CG ब्रेकिंग: "महिला सचिव को हटाया जाए, वो पुरुष जितना काम नहीं कर सकती".... महिला सचिव को हटाने CEO ने जारी किया था आदेश.... महिलाओं को कम योग्य बताने वाले CEO को नोटिस.... मामला जान हो जाएंगे हैरान......

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बालोद। बालोद जिले के एक गांव की पंचायत सचिव को हटाने की सिफारिश सिर्फ इसलिए कर दी गई क्योंकि वह महिला है। CEO ने लिखा था कि पंचायत सचिव महिला हैं और पुरुषों जितना कार्य नहीं कर सकती। जनपद पंचायत सीईओ ने महिला पंचायत सचिव को भेंडी (लो.) से हटाकर झिटिया भेजने और झिटिया के सचिव को भेंडी (लो.) में पदस्थ करने का प्रस्ताव जिला पंचायत बालोद को भेजा था। जनपद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने आदेश जारी किया था। साल भर बाद आदेश की प्रति सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव ने हस्तक्षेप किया तब जाकर यह तबादला निरस्त हुआ। कलेक्टर ने जनपद सीईओ को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। 

सरपंच ग्राम पंचायत भेड़ी ने साल 2020 में जनपद पंचायत डौंडीलोहारा सीईओ को पत्र लिखकर वहां की सचिव को सिर्फ इसलिए हटाने के प्रस्ताव दिया था कि वह एक महिला हैं। उसने प्रस्ताव में लिखा था कि उसके ग्राम पंचायत में काम ज्यादा है। इसके चलते वहां से महिला सचिव को हटाकर उनकी जगह पुरुष सचिव की पदस्थापना की जाए। इसके बाद सीईओ डौंडीलोहारा ने 17 दिसंबर 2020 को उसी प्रस्ताव का हवाला देते हुए जिला पंचायत सीईओ को पत्र लिखा। पत्र में स्पष्ट रूप से यह उल्लेख किया गया कि ग्राम पंचायत भेड़ी में काम की अधिकता है। इसलिए वहां से महिला सचिव को हटाकर उनकी जगह झिटिया ग्राम पंचायत के सचिव रामेश्वर गोटामे को अतिरिक्त प्रभार दिया जाए। 

जनपद सीईओ ने यह तक आदेश जारी करने से पहले यह भी नहीं सोचा की उनके एक पत्र से लड़का लड़की एक समान के सिद्धांत पर चलने वाली सरकार और लोगों की भावना को कितनी ठेस पहुंचेगी। बालोद कलेक्टर जन्मेजय महोबे का कहना है उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लिया है। इसके लिए जनपद सीईओ को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस का जवाब आने के बाद उनके खिलाफ जो भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी उसकी जानकारी दी जाएगी। सीईओ ने जिला पंचायत सीईओ को पत्र में लिखा है कि महिला सचिव को हटाकर उनकी जगह झिटिया के सचिव को वहां का अतिरिक्त प्रभार सौंपा जाए और यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। मंत्री सिंहदेव ने कहा कि यह आदेश अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण, गंभीर एवं आपत्तिजनक है। इस विषय में संज्ञान लेकर मैंने तुरंत इसकी जांच कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है। इस प्रकार की विचारधारा पूर्णतः अस्वीकार्य है। इस संबंध में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त और उचित कार्रवाई की जाएगी।