बिग CG न्यूज: किसान ने जहर खाकर की आत्महत्या.... तहसीलदार अटैच.... पटवारी निलंबित और कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश.... BJP की मांग, लाइन अटैच व निलंबन नाकाफ़ी, आपराधिक मुक़दमा दर्ज़ हो.... पढ़े सुसाइड नोट.....

बिग CG न्यूज: किसान ने जहर खाकर की आत्महत्या.... तहसीलदार अटैच.... पटवारी निलंबित और कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश.... BJP की मांग, लाइन अटैच व निलंबन नाकाफ़ी, आपराधिक मुक़दमा दर्ज़ हो.... पढ़े सुसाइड नोट.....

रायपुर 15 जून 2021। मोहरेंगा गांव निवासी किसान सरजूराम यादव ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। रायपुर के खरोरा क्षेत्र के किसान सरजूराम यादव आत्महत्या मामले में तहसीलदार को जिला कार्यालय अटैच कर पटवारी को निलंबित कर दिया है। किसान सरजूराम यादव के पास मिले सुसाइट नोट में लिखा है "तहसीलदार को छोड़ना नही क्योकि बहुत रिश्वतखोर है।" इस मामले में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष की मांग है कि लाइन अटैच व निलंबित किया जाना नाकाफ़ी है। सभी पहलुओं की जाँच करके नायब तहसीलदार और पटवारी पर भी आपराधिक मुक़दमा दर्ज़ हो।

 

टीआई को संबोधित मिले सुसाइट नोट में लिखा यह

 

तहसीलदार को जिला कार्यालय में अटैच किया गया है, जबकि पटवारी को निलंबित कर दिया गया है। जिला दंडाधिकारी सौरभ कुमार ने जांच के आदेश दिए हैं। अपर कलेक्टर पदमिनी भोई साहू मामले की तफ्तीश करेंगी। नयाभारत को मिली जानकारी के मुताबिक खरोरा के मोहरेंगा निवासी किसान सरजूराम यादव द्वारा आत्महत्या किये जाने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुची। नयाभारत को मिली जानकारी के मुताबिक जहां उन्हें एक सुसाइट नोट मिला सुसाइट नोट में टीआई खरोरा को संबोधित करते हुए लिखा है की "सेवा में श्री मान टीआई साहब जी महोदय आपसे सनम्र निवेदन है कि मैं 1993 में जमीन लिया था 2006 में रजिस्ट्री कराया उसके बाद जमीन में काबिज था उसके बाद तोरण दास मेरा जमीन है करके मेरे जमीन पोन एकड़ तहसीलदार से सांठगांठ करके निकाल दिया जबकि तहसीलदार के आपरेटर को बोला कि दोनों का जमीन देखो तो दोनो का जमीन एक जगह नही मिला उसके बाद भी तहसीलदार बहुत परेसान किया अभी मेरे खंबा ओर जाली तार निकालकर तोरणदास मेरे जमीन पर फेंक दिया है अतः आपसे निवेदन है कि आप तहसीलदार ओर तोरणदास के ऊपर कठोर कार्यवाही करें और उसी कारण आत्महत्या कर रहा हूँ आप भुनेश्वर सिन्हा गणेश सिन्हा,सुरेश वर्मा से पूँछिये की मेड से एक फीट छोड़कर खंबा गड़ाया उसी हिसाब से गड़ा था आप तहसीलदार को छोड़ना नहीं क्योकि बहुत रिश्वतखोर है आप तहसीलदार जैसवाल,तोरनराम मानिकपुरी,तुकु साहू ,भुवन वर्मा को  कभी नही छोड़ना ये चारों आदमी मेरे को बहुत परेसान किया है उसी के नाम से आत्महत्या कर रहा हूँ आपका सरजूराम यादव।"

 

 

ज़मीन विवाद में न्याय नहीं मिलने पर किसान की आत्महत्या प्रदेश सरकार के किसान विरोधी चरित्र का एक और प्रमाण : भाजपा

 

भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल ने ज़मीन विवाद में न्याय नहीं मिलने के कारण  ग्राम मोहरेंगा के किसान द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटना को प्रदेश सरकार के किसान विरोधी चरित्र का एक और प्रमाण बताया है। श्याम बिहारी जायसवाल ने मामले में नायब तहसीलदार और संबंधित पटवारी को क्रमश: लाइन अटैच व निलंबित किए जाने को नाकाफ़ी बताकर मामले के सभी पहलुओं की जाँच करके नायब तहसीलदार और पटवारी पर भी आपराधिक मुक़दमा दर्ज़ करने की मांग की है।

 

भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जायसवाल ने आत्महत्या की इस वारदात के मद्देनज़र प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि सैकड़ो किसानों की मौत के बाद भी प्रदेश सरकार किसानों के प्रति ज़रा भी संवेदनशील नहीं हुई है। बिलासपुर ज़िले में भी राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली से त्रस्त होकर एक किसान ने लगभग सालभर पहले आत्महत्या कर ली थी, लेकिन प्रदेश सरकार न तो किसानों को समय पर न्याय मुहैया कराने के प्रति गंभीर है और न ही अपने सरकारी अमलों में व्याप्त भ्रषटाचार को ख़त्म करने के लिए इच्छा शक्ति का प्रदर्शन कर रही है। नयाभारत को मिली जानकारी के मुताबिक श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि जब से प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आई है, किसानों के साथ क़दम-क़दम पर अन्याय का सिलसिला चल पड़ा है। प्रदेश सरकार के किसान विरोधी चरित्र के चलते प्रदेशभर में सैकड़ो किसानों द्वारा की गई आत्महत्या का अपराध-बोध प्रदेश सरकार को आख़िर कब होगा? श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली किसानों को इतना हताश कर रही है कि वे आत्मघात के लिए विवश हो रहे हैं। श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने की सियासी जुमलेबाजी से प्रदेश के हर वर्ग के साथ छल-कपट कर रही प्रदेश सरकार किसानों तक को न्याय नहीं दिला पा रही है। आज प्रदेश का कोई भी सरकारी अमला ऐसा नहीं रह गया है, जहाँ भ्रष्टाचार, घपलों-घोटालों की गूंज सुनाई न दे रही हो। हाल ही प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के रिश्तेदार किसान ने भी आत्महत्या कर ली थी।

 

भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि बजाय हताश-पीड़ित किसानों की सुध लेने और उनकी समस्या का त्वरित व समयबद्ध समाधान करने के प्रदेश सरकार और नौकरशाह आत्महत्या से हो रहीं हर मौतों को आपसी विवाद बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं, यह बेहद शर्मनाक स्थिति है। श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के हक़ की राशि में डाका डालकर झूठी वाहवाही लूटने की ओछी प्रवृत्ति से बाज आए। गिरदावरी, धान ख़रीद का कोटा तय करके, धान बेचने के नाम पर किसानों को प्रताड़ना, धनहा खेती का रक़बा घटाना, राजीव गांधी के नाम पर न्याय योजना की आड़ में किसानों को अब 10 हज़ार रु. के बजाय 9 हज़ार रु. प्रति एकड़ देने की बात कहना किसानों के साथ घोर अन्याय है। नयाभारत को मिली जानकारी के मुताबिक श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि धान ख़रीदी के नाम पर किसानों के साथ छलावा व धोखाधड़ी और अपने तुग़लक़ी फ़रमानों से किसानों के स्वाभिमान को लहूलुहान करके प्रदेश सरकार अब केंद्र सरकार द्वारा पिछले सत्रों में लगातार बढ़ाए गए समर्थन मूल्य का सीधा लाभ किसानों को नहीं दे रही है और जबकि केंद्र सरकार के समर्थन मूल्य की ब.ढ़ी राशि को प्रदेश सरकार के घोषित 2500 रुपए में जोड़कर किसानों को आर्थिक लाभ पहुँचाना प्रदेश सरकार का दायित्व था। इस वर्ष ख़रीफ सत्र के लिए केंद्र सरकार ने धान का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 1940 रु. कर दिया है तो प्रदेश सरकार तुरंत आगामी धान ख़रीद के लिए धान की क़ीमत 2700 रु. प्रति क्विंटल एकमुश्त देने की घोषणा करे।