CG VIDEO: टीएस-अमरजीत समर्थक भिड़े: कांग्रेस के दो गुटों में बवाल……कांग्रेस भवन में एक-दूसरे के बैनर पोस्टर फाड़े…. NSUI प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत पोस्टर को लेकर हुआ विवाद….भारी संख्या में पुलिस टीम ने मौके पर पहुँची , देखे विडियो……

CG VIDEO: टीएस-अमरजीत समर्थक भिड़े: कांग्रेस के दो गुटों में बवाल……कांग्रेस भवन में एक-दूसरे के बैनर पोस्टर फाड़े…. NSUI प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत पोस्टर को लेकर हुआ विवाद….भारी संख्या में पुलिस टीम ने मौके पर पहुँची , देखे विडियो……

सरगुजा। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में कुछ महीनों से पहले पार्टी में काफी विवाद हो रहे है. नौबत ये आ गई थी की नेताओं के समर्थक आपस में भीड़ रहे हैं. बीते दिनों कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में एनएसयूआई(NSUI) कार्यकर्ता अपने राष्ट्रीय नेता की मौजूदगी में भीड़ गए थे. वहीं आज फिर NSUI कार्यकर्ता आपस में भीड़ गए है.इस बार कांग्रेस में विवाद अंबिकापुर में हुई है.

यह विवाद कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI के एक कार्यक्रम को लेकर था। NSUI के प्रदेश अध्यक्ष नीरज पाण्डेय और NSUI सोशल मीडिया विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदित्य भगत पहुंचे। वहां विवाद हो गया, दूसरे पक्ष ने वहां लगे बैनर-पोस्टर फाड़ डाले। बाद में पुलिस को हस्तक्षेप कर मामला शांत कराना पड़ा।

बताया जा रहा है कि NSUI देश भर में शिक्षा बचाओ, देश बचाओ आंदोलन चला रही है। रविवार को अम्बिकापुर के राजीव भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस होना था। तय समय पर संगठन के दोनों पदाधिकारी और उनके समर्थक राजीव भवन पहुंचे। वहां जिला कांग्रेस की बैठक चल रही थी। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के बेटे और NSUI के राष्ट्रीय पदाधिकारी आदित्य भगत ने इस पर नाराजगी जताई। इस बीच जिला कांग्रेस गुट ने राजीव भवन के प्रवेश द्वार पर लगे NSUI के बैनर-पोस्टर फाड़ दिए।

इसके बाद वहां बवाल हो गया। बाद में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। आदित्य भगत ने बताया कि उन्होंने जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राकेश गुप्ता को इसकी जानकारी दी। कहा कि यह भी कांग्रेस का ही कार्यक्रम है। उन्हें हस्तक्षेप करना चाहिए। इसके बाद भी उन्होंने किसी भी तरह के हस्तक्षेप से इन्कार कर दिया। विवाद के बाद राजीव भवन के बाहर NSUI का कार्यक्रम हुआ, भीतर जिला कांग्रेस की बैठक हुई।

दूसरे पक्ष का दावा, कार्यक्रम की जानकारी ही नहीं मिली थी
दूसरे पक्ष के नेताओं का कहना है कि नीरज पाण्डेय और आदित्य भगत ने अपने कार्यक्रम की जानकारी नहीं थी। अचानक आए और कार्यक्रम करना चाहा। उसी समय पर दूसरे कार्यक्रम भी लगे हुए थे। पहले से सूचना होती तो समय को एडजस्ट किया जाता। अचानक आने पर कार्यक्रम नहीं बदला जा सकता।