CG पति-पत्नी गिरफ्तार: 1 करोड़ 22 लाख की धोखाधड़ी का खुलासा.... ऐसे हुआ दंपत्ति के काले कारनामे का पर्दाफाश..... तरीका जानकर आप भी रह जाएंगे दंग.....

Chhattisgarh Crime News, husband and wife arrested, Disclosure of fraud of 1 crore 22 lakh दुर्ग। 1 करोड़ 22 लाख की धोखाधड़ी के मामले का खुलासा हुआ। बीमा पॉलिसी में निवेश के नाम पर अत्यधिक मेच्योरिटी रकम मिलने का झांसा देकर ठगी करते थे। पिछले 08 वर्षो से प्रार्थी को निवेश करने व टावर लगाने के नाम पर पैसा जमा करवा कर ठगी की घटना को अंजाम दे रहे थे। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त विभिन्न बैंकों के बैंक पास बुक व मोबाईल फोन तथा सीम कार्ड बरामद किया गया। उत्तम नगर दिल्ली से आरोपी पति-पत्नि को गिरफ्तार किया गया। एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग व थाना भिलाई नगर ने संयुक्त कार्यवाही की।

CG पति-पत्नी गिरफ्तार: 1 करोड़ 22 लाख की धोखाधड़ी का खुलासा.... ऐसे हुआ दंपत्ति के काले कारनामे का पर्दाफाश..... तरीका जानकर आप भी रह जाएंगे दंग.....
CG पति-पत्नी गिरफ्तार: 1 करोड़ 22 लाख की धोखाधड़ी का खुलासा.... ऐसे हुआ दंपत्ति के काले कारनामे का पर्दाफाश..... तरीका जानकर आप भी रह जाएंगे दंग.....

Chhattisgarh Crime News, husband and wife arrested, Disclosure of fraud of 1 crore 22 lakh

 

दुर्ग। 1 करोड़ 22 लाख की धोखाधड़ी के मामले का खुलासा हुआ। बीमा पॉलिसी में निवेश के नाम पर अत्यधिक मेच्योरिटी रकम मिलने का झांसा देकर ठगी करते थे। पिछले 08 वर्षो से प्रार्थी को निवेश करने व टावर लगाने के नाम पर पैसा जमा करवा कर ठगी की घटना को अंजाम दे रहे थे। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त विभिन्न बैंकों के बैंक पास बुक व मोबाईल फोन तथा सीम कार्ड बरामद किया गया। उत्तम नगर दिल्ली से आरोपी पति-पत्नि को गिरफ्तार किया गया। एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग व थाना भिलाई नगर ने संयुक्त कार्यवाही की।

 

बीमा पॉलिसी के नाम, गांव के जमीन में मोबाईल टावर लगाने हेतु टावर इस्टालेशन करने, 02 वर्षों के लिये निवेश प्लान, 01 वर्षीय निवेश प्लान सभी निवेशो की मेच्योरिटी एमांउट वापसी के लिये डॉक्युमेंट के रिवेरिफिकेशन के नाम पर कथित मनीषा शर्मा के द्वारा अपने आप को रिजर्व बैंक का अधिकारी बताते हुए विभिन्न इन्वेस्टमेंट प्लान की जानकारी देकर विभिन्न मोबाईल नंबरों के माध्यम से बात-चीत कर जनवरी 2014 से मई 2021 तक अपने अलग-अलग बैंक खातों में रकम जमा करवा कर लगभग 01 करोड़ 22 लाख रूपये की धोखाधड़ी की गई। 

 

इस रिपोर्ट पर थाना भिलाई नगर में अपराध क्रमांक 117 / 2022 धारा 420,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उक्त धोखाधड़ी की सनसनीखेज घटना को अत्यन्त ही गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव (भा.पु.से.) के द्वारा आरोपियों के संबंध में तत्काल विस्तृत जानकारी एकत्रित कर पतासाजी कर उनके विरूद्ध कार्यवाही करने निर्देश प्राप्त हुए थे। ए.सी.सी. यू एवं थाना भिलाई नगर की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था।

 

टीम द्वारा प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ के उपरांत आरोपिया मनीषा के बताये गये विभिन्न बैंक खातों में अलग-अलग समय पर रकम जमा करने की जानकारी प्राप्त हुई साथ ही आरोपिया के द्वारा बातचीत करने के लिये इस्तेमाल किये गये विभिन्न मोबाईल नंबरों के बारे में भी पता चला जिसके आधार पर धोखाधड़ी से संबंधित सभी बैंक खातों के स्टेटमेंट व जरूरी आवश्यक दस्तावेज संबंधित बैंकों से प्राप्त किये गये। 

 

आरोपियों के मोबाईल नंबरों का विस्तृत विश्लेषण करने पर आरोपियों की उपस्थिति दिल्ली में होना और संबंधित बैंक खाते भी दिल्ली के पते पर ही होना पता चला। इस प्रकार सभी बैंक खातों व मोबाईल नंबरों के विश्लेषण के परिणाम स्वरूप आरोपियों की उपस्थिति दिल्ली में होना सुनिश्चित हो जाने पर टीम को आरोपियो की पतासाजी कर गिरफ्तारी हेतु दिल्ली रवाना किया गया। 

 

टीम द्वारा बैंक खातों के खाता धारकों के दिये गये पतो पर जाकर गोपनीय रूप से नाम पता की जानकारी प्राप्त की गई, मोबाईल नंबरों के आधार पर आरोपियों के निवास स्थान व उपस्थिति सुनिश्चित कर घेराबंदी कर आरोपिया मनीषा व उसके पति संदीप चौटाला को उत्तम नगर दिल्ली में पकड़ा गया, प्रारंभिक पूछताछ पर गुमराह करते रहे लेकिन तकनिकी प्रमाणों के आधार पर पूछताछ करने पर अपना अपराध स्वीकार किए। 

 

बताये कि वर्ष 2012 में सी. एस. इनोवेशन इंश्योरेंस ब्रोकर कंपनी में काम करना जहाँ विभिन्न लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों का इंश्योरेंस प्लान किया जाना, उसी दौरान 2013 में भिलाई निवासी दुलार सिंह से मोबाईल के माध्यम से संपर्क होना जिसके बाद विभिन्न कंपनियों का इंश्योरेंस दुलार सिंह के नाम पर किया जाना और कंपनी वर्ष 2016 में बंद हो जाना इसके बाद भी लगातार मई 2021 तक पहले सिंगल बीमा प्रिमियम, 02 वर्षीय निवेश प्लान, मोबाईल टावर लगाने के नाम पर, 01 वर्षीय निवेश प्लान व सभी निवेशो की मेच्योरिटी एमाउंट की वापसी के लिये डॉक्युमेंट के रिवेरिफिकेशन के नाम पर अपने विभिन्न खातों में प्रार्थी से अलग-अलग समय पर रकम जमा करवा कर अपने पति संदीप चौटाला के साथ मिलकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया, आरोपिया के पास से घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन, मोबाईल सीम कार्ड, बैंक पास बुक व एटीएम कार्ड बरामद किये गये आरोपियों को विधिवत् गिरफ्तार कर दिल्ली न्यायालय से ट्रांजिट रिमाण्ड हासिल कर लाया गया है। अग्रिम कार्यवाही थाना भिलाई नगर से की जा रही है।