Financial Planning: फाइनेंशियल प्लानिंग करते समय इन 5 बातों का रखें विशेष ध्यान, जिंदगी भर नहीं होगी पैसों की दिक्कत.
Financial Planning: Keep these 5 things in mind while doing financial planning, there will be no money problem throughout life. Financial Planning: फाइनेंशियल प्लानिंग करते समय इन 5 बातों का रखें विशेष ध्यान, जिंदगी भर नहीं होगी पैसों की दिक्कत.




Financial Planning:
हर कोई ऐसी जगह में निवेश करना चाहता है, जहां ज्यादा से ज्यादा रिटर्न मिल सके. कई लोग इसके लिए बड़ा रिस्क उठाने को भी तैयार हो जाते हैं. निवेश जितनी जल्दी शुरू किया जाए, उतना ही अच्छा होता है, लेकिन इस दौरान कई बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है. कई निवेशक बिना किसी प्लानिंग के ही निवेश करना शुरू कर देते हैं. किसी भी तरह के नुकसान से बचने के लिए आपके पास निवेश के एक सही प्लान का होना जरूरी है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि निवेश की शुरुआत से पहले आपको इससे जुड़े कुछ जरूरी नियमों के बारे में जान लेना चाहिए. यहां हमने फाइनेंशियल प्लानिंग से जुड़े पांच अहम नियमों के बारे में बताया है, जिनके बारे में जानना आपके लिए बेहद जरूरी है. (Financial Planning)
खर्च करने से पहले तय करें कितनी करनी है बचत
जिस दिन से आप कमाई शुरू करते हैं, उसी दिन से अपनी सैलरी का एक हिस्सा बचत के रूप में अलग रखना चाहिए. इसके बाद, बची हुई रकम से आप अपनी अन्य जरूरी खर्चों की प्लानिंग कर सकते हैं. आप भले ही कम बचत करें, पर जितनी जल्दी हो सके बचत की शुरुआत कर दें और इसकी आदत डालें. इसका नियम है ‘इनकम-सेविंग = आपका खर्च.’ अगर आपने अपने भविष्य के गोल डिसाइड कर लिए हैं, तो यह पता लगाएं कि उसके लिए कितनी रकम की जरूरत होगी. इस जरूरत के हिसाब ही ही रेगुलर बचत करते रहें. अक्सर लोग पहले खर्च करते हैं और जो बच जाता है उसे भविष्य के लिए जमा करते हैं. यह तरीका गलत है. (Financial Planning)
कितनी करें बचत
आपका अपनी सैलरी का एक हिस्सा बचत के रूप में अलग रख देना चाहिए. आप 5 फीसदी की बचत के साथ शुरुआत कर सकते हैं और समय के साथ इसे सैलरी के 25 या 30 प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं. उम्र के साथ हमारे गोल्स अहम होते जाते हैं, इसलिए आपको अपनी बचत धीरे-धीरे में बढ़ोतरी करनी चाहिए. याद रखें, यहां बचत मतलब है कि अपने पैसे को ऐसी जगहों में निवेश करना जहां हाई रिटर्न मिल सके. इसे बैंक अकाउंट में रखना बचत नहीं है. (Financial Planning)
इमरजेंसी फंड
निवेश शुरू करने से पहले ही सुनिश्चित कर लें कि आपके पास पर्याप्त इमरजेंसी फंड हो. नियम के मुताबिक, सेविंग अकाउंट और शॉर्ट टर्म या लिक्विड फंड में कम से कम छह महीने के खर्च के बराबर अमाउंट इमरजेंसी फंड के तौर पर रखना चाहिए. नौकरी छूटने या मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में यह पैसे आपके काम आएंगे और आपके फाइनेंशियल गोल्स प्रभावित नहीं होंगे. (Financial Planning)
लाइफ कवर
लाइफ कवर की भी परिवार की वित्तीय सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है. नियम के मुताबिक, किसी के पास घर की कुल एनुअल इनकम का 10-15 गुना का लाइफ कवर होना चाहिए. इससे घर के कमाने वाले सदस्य की मृत्यु की स्थिति में परिवार के अन्य लोगों को लिविंग स्टैंडर्ड बनाए रखने में मदद मिलेगी. (Financial Planning)
रिटायरमेंट के लिए कितनी करें बचत
इसका कोई निश्चित नियम नहीं है, लेकिन एक सामान्य नियम यह है कि किसी व्यक्ति को रिटायरमेंट के बाद एक अच्छी लाइफ के लिए अपनी एनुअल इनकम का 20-30 गुना बचत करना चाहिए. हालांकि, यह व्यक्ति की जरूरत के हिसाब से इसमें अंतर हो सकता है, लेकिन इस नियम के आधार पर आप रिटायरमेंट के हिसाब से अपनी बचत कर सकते हैं. (Financial Planning)