CG- 1.27 करोड़ की धोखाधड़ी: बिना रकम जमा किए बैंक कैशियर ने आबकारी विभाग को ऐसे लगाया चूना... साथियों के साथ मिलकर किया अपराध... एफआईआर दर्ज....
आबकारी विभाग को डेढ़ करोड़ का चूना: , FIR दर्ज :आबकारी विभाग के 1.27 करोड़ का एक्सिस बैंक कैशियर ने किया गबन,




Chhattisgarh Crime, Fraud of 1,27,53,030, Without depositing amount bank cashier cheated Excise Department, FIR registered
Bilaspur: बिलासपुर जिले में एक्सीस बैंक शाखा व्यापार विहार के ब्रांच मैनेजर ने कैशियर व अन्य साथी के द्वारा शासकीय आबकारी विभाग के शराब विक्री के रकम को 1,27,53,030/- रूपये को बैंक में जमा करने के नाम पर बैक का रसीद देकर आपस में मिलकर षडयंत्र पूर्वक धोखाधड़ी करने की शिकायत दर्ज कराई है। बिलासपुर जिले के सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र का मामला है। पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया है।
एक्सीस बैंक शाखा व्यापार विहार के शाखा प्रबंधक दुर्जती मुखर्जी ने कैशियर राकेश प्रसाद व अन्य के द्वारा शासकीय आबकारी विभाग के रकम को बैंक में जमा न कर रसीद देकर आपस में षडयंत्र पूवर्क गबन कर धोखाधडी करने के संबंध में शिकायत की। छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन लि. के खाते में धोखाधड़ी हुई है। धोखाधड़ी की राशि रू.1,27,53,030/-। है। सीएसएमसीएल का एक्सिस बैंक में चालू खाता है। कार्पोरेशन के चाटर्ड एकाउन्टेन्ट द्वारा बैंक को शिकायत प्रेषित किया कि कुल मिलाकर राशि रु. 1.27 करोड़ की नकद राशि की लगभग 46 प्रविष्टिया को व्यापार विहार शाखा में कैश जमा काउन्टर (टेलर काउन्टर) में दि. 3.12.2022 से 5.12.2022 के बीच की प्रविष्टियों को उनके खाते में जमा नहीं किया गया है।
बैंक मैनेजर ने बताया कि ग्राहक अपनी नकद राशि बाहरी एजेन्सी मे टप सिक्योरिटी फैसिलिटी मैनेजमेन्ट के द्वारा जमा कराता है, जिसका ग्राहक ने स्वयं के द्वारा नियुक्त / प्रबंध किया था। ग्राहक द्वारा सूचित किया गया है कि 46 प्रविष्टियों की नकद जमा पर्ची उनके पास रखी है जिसमें बैंक के द्वारा नकद जमा राशि की 46 पावती है जो कि कुल मिलाकर 1.27 करोड़ होता है। 46 प्रविष्टियों की जांच किए जाने पर व्यापार विहार शाखा से हमें ज्ञात हुआ कि उक्त पावती की राशि ग्राहक के खाते में जमा नहीं की गई है और न ही बैंक के पास उका 46 प्रविष्टियों की बैंक काउन्टर कापी है।
बैंक मैनेजर ने बताया कि राकेश प्रसाद जो कैश भुगतान प्राप्त करता है टेलर व्यापार बिहार शाखा द्वारा स्वीकार किया गया है कि वो इस घटना में शामिल है। राकेश प्रसाद ने यह भी पुष्टि किया है कि उसके द्वारा मे. टप सिक्योरिटी फैसिलिटी मैनेजमेन्ट एजेन्सी के कर्मचारियों को उक्त सभी पावती बिना नकद राशि प्राप्त किए प्रदान की गई है। राकेश प्रसाद द्वारा अपने स्वीकारोक्ति में बताया कि उसके द्वारा पावती देने के एवज में उसे कमीशन प्राप्त होता था एवं में. टप सिक्योरिटी फैसिलिटी मैनेजमेन्ट एजेन्सी के कर्मचारी एवं शाखा के कैश सोर्टर इस राशि के हेरफेर में सम्मिलित है।
बैंक मैनेजर ने बताया कि शाखा के टेलर राकेश प्रसाद, मे. टप सिक्योरिटी फैसिलिटी मैनेजमेन्ट एजेन्सी के कर्मचारियों एवं बैंक शाखा के कैश सोर्टर के साथ मिलकर ग्राहक की नकदी राशि का हेरफेर कर दुरूपयोग करके धोखाधड़ी किया है। राकेश प्रसाद व अन्य ने गलत तरीके से लाभ कमाने की मंशा से धोखाधड़ी, जालसाजी.फोरजरी, चिटिंग और चिटिंग बाई परसोनेशन एवं आपराधिक विश्वासघात व भारतीय दण्ड संहिता के अंतर्गत अन्य अपराध कारित किया है। इस घटना का पूर्ण रूप से जांच किया जाना आवश्यक है।