शामिल थे।
भारत ने किया था कई देशों के साथ एयर बबल समझौता
सरकार ने यनए वेरिएंट को देखते हुए14 देशों में से कई के साथ एयर बबल समझौता किया था। एयर बबल समझौता दो देशों के बीच उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए एक अस्थायी व्यवस्था है। जिसमें दोनों देशों के बीच ही एयर फ्लाइट्स शुरू होती हैं। जो कभी भी रोकी जा सकती हैं।
कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट खतरनाक क्यों?
कोविड-19 वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन तेजी से म्यूटेट होता है। इस नए वैरिएंट को कुछ महीनों पहले पूरी दुनिया में तबाही मचा चुके डेल्टा से भी अधिक खतरनाक बताया जा रहा है, क्योंकि ओमिक्रॉन में अब तक 50 म्यूटेशन हो चुके हैं।
WHO ने इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न की कैटेगरी में रखा है। इसके स्पाइक प्रोटीन में ही 30 म्यूटेशन हो चुके हैं। दरअसल, स्पाइक प्रोटीन के जरिए ही वायरस इंसान की कोशिकाओं में घुसने के रास्ते को खोलता है। वैक्सीन स्पाइक प्रोटीन के खिलाफ ही एंटीबॉडी तैयार करके शरीर को इसके खिलाफ लड़ने के लिए तैयार करती है।