CG ऑपरेशन राहुल मॉर्निंग अपडेट: 87 घंटे से फंसा राहुल.... बार-बार चट्टान बन रही बाधा.... विशेष कैमरा लगाया गया.... कैमरे से चट्टानों के उस पार से आने वाली आवाजों को जा रहा सुना.... यह कार्यवाही की जा रही.... देखें सुबह की पहली तस्वीर और वीडियो.....
Chhattisgarh Operation Save Rahul Morning Update, Victim Location Camera जांजगीर। जांजगीर-चाम्पा जिले के पिहरीद में बोरेवेल के लिए किए गए गड्ढे में गिरे 11 वर्षीय राहुल साहू का रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है। अब VLC( विक्टिम लोकेशन कैमरा) को लगाया जाएगा। इस विशेष कैमरे से दीवार या चट्टानों के उस पार से आने वाली आवाजों को आसानी से सुना जा सकता है। कैमरे से आवाज सुनकर रेस्कयू को और आसान बनाया जाएगा। एनडीआरएफ के जवान इस VLC कैमरे की जाँच कर आवश्यक तैयारी कर रहे हैं।




Chhattisgarh Operation Save Rahul Morning Update, Victim Location Camera
जांजगीर। जांजगीर-चाम्पा जिले के पिहरीद में बोरेवेल के लिए किए गए गड्ढे में गिरे 11 वर्षीय राहुल साहू का रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है। अब VLC( विक्टिम लोकेशन कैमरा) को लगाया जाएगा। इस विशेष कैमरे से दीवार या चट्टानों के उस पार से आने वाली आवाजों को आसानी से सुना जा सकता है। कैमरे से आवाज सुनकर रेस्कयू को और आसान बनाया जाएगा। एनडीआरएफ के जवान इस VLC कैमरे की जाँच कर आवश्यक तैयारी कर रहे हैं।
ड्रील से चट्टान काटने के बाद मलबा हटाने की कार्यवाही की जा रही है। मौके पर कलेक्टर जायजा ले रहे है। कलेक्टर ने सुरंग का अवलोकन किया। अभी मशीन से ड्रील किया जा रहा है। कुछ मात्र चट्टानों को कटाई कर वाइब्रेटर चलाया जाएगा। हैंड ड्रिलिंग का काम अब ख़त्म हो चुका है।अन्य उपकरण भी बाहर निकाले जा रहे है।कम्प्रेशर बन्द कर बाहर निकाला जा रहा है। रेस्क्यू टीम राहुल तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
जांजगीर-चाम्पा जिले का यह गाँव पिहरीद देश भर में सुर्खियों में है। यहाँ रहने वाले लाला साहू पेशे से किसान है और घर पर ही टेंट हाउस के साथ डीजे का व्यवसाय भी करते हैं। इन्होंने अपने घर के पीछे अपनी जमीन पर बोर कराई थी। बोर में पानी नहीं निकल पाने की वजह से पास ही एक दूसरा बोर भी कराया था। लाला साहू ने वह बोर जिसमें पानी नहीं निकला,उस बोर को पूरी तरह से शायद ढका नहीं! बोर खुला हुआ था। इनके घर में दो बच्चे भी है। एक राहुल, दूसरा ऋषभ। राहुल 11 साल का है और ऋषभ 8 साल का। घर के पीछे बहुत बड़ी खुली जगह भी है। जहाँ राहुल,ऋषभ और अन्य बच्चे खेलते हैं। बताया जा रहा है कि 10 जून को अचानक ही एक घटना घट गई। दोपहर में खेलते हुए राहुल बोर में नीचे जा गिरा। राहुल खुले हुए बोर में लगभग 60 फीट नीचे गिरकर फस गया।
बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे में फंसे हुए राहुल को 87 घंटे हो चुके हैं। उसको बचाने का प्रयास प्रशासन, सेना और NDRF की टीम कर रही है। बताया जा रहा है कि वे राहुल के काफी करीब है, लेकिन बार-बार चट्टान बाधा बन रही है। अब वायब्रेटर का इस्तेमाल करेंगे। राहुल को सुबह फ्रूटी पीने के लिए दी गई, पर नहीं लिया। हालांकि प्रशासन का कहना है कि राहुल की हालत डल जरूर है, पर ठीक है। हम उसकी आवाज सुन पा रहे हैं। इस बीच कलेक्टर भी टनल देखने के लिए मौके पर पहुंचे। वहां से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है।