CG VIDEO : सड़क हादसे ने उजाड़ दिया परिवार,एक साथ 11 शव देख रो पड़ा पुरा गाँव,हर किसी की आंखे हुई नम…अंतिम संस्कार में उमड़ा पूरा गांव, देखें VIDEO...

छत्तीसगढ़ धमतरी....बुधवार की रात नेशनल हाईवे में हुए सड़क हादसे में ग्राम सोरम के एक ही परिवार के 10 और ड्राइवर की दर्दनाक मौत हो गई..इस एक हादसे ने पूरे परिवार को बिखेरकर रख दिया...और पूरे इलाके में मातम पसर गया

CG VIDEO : सड़क हादसे ने उजाड़ दिया परिवार,एक साथ 11 शव देख रो पड़ा पुरा गाँव,हर किसी की आंखे हुई नम…अंतिम संस्कार में उमड़ा पूरा गांव, देखें VIDEO...
CG VIDEO : सड़क हादसे ने उजाड़ दिया परिवार,एक साथ 11 शव देख रो पड़ा पुरा गाँव,हर किसी की आंखे हुई नम…अंतिम संस्कार में उमड़ा पूरा गांव, देखें VIDEO...

CG VIDEO: Road accident devastated the family

छत्तीसगढ़ धमतरी...नेशनल हाईवे में हुए सड़क हादसे में ग्राम सोरम के एक ही परिवार के 10 और ड्राइवर की दर्दनाक मौत हो गई..इस एक हादसे ने पूरे परिवार को बिखेरकर रख दिया...और पूरे इलाके में मातम पसर गया, सभी का अंतिम संस्कार गृह ग्राम सोरम में किया गया... जैसे ही शव लेकर एंबुलेंस पहुंची लोग पुष्पांजलि अर्पित करने उमड़ पड़े। सभी शव का एक साथ पांच चिता में अंतिम संस्कार किया गया।

 

 

सड़क हादसे में मृत सभी लोगों का गुरुवार दोपहर बाद अंतिम संस्कार किया गया। गुरुर में पोस्टमार्टम के बाद 7 एंबुलेंस से सभी 11का शव सोरम के मंच के पास जैसे ही पहुंचा लोग पुष्पांजलि अर्पित करने उमड़ पड़े। रिश्तेदारों का रो रो कर बुरा हाल हो गया था। शव को एंबुलेंस में ही रखा गया था। श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद एक साथ सभी शव को मुक्तिधाम के पास ले जाया गया...

बताया गया कि मुख्य चौक में धरमराज साहू का परिवार खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहा था। छोटा सा व्यापार के साथ परिवार का जीवन यापन चल रहा था। धरमराज के तीन बेटे केशव राहुल और अतुल थे । धरमराज के । भाई अर्जुन का पहले ही देहान्त हो चुका था। धरमराज की मां सूरूज बाई अपनी मायके शादी में पहले ही चली गई थी। अतुल घर देखने के लिए रुका हुआ था। राहुल गरियाबंद में था। वाहन में धरमराज उसकी पत्नी उषा, बेटा केशव उसकी पत्नी टॉमिन, बेटा राहुल की पत्नी संध्या, उसके नाती योग्याश ईशांत, भाई बहु लक्ष्मी, उनके बेटे शैलेंद्र और बेटी रमा बैठी थी। बताया जा बोलेरो किसी निजी कंपनी की गाड़ी थी जिसे डामेश चला रहा था...

मुक्तिधाम में पांच चिता में शव रखा गया था। जिसमें परिवार के सदस्यों के हिसाब से चिता सजाई गई थी। एक चिता में ड्राइवर डामेश ध्रुव का, दूसरे में घर के मुखिया धरमराज और उसकी पत्नी उषा का, तीसरे में लक्ष्मी शैलेंद्र और रमा का, चौथा में संध्या, योग्याश और इशांत का, पांचवा में केशव और उसकी पत्नी टॉमिन का शव रखा गया था। इस तरह से पांच चिता में 11शवों को रखकर मुखाग्नि दी गई। 10 साहू परिवार के सदस्यों को राहुल और अतुल ने मुखाग्नि दी और डामेश का उसके परिजनों ने मुखाग्नि दी।