RAIN NEWS : इन बाँधो के खोले गये गेट…प्रशासन ने जारी किया अलर्ट,देखने उमड़ी पर्यटकों की भीड़ देखिए वीडियो….....
इन बाँधो के खोले गये गेट




खंडवा : बीते दो दिन से तेज बारिश जारी है। बीते 24 घंटे में जिले में 1.39 बारिश रिकॉर्ड हुई। खंडवा सिटी में सवा 5 इंच से ज्यादा बरसात हो चुकी है। हालात यह हैं कि जिले से सटी नर्मदा और शहर से सटी आबना नदी उफान पर है।
इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर और भगवंत सागर डैम के गेट खोल दिए गए है। नर्मदा के खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर उफनने से माेरटक्का ब्रिज बंद कर इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। इधर, खंडवा कलेक्टर ने स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है।
खंडवा शहर की बात करें तो भारी बरसात के कारण सुबह 5 बजे से बिजली सप्लाई बंद है। बारिश और ऊपर से अंधेरे के कारण लोग परेशान है। आबना नदी में उफान आया हुआ है। तीन पुलिया के भीतर निकासी की पूरी क्षमता के साथ पानी का बहाव हो रहा है। स्टेशन रोड, रामेश्वर रोड पर जलभराव हो चुका है। बड़ाबम चौक पर पेड़ गिरने से मंदिर धराशायी हो गया है। पंधाना रोड पर इंडस्ट्रियल एरिया में बस्तियों में जल जमाव हो चुका है। इधर, मौसम विशेषज्ञ डॉ. सौरव गुप्ता बताते है कि, बारिश के यह हालात पूरे सप्ताह तक बरकरार रहेंगे।
इस सीजन में पहली बार इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट खोले गए हैं। इससे नर्मदा में उफान आ गया है। दो दिनों से नर्मदा घाटी के ऊपरी क्षेत्रों में हो रही बारिश और और बरगी तथा तवा बांध के शुक्रवार को 13 गेट खोलने से इंदिरा सागर बांध का जलस्तर अचानक बढ़ गया। रात करीब 1 बजे इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट भी प्रशासन को खोलने पड़े।
ओंकारेश्वर बांध परियोजना प्रमुख धीरेंद्र कुमार द्विवेदी ने बताया कि ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर 196 पहुंचने से जलस्तर नियंत्रण करने के लिए बांध के सभी 23 गेट करीब 6 मीटर तक खोल दिए गए हैं। इससे करीब 30 हजार क्यूमेक्स पानी नर्मदा के निचले क्षेत्र में छोड़ा जा रहा है। वहीं इंदिरा सागर बांध से लगभग 28 हजार क्युमेक्स पानी की आवक हो रही है। वहां पर 20 में से 12 गेट खोले गए हैं। शनिवार सुबह 10 बजे तक ओंकारेश्वर बांध से करीब 37 हजार क्युमेक्स पानी छोड़ा जाएगा।
ओंकारेश्वर और खेड़ीघाट में नर्मदा घाट डूब चुके है। लोगों से अपील है कि वह नर्मदा किनारे ना जाए। मांधाता टीआई बलजीतसिंह बिसेन ने बताया कि, मोरटक्का पुल से आवाजाही रोक दी गई है। नर्मदा के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए ओंकारेश्वर के सभी घाटों पर लोगों को ना जाने की लगातार सूचना दी जा रही है।