CG News: रेलवे का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, करोड़ों की ठगी, इंटरस्टेट गैंग का मास्टर माइंड गिरफ्तार......
Chhattisgarh Crime News, Fake joining letter of Railways, fraud of crores, master mind of interstate gang arrested




Chhattisgarh Crime News, Fake joining letter of Railways, fraud of crores, master mind of interstate gang arrested
राजनांदगांव। करोड़ों की ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के मास्टर माइंड को गिरफ्तार किया गया है। रेलवे विभाग का फर्जी ज्वाईनिंग लेटर भेजकर युवाओं से लाखो रूपये लेकर ठगी करते थे। राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ थाना क्षेत्र का मामला है। आरोपी से घटना में प्रयुक्त 02 नग मोबाईल, लाखों का चेक व फर्जी कागजात जप्त किया गया है। योगेश हिरवानी पिता कचरूराम हिरवानी उम्र 24 साल निवासी अछोली ने शिकायत दर्ज कराई की आरोपीगण द्वारा रेलवे विभाग में टिकिट एक्जामिनर (ज्म्) के पद पर नौकरी लगाने के नाम से विभिन्न किस्तो में 18,50000/रू (अठ्ठारह लाख पचास हजार रू) लेकर ठगी किया है।
रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 538/2023 धारा 420,467,468,471,34 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण में पूर्व में 02 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जो जेल में निरूद्ध है। प्रकरण में विवेचना के दौरान फरार आरोपी की सूचना पर आरोपी सुखेन्द्र चन्द्राकर पिता नत्थुराम उम्र 30 साल निवासी छीतापारा तहसील व जिला कबीरधाम हाल पता गंगानगर बिलासपुर लूक छीप रहा था, जो गंगानगर जिला बिलासपुर पहंुचकर घेराबंदी कर पकडा गया।
पूछताछ पर आरोपी द्वारा युवाओं को रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कलकत्ता के अन्य आरोपियों के साथ मिलकर रेलवे विभाग मे नौकरी लगाने के नाम पर झूठा आश्वासन देकर एवं फर्जी दस्तावेज तैयार कर विभिन्न राज्यों के युवाओं को वर्धमान (कलकत्ता) ले जाकर फर्जी ट्रेनिंग करवाकर लाखों रूपये लेकर ठगी किया है। प्रार्थी योगेश हिरवानी से भी 18,50,000/रू (अठ्ठारह लाख पचास हजार रू) की ठगी करना स्वीकार किया है। आरोपी के पेश करने पर 02 नग मोबाईल ंव घटना में प्रयुक्त कागजात को पेश करने पर जप्त किया गया है।
मामले में कलकत्ता के 03 आरोपी पूर्व में वर्धमान पुलिस द्वारा गिरफ्तार की जा चुकी है। एक अन्य आरोपी संतोष जायसवाल की पता तलाश जारी है। शीघ्र गिरफ्तार की जावेगी। आरोपी ने बताया कि वे छत्तीसगढ़ एवं अन्य राज्य से युवाओं को प्रलोभन देकर डीआरएम आॅफिस के पास वर्धमान (कलकत्ता) लेकर जाते थे और वहां अन्य आरोपियों को रेलवे के अधिकारी बताकर उनके द्वारा नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रूपये ठगी कर तीन माह का ट्रेनिंग करवाते थे। बाद में ज्वाईनिंग लेटर भेजने की बात कर वापस भेजकर युवाओं से ठगी करते थे।