'अपराधियों' को मिलेगी खौफनाक सजा: जजों ने किया खुलासा.... समलैंगिकों के ऊपर दीवार गिराकर की जाएगी हत्या.... चोरों के कटेंगे हाथ.... 22 निहत्थे कमांडरों को मारी गोली.... इन्हें पत्थर मारकर मौत की सजा.....

'अपराधियों' को मिलेगी खौफनाक सजा: जजों ने किया खुलासा.... समलैंगिकों के ऊपर दीवार गिराकर की जाएगी हत्या.... चोरों के कटेंगे हाथ.... 22 निहत्थे कमांडरों को मारी गोली.... इन्हें पत्थर मारकर मौत की सजा.....


डेस्क। तालिबान के लड़ाकू बेहद क्रूर तरीके से अफगान सैनिकों की गोली मारकर हत्या कर रहे हैं और देश के 85 फीसदी इलाके पर कब्जा करने का दावा कर रहे हैं। अफगानिस्तान एक बार फिर से तालिबान के क्रूर शासन की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। तालिबानी जजों ने खुलासा किया है कि उनके राज में अब इस्लामिक शरिया कानून लागू होगा और समलैंगिकों को खौफनाक मौत दी जाएगी। तालिबानी जजों ने कहा कि समलैंगिकों के ऊपर दीवार गिराकर उनकी हत्या कर दी जाएगी। 

 

'गंभीर अपराधों में पत्थर मारकर या फांसी पर लटकाकर मौत की सजा'

 

तालिबानी जज ने कहा, 'अपराध के आधार पर हम उंगली के पोर या उंगलियों से शुरू करते हैं। गंभीर अपराधों में हम कलाई, कोहनी या हाथ का ऊपरी हिस्सा काट देते हैं। वहीं बहुत ही गंभीर अपराधों में ही पत्थर मारकर या फांसी पर लटकाकर मौत की सजा दी जाती है।' 

 

तालिबानी जज ने ऐसी-ऐसी सजा के खुलासे किए हैं कि जिसे सुनकर दिल दहल जाएगा। जज गुल रहीम ने कहा कि चोरी करने की सजा के रूप में अपराधियों के हाथ और पैर काट दिए जाएंगे। यही नहीं मध्य अफगानिस्तान में तालिबान के नियंत्रण वाले इलाकों में महिलाओं को घर से बाहर निकलने के लिए परमिट लेना होगा। जज रहीम ने कहा कि अमेरिका के जाने के बाद अगर तालिबान पूरे देश पर कब्जा कर लेता है तो हमारा उद्देश्य पूरे अफगानिस्तान में शरिया कानून दंड लागू करना होगा। उन्होंने कहा, 'यह हमारा लक्ष्य है और हमेशा से यही रहेगा।' 

 

तालिबान ने अल्लाह का नाम लेकर 22 निहत्थे अफगान कमांडरों को मारी गोली

 

तालिबान ने अफगानिस्तान सुरक्षा बलों के 22 जवानों की हत्या कर दी है। एक वीडियो सामने आया है जिसमें अफगानिस्तान के कमांडर्स आत्मसमर्पण करते दिख रहे हैं, लेकिन तालिबान आतंकियों ने गोली मारकर इनकी हत्या कर दी। सरकार ने अमेरिकी प्रशिक्षित कमांडो की एक टीम को उन इलाकों को फिर से हासिल करने के लिए भेजा था जिन पर तालिबान ने कब्जा कर लिया था। लेकिन ये जवान तालिबान के लड़ाकों से घिर गए और निकलने में नाकाम रहे। इन कमांडरों में एक रिटायर्ड जनरल का बेटा भी था।

 

तालिबान का कहना है कि गोला-बारूद खत्म होने के बाद कमांडोज को पकड़ लिया गया था। लेकिन चश्मदीदों और फुटेज से पता चलता है कि जवानों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अमेरिकी सेना की वापसी के बाद इसे एक बड़े घटनाक्रम के तौर पर देखा जा रहा है। अफगान सुरक्षा बलों को बंदूक की नोंक पर चौराहे पर ले जाया जा रहा है। वीडियो में सैनिक निहत्थे नजर आ रहे हैं जबकि कई आतंकी हथियार लिए हुए हैं। आतंकी बंदी बनाए गए जवानों पर चिल्ला रहे हैं और उन्हें जमीन पर घुटने टेकने के लिए मजबूर कर रहे हैं। 

 

दो घंटे की जंग के बाद जवानों के पास गोला-बारूद खत्म हो गया तो उन्हें घेर लिया गया। बार-बार कॉल करने के बावजूद फंसे जवानों को कोई एयर सपोर्ट नहीं मिला। बाहर से सपोर्ट देने वाले सुरक्षा बलों को डर था कि उनके मिशन के बारे में तालिबान को पता चल गया है और उन्हें भी मार दिया जाएगा।