CG में डांस के दौरान छात्रा की मौत: RKC में डांस रिहर्सल के वक्त अचानक बिगड़ी बच्ची की तबीयत, इलाज के दौरान मौत…

CG में डांस के दौरान छात्रा की मौत: RKC में डांस रिहर्सल के वक्त अचानक बिगड़ी बच्ची की तबीयत, इलाज के दौरान मौत… Rajkumar College of Raipur रायपुर के राजकुमार कॉलेज में डांस रिहर्सल के बाद एक बच्ची को सांस लेने में तकलीफ हुई. कॉलेज के डॉक्टर ने बच्ची को निजी अस्पताल रेफर किया.जहां इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई.बच्ची का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है.जबकि पीएम रिपोर्ट आनी बाकी है

CG में डांस के दौरान छात्रा की मौत: RKC में डांस रिहर्सल के वक्त अचानक बिगड़ी बच्ची की तबीयत, इलाज के दौरान मौत…
CG में डांस के दौरान छात्रा की मौत: RKC में डांस रिहर्सल के वक्त अचानक बिगड़ी बच्ची की तबीयत, इलाज के दौरान मौत…

Girl student dies during dance in CG

Rajkumar College of Raipur राजधानी रायपुर के राजकुमार कॉलेज में वार्षिक उत्सव के लिए रिहर्सल के दौरान एक 12 वर्षीय बच्ची की तबीयत अचानक खराब हो गई. जिसे आनन-फानन में एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है. इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई. बच्ची के परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई. जिसके बाद परिजन भी पहुंच गए हैं. आजाद चौक पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है


RKC) स्कूल में अजीब ढंग से महज 12 साल की बच्ची की मौत हो गई। अजीब इस वजह से क्योंकि बच्ची को हुआ क्या ये समझ नहीं आ सका है। मौत से चंद मिनटों पहले बच्ची, स्कूल में अपने साथियों के साथ हंस रही थी, डांस कर रही थी। तभी उसे चक्कर आ गया, बच्ची ने कहा उसे कुछ अच्छा महसूस नहीं हो रहा।


इसके बाद बच्ची बेसुध होने लगी। उसे अस्पताल पहुंचाया गया। बताया जा रहा है कुछ ही देर बाद बच्ची की मौत हो गई। ये घटना मंगलवार रात की है। बच्ची के परिजनों को सूचित किया गया। बुधवार को वो भी पहुंचे बच्ची का शव उन्हें सौंप दिया गया। बच्ची का अंतिम संस्कार कर दिया गया है, हालांकि इससे पहले मौत की गुत्थी सुलझाने के मकसद ये बच्ची का अस्पताल की ओर से पोस्टमार्टम करवाया गया है।


महज 12 साल की बच्ची की मौत कैसे हो गई, स्कूल में भी इस बात को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक बच्ची के फेफड़ों में समस्या थी, उसे सांस लेने में तकलीफ अधिक होने की वजह से उसकी हालत बेहद नाजुक होती चली गई, बच्ची को वेंटीलेटर पर ले जाया गया। मगर उसे बचाया नहीं जा सका। स्कूल प्रबंधन ने इसे मेडिकल मामला बताया है।


राजकुमार कॉलेज इतिहाकारों के मुताबिक 1882 में जबलपुर में सर एंड्रयू ने इसे तैयार करवाया। फिर बोर्डिंग हाउस सुविधाओं के साथ 1894 में कॉलेज को रायपुर स्थानांतरित कर दिया गया। इसका कैंपस 130 एकड़ में है। यह कॉलेज बारहों महीने हरियाली को लेकर सुर्खियों में रहता है। बताया जाता है कि यह एक बेहतरीन घड़ी है, जिसे सारंगढ़ रियासत के राजा जवाहर सिंह ने लगवाई थी।


इतिहासकार आचार्य रमेंद्र नाथ मिश्र ने बताया कि शुरू से ही कॉलेज की शिक्षा प्रणाली देश समेत विश्व भर में विख्यात है। राजाओं, जमींदारों की संतानों को पढ़ाने के लिए यह कॉलेज बनाया गया था। उस समय इसे पूर्वी भारत का सबसे बेस्ट इंग्लिश मीडियम स्कूलों में गिना जाता था। हालांकि नाम कॉलेज है, लेकिन पढ़ाई स्कूल की होती है। नर्सरी से लेकर 12वीं तक यहां स्टूडेंट्स हैं। राजकुमार कॉलेज की संबद्धता काउंसिल ऑफ इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीई) से है। यहां छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार समेत अन्य राज्यों के राजघरानों, जमींदारों के बच्चे पढ़ा करते थे। आज भी कुछ राजपरिवारों के बच्चे यहां पढ़ते हैं।