भारत में ओमिक्रॉन का चौथा केस:तेज़ी से बढ़ रहा ओमिक्रोन…इन 3 राज्य में कोरोना के ओमिक्रोन वैरियंट के केस मिले….केंद्र ने छह राज्यों को किया अलर्ट, चिट्ठी लिखकर दी हिदायतें……जनिए नए वैरिएंट को लेकर सतर्क रहना कितना जरूरी?

भारत में ओमिक्रॉन का चौथा केस:तेज़ी से बढ़ रहा ओमिक्रोन…इन 3 राज्य में कोरोना के ओमिक्रोन वैरियंट के केस मिले….केंद्र ने छह राज्यों को किया अलर्ट, चिट्ठी लिखकर दी हिदायतें……जनिए नए वैरिएंट को लेकर सतर्क रहना कितना जरूरी?

डेस्क :भारत में ओमिक्रॉन का चौथा केस महाराष्ट्र में मिला है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, वह व्यक्ति साउथ अफ्रीका से मुंबई के पास कल्याण डोंबिवली नगरपालिका एरिया में लौटा था। उसकी उम्र 33 साल है। यह शख्स साउथ अफ्रीका से दुबई, फिर दिल्ली और वहां से मुंबई आया था। इससे पहले ओमिक्रॉन के सबसे पहले दो केस कर्नाटक और एक गुजरात में मिला था।

छह राज्यों में कोरोना से संक्रमण और मौत की सप्ताहिक दर में बढ़ोतरी ने केंद्र को चिंता में डाल दिया है। सरकार ने केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा, मिजोरम और जम्मू-कश्मीर को चिट्‌ठी लिखकर सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने शनिवार को कहा कि सभी राज्यों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए इंटरनेशनल ट्रैवलर्स पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है।

दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मिलने के बाद कर्नाटक में भी गुरुवार को इसके दो मामले सामने आए हैं।वही आज दोपहर में गुजरात में 1 मामला आया। 24 नवंबर को ओमिक्रॉन वैरिएंट के पहले केस की पुष्टि के बाद 3 दिसंबर तक यानी सिर्फ 10 दिनों में ही नया स्ट्रेन 35 देशों तक फैल चुका है। दुनियाभर में अब तक इसके करीब 400 केस सामने आ चुके हैं।
भारत में दूसरी लहर के लिए कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को कारण बताया गया था। नए वैरिएंट की रफ्तार को लेकर एक्सपर्ट्स भी चेतावनी दे चुके हैं कि ओमिक्रॉन डेल्टा स्ट्रेन से भी 10 गुना ज्यादा रफ्तार से फैल सकता है। नए वैरिएंट को लेकर दुनियाभर में खौफ का माहौल है और एक बार फिर से पाबंदियों का दौर भी शुरू हो चुका है।

नए वैरिएंट को लेकर सतर्क रहना कितना जरूरी?

WHO ने तमाम जांच के बाद ओमिक्रॉन को वैरिएंट ऑफ कंसर्न (VOC) कैटेगरी में रखा है। यानी यह वैरिएंट काफी तेजी से फैलता है। यह बताना जरूरी है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट का म्यूटेशन, ट्रांसमिशन की गति और इम्यून सिस्टम को प्रभावित करने की क्षमता को देखकर इसे VOC कैटेगरी में रखा गया है।


वैक्सीन बनाने वाली कंपनी मोर्डना और कई एक्सपर्ट्स इस बात का भी दावा कर रहे हैं कि ओमिक्रॉन वैरिएंट पर मौजूदा वैक्सीन कारगर नहीं है। इस पर कई तरह के दावे हैं लेकिन मौजूदा व्यवस्था के तहत ही इसे रोकने को लेकर काम किया जा रहा है। हालांकि कई कंपनियां इसके बूस्टर डोज को लेकर भी काम कर रही हैं। हालांकि कई सवाल अब भी हैं जिन पर रिसर्च जारी है।