CG VIDEO सांसद के बिगड़े बोल : कलेक्टर-एसपी पर सांसद का बेहद आपत्तिजनक बयान.....जूता का माला पहनाऊंगा....वहां नंगा नाच हो रहा है... एसपी विधायक का नौकर बना हुआ है....देखे राज्य सभा सदस्य के अमर्यादित बोल का विडियो……




बलरामपुर 12 दिसंबर 2021। रामविचार नेताम ने कलेक्टर-एसपी को लेकर बेहद ही विवादित बयान दिया है। बिगड़े कानून व्यवस्था का आरोप लगाते-लगाते सांसद रामविचार नेताम अपनी तमाम मर्यादा लांघ गये, उन्होंने बलरामपुर के एसपी को नौकर तक करार दे दिया। हद तो तब हो गयी, जब सांसद रामविचार ने कलेक्टर-एसपी को जूता का माला पहनाने तक की बात कर दी।
बताते हैं, नेताम विधायक की बात कर रहे थे। और उनका बयान बलरामपुर- रामानुजगंज के कलेक्टर और एसपी के लिये था। नेताम ने कहा कि विधायक के इशारे पर पुलिस यहां नँगा नाच कर रही हैं। पुलिस विधायक की रखैल बन चुकी हैं। और पुलिस अधीक्षक विधायक का नौकर बन कर काम कर रहा हैं। उसके ईशारे पर हमारे कार्यकर्ताओं पर फर्जी तरीके से एफआईआर दर्ज की जा रही हैं। जिसकी शिकायत मैने उपर की हैं। साथ ही अनुसुचित जनजाति आयोग ने भी इस पर नोटिस जारी किया है।
नेताम ने कहा कि पुलिस का अधिक्षक हो कर के यदि उस पद की गरिमा नही रख सकता तो उसे इस पद से इस्तीफा दे देना चाहिए पर पोस्ट को बर्बाद तो नही करना चाहिए। नेताम ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि एसपी यदि इस तरह से काम करेंगे तो जनता का विश्वास उन पर कैसे होगा,और किस तरह से वो उनके साथ न्याय करेंगे। नेताम ने कहा कि प्रशासनिक दृष्टि से कलेक्टर और एसपी जिले के सबसे बड़े पोस्ट होते हैं और वो किसी के गुलाम बन कर काम करे तो फिर यह बर्दाश्त के बाहर हैं। इन सब चीजों को हम जनता तक ले जाएंगे और जरूरत पड़े तो उन्हें जूतों की माला भी पहनाएँगे
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“नंगा नाच हो रहा है। उस क्षेत्र में तो पूरा नंगा नाच हो रहा है। पुलिस तो उसका रखैल बना हुआ है। पुलिस अधीक्षक ऐसा! मतलब वो तो उसका नौकर बनकर काम कर रहा है। पूरे हमारे कार्यकर्ताओं के ऊपर फर्जी तरीके से आपराधिक प्रकरण दर्ज करवा रहा है पुलिस अधीक्षक। इसकी शिकायत हम कर रहे हैं ऊपर में। मैं किया हूँ और अनुसूचित जनजाति आयोग ने भी नोटिस जारी किया है। जिस प्रकार से काम चल रहा है। ये तो दिख रहा है चारों तरफ, पुलिस का अधीक्षक होकर उस पद की गरिमा नहीं रख सकता। तो ऐसे लोग को रिजाइन कर देना चाहिए। लेकिन पोस्ट को तो बर्बाद न करें, कलेक्टर और एसपी।
कलेक्टर-एसपी अगर इस तरह से काम करेगा तो जनता का उसपर विश्वास कैसे रहेगा। जनता के साथ न्याय कैसे करेंगे। प्रशासनिक दृष्टि से सबसे बड़ा पद है, जिला का अथॉरिटी है। और कलेक्टर और एसपी गुलाम बनकर काम करे कोई, ये बर्दास्त के बाहर है।और इसको जितना होगा उतना हम प्रचारित करेंगे। जनता तक ले जाएँगे। और जरूरत पड़ी तो उन्हें जूता की माला पहनाया जाएगा। पूरी तरह लोकतंत्र की हत्या हो रही है। जिस प्रकार से वो तरह-तरह का वीडियो कभी वायरल करता है। कभी एसडीएम-तहसीलदार को बोलता है कि कोई इनको किडनैप कर लिया। कौन वायरल करता है? विधायक करता है। और वहां का डिप्टी कलेक्टर, वहां का तहसीलदार उसके सामने वही पर रहते है। वो अपना शासकीय काम करते हैं। उसके ऊपर आरोप लगाना। एक डिप्टी कलेक्टर सीईओ बना, उसके ऊपर कैसा गाली-गलौज हुआ सबको मालूम है।
रोज यही काम चल रहा है, रोज यही चल रहा है। भूपेश बघेल कैसे खुश रहें, उसके लिए लंगूर जो है अपना चेहरा दिखाते रहता है। कुछ न कुछ, इधर उधर नाच करते रहते हैं। तो ऐसे लंगूरों से भूपेश बघेल को यही आगाह करूँगा कि ऐसे लंगूरों से सावधान रहें। प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए हैं। तो इसलिए इन लंगूरों को पहचानें। ऐसे बंदरों से काम नहीं चलता। बंदर जो है, कभी भी बन्दर का डांस कर रहे हैं, सब जगह जाकर।”
• रामविचार नेताम, राज्यसभा सांसद