मुख्यमंत्री ने किया प्रदेश के ग्रामीण औद्योगिक पार्कों का शुभारंभ




मुख्यमंत्री ने किया प्रदेश के ग्रामीण औद्योगिक पार्कों का शुभारंभ
बस्तर जिले को आज मिली 13 रीपा इकाइयों की सौगात
राष्ट्रपिता गांधी के ग्राम स्वराज की कल्पना किया जा रहा साकार: संसदीय सचिव जैन
नानगुर गोठान में किया गया कार्यक्रम का वर्चुअल प्रसारण
जगदलपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वर्चुअल माध्यम से रीपा (महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क) योजना के क्रियान्वयन का शुभारंभ मुंगेली जिला के सरगांव से किया। इस कार्यक्रम का वर्चुअल प्रसारण किया। नानगुर में निर्मित ग्रामीण औद्योगिक पार्क का शुभारंभ इस अवसर पर संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव रेखचन्द जैन ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ग्राम सुराज का सपना साकार करना चाहते थे। उनका सपना था, कि ग्रामीण आत्मनिर्भर बनें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महात्मा गांधी के इस सने को साकार करने का बीड़ा उठाया है। आज इसी कड़ी में पूरे प्रदेश में 300 ग्रामीण औद्योगिक पार्कों का उद्घाटन किया जा रहा है।
आज से लगभग दो माह पहले तुरेनार में देश के पहले रीपा का लोकार्पण भी मुख्यमंत्री द्वारा किया गया था। नानगुर में रीपा में युवाओं और महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न इकाइयों की स्थापना की जाएगी। लोगों को प्रशिक्षण के साथ ही उत्पादन के विक्रय के लिए बाजार भी उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल की कृपादृष्टि हमेशा नानगुर क्षेत्र पर रही है। इस क्षेत्र के लोगों की मांग पर उन्होंने नानगुर को तहसील के दर्जा दिया। यहां स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम और कॉलेज खोलने की घोषणा की।
स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए अस्पताल की सौगात दी। कलेक्टर चंदन कुमार ने इस अवसर पर कहा कि हर व्यक्ति की इच्छा पैसा कमाने की होती है। इसके लिए अपने कौशल को बढ़ाना जरूरी है। बस्तर में प्राकृतिक संसाधनों की कमी नहीं है। यहां उपलब्ध संसाधनों को प्रसंस्कृत करें और अपनी आय बढ़ाएं। हम छोटे छोटे कामों से रोजगार का सृजन कर सकते हैं।
इस अवसर पर नगर निगम अध्यक्ष कविता साहू, जनपद पंचायत अध्यक्ष अनिता पोयाम, जनपद पंचायत सदस्य नीरू राम बघेल, स्थानीय सरपंच शांति बघेल ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रकाश सर्वे, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गौतम पाटिल सहित जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में हितग्राही और ग्रामीण उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि आज बस्तर जिले के नानगुर, लोहण्डीगुड़ा विकासखण्ड के धुरागांव और गढ़िया, दरभा विकासखण्ड के गुमड़पाल और बड़े कड़मा, तोकापाल विकासखण्ड के कोेंडालूर और सिंघनपुर, बकावंड विकासखण्ड के मंगनार और कोसमी, बास्तानार विकासखण्ड के इरपा और कोड़ेनार, बस्तर विकासखण्ड के सोनारपाल और भोंड में निर्मित ग्रामीण औद्योगिक पार्कों का शुभारंभ किया गया। नानगुर स्थित ग्रामीण औद्योगिक पार्क में आलू चिप्स, बेकरी, चाक और वैैक्स, वाशिंग पाउडर, चैन लिंक फैंसिंग, अगरबत्ती, मुरकू चकली, नमकीन मिक्चर और एलईडी बल्ब का निर्माण किया जाएगा।
जलवायु की अनुकूलता को देखते हुए हुए नारियल की खेती को दें बढ़ावा कलेक्टर श्री चंदन कुमार
जगदलपुर। शहीद गुण्डाधूर कृषि महाविद्यालय कुम्हरावंड में अखिल भारतीय समन्वित ताड़ फसल अनुसंधान जगदलपुर एवं नारियल विकास बोर्ड द्वारा 20 मार्च से 6 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यक्रम के समापन के अवसर पर कलेक्टर चंदन कुमार ने बस्तर में नारियल की खेती के लिए बस्तर की जलवायु को अनुकूल बताते हुए यहां इसकी खेती को बढ़ावा दिए जाने की आवश्यकता बताई, जिससे किसानों की आर्थिक समृद्धि का मार्ग खुल सके। समापन के अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र तथा नारियल पेड़ पर चढ़ने का उपकरण प्रदान किया गया।
इस अवसर पर शहीद गुण्डाधूर कृषि महाविद्यालय कुम्हरावंड की अधिष्ठाता डाॅ. जयालक्ष्मी गांगुली, नारियल बोर्ड के सहायक संचालक आईसी कटियार, अखिल भारतीय समन्वित ताड़ फसल अनुसंधान की वैज्ञानिक डाॅ वीणा सिंह, अनुसंधान सहयोगी किट विज्ञानी राजेश पटेल, महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव डाॅ केपी सिंह, कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिक डाॅ आरआर कंवर, एम मुत्थु, एमबी तिवारी, राजेश पटेल आदि उपस्थित थे।