केंद्र का अलर्ट: चीन में कोरोना का 2 साल का रिकॉर्ड टूटा.... जर्मनी, इटली, फ्रांस में बढ़ने लगे केस.... क्या भारत में आएगी चौथी लहर?.... केंद्र ने राज्यों को लिखा पत्र.... दिए ये जरूरी निर्देश.....
Corona 2-year record broken China cases started increasing Germany Italy France




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Coronavirus: चीन कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से इस घातक वायरस का सबसे बड़ा हमला झेल रहा है और पिछले कुछ हफ्तों से वहां कोरोना के केस नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। चीन में कोरोना के ताजा हमले ने पिछले दो सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वहीं जर्मनी, इटली, फ्रांस समेत कई यूरोपीय देशों और साउथ कोरिया जैसे एशियाई देशों में भी कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। कोरोना की ताजा लहर के पीछे ‘स्टेल्थ ओमिक्रॉन’ कहे जा रहे ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BA.2 को जिम्मेदार माना जा रहा है। चीन में ओमिक्रॉन वैरिएंट की वजह से तेजी से बढ़ रहे कोरोना ने उसकी जीरो कोविड पॉलिसी पर दबाव बढ़ा दिया है।
भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus in India) की स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में हैं। देश में इस समय 30 हजार से भी कम कोरोना के एक्टिव केसेस हैं, लेकिन इस समय दक्षिण पूर्व एशिया (Southeast Asia) और यूरोपीय देशों (Corona in European countries ) में जिस तरह से कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है उसने भारत सरकार को अलर्ट (Covid-19 Alert) कर दिया है। केंद्र सरकार ने चीन और यूरोपीय देशों में केसेस बढ़ने के बाद राज्यों को चिट्ठी लिखी और संक्रमण दोबारा न फैले इसके लिए सतर्क रहने के लिए दिशा निर्देश दिए।
कोरोना के मामले न केवल चीन बल्कि यूरोप और एशिया के भी कई देशों में भी बढ़ रहे हैं। खासतौर पर जर्मनी में तो हर दिन 2.5 लाख से ज्यादा नए केस सामने आ रहे हैं। फ्रांस, इटली, नीदरलैंड और स्विट्जरलैंड जैसे कुछ अन्य यूरोपीय देशों में भी कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं। अमेरिका की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है और वहां हर दिन करीब 25-30 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने दुनिया के कई देशों में कोरोना केस बढ़ने को लेकर कहा है कि ये बड़ी मुसीबत की एक झलक भर है। कोरोना महामारी न ही अभी खत्म हुई है और न ही सीजनल बीमारी जैसी बनी है। ऐसे में नई लहर का खतरा बरकरार है।
भारत में तीसरी लहर फरवरी से ही लगातार ढलान पर है और एक्सपर्ट्स का मानना है कि ताजा लहर देश में खत्म हो चुकी है। इसी वजह से भारत में कोविड प्रतिबंधों में ढील दी जा चुकी है और मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सख्ती न के बराबर है, लेकिन जब चीन समेत कई विकसित देशों में कोरोना वापसी करने लगा है। ऐसे में भारत में भी इसके खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता है। 27 मार्च से भारत दो साल बाद पूरी क्षमता के साथ इंटरनेशनल फ्लाइट्स को फिर से शुरू करने जा रहा है। इससे भी विदेश से आने वाले यात्रियों से देश में कोरोना फैलने का खतरा रहेगा।
कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों को/ केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त मुख्य सचिवों, प्रधान सचिवों को पत्र लिखकर कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी बरतने के निर्देश दिए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने अपने पत्र में राज्यों से हर जगह पर फाइव फोल्ड स्ट्रटजी यानी टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, टीकाकरण और कोरोना नियमों का पालन पर ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने अपने पत्र में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि अगर कोरोना का कोई वेरिएंट फैलता है तो समय से इसका पता लगाया जाए और लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्यों को एक बार फिर से लोगों में आवश्यक जागरूकता पैदा करनी चाहिए। सभी सार्वजनिक क्षेत्रों, सभाओं में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करना चाहिए।