Cryptocurrency के दुरुपयोग को लेकर आशंका जताते हुए कही निर्मला सीतारमण Digital Currency के नियमों को लेकर, जानिये क्या बोली इस पर.
Cryptocurrency, Nirmala Sitharaman said about the rules of Digital Currency,




NBL, 28/04/2022, Lokeshwer Prasad Verma.. Expressing apprehension about the misuse of Cryptocurrency, Nirmala Sitharaman said about the rules of Digital Currency, know what she said on this ..
वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण (Nirmala Sitharaman) ने क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) के दुरुपयोग को लेकर आशंका जताते हुए कहा है कि भारत में डिजिटल मुद्रा (Digital Currency) के नियमों को लेकर सोच-विचार करके फैसाला लिया जाएगा, पढ़े विस्तार से..
सीतरमण ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी (Stanford University) के एक कार्यक्रम में क्रिप्टो करेंसी के भविष्य को लेकर बातचीत की। आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं...
वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने Stanford University के कार्यक्रम में कहा कि जल्दबाजी में क्रिप्टो पर कोई फैसला नहीं लिया जाएगा। साथ ही कहा कि वो पहले तय करना है कि जो भी जानकारियां हैं उसी के आधार पर सही निर्णय लिया जाए। इसे लेकर कोई जल्दबाजी करना सही नहीं है, इसमें समय लगेगा। वित्त मंत्री ने ये भी स्पष्ट किया कि 'Blockchain' से जुड़ी प्रौद्योगिकी में नवाचार, उसे आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। सीतारमण ने कहा कि सरकार का इरादा कैसे भी क्रिप्टो से जुड़े नवोन्मेष प्रभावित करना नहीं है।
दुनिया के कई देशों की चिंताएं. .
कार्यक्रम में निर्मला सीतरमण ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कहा कि मनी लांड्रिंग या टेररिस्ट फाइनेंसिंग के लिए इसमें हेराफेरी भी हो सकती है। ये कुछ चिंताएं भारत के लिए ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों की चिंताएं हो सकती है। इसे लेकर विभन्न मंचों पर चर्चाएं भी की गई है।
गौरतलब है कि भारत सीबीडीसी यानी केंद्रीय बैंक के समर्थन वाली डिजिटल मुद्रा पेश करने की प्लानिंग में है। इस साल 2022 फरवरी में बजट 2022-23 को पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने भाषा में कहा था कि भारतीय रिजर्व बैंक 2022-23 में डिजिटल रुपया या CBDC जारी करेगा। इसके साथ वित्त मंत्री ने HDFC बैंक और HDFC लिमिटेड के विलय के बारे में कहा कि ये एक अच्छा कदम है। ऐसा इसलिए क्योंकि, भारत को बुनियादी ढांचे को लेकर बढ़ रही जरूरतों के कारण कई बड़े-बड़े बैंकों की जरूरत है।