CG -प्राईवेट गर्ल्स हॉस्टल में खुफिया कैमरा : गर्ल्स हॉस्टल के मालिक BSP कर्मी ने कमरों में लगा रखे थे हिडन कैमरे….ऑफिस में बैठकर देखता था लड़कियों की एक्टिविटी…..छात्राओं को पता चला तो उड़ गए होश….फिर जो हुआ…लड़कियां पहुंची थाने…..




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दुर्ग। खुफिया कैमरे से वो गर्ल्स की गतिविधियां देखा करता था। खुफिया कैमरों का कनेक्शन उसने मोबाइल में भी एक्सेस कर रखा था। खुफिया कैमरे लगे होने की खबर लड़कियों को लगी, तो उन्होंने उससे DVR मांगा। सुनते ही तैश में आए हॉस्टल संचालक ने उनको धमकाया।
जब लड़कियां पहुंची थाने तो हॉस्टल संचालक के होश टल गए । वो फिर लगे मिमियाने कि गलती हो गई…। पुलिस ने बीएसपी कर्मचारी के खिलाफ भादंवि की धारा 354, 66ई के तहत मामला पंजीबध्द कर विवेचना में लिया है। हॉस्टल संचालक का नाम फगल लाल पवार बताया जा रहा है।
आखिर क्या है पूरा मामला
नेवई पुलिस ने बताया कि सेक्टर 5 निवासी फगन लाल पवार भिलाई इस्पात संयंत्र का कर्मचारी है। उसका आशीष नगर में भी एक मकान है, जिसमें वह गर्ल्स हॉस्टल संचालित करता है। गर्ल्स हॉस्टल के कमरों में उसने खुफिया कैमरे लगा रखे थे।
इससे वह अपने ऑफिस में बैठकर या मोबाइल पर कभी भी कमरे में रह रही लड़कियों की एक्टिविटी को देखा करता था। उसके हॉस्टल में एक महीने पहले कॉलेज में पढ़ने वाली 5 छात्राएं रहने आई थीं।
सोमवार को उन लड़कियों को शक हुआ कि उनके कमरे में खुफिया कैमरे लगे हैं। जब उन्होंने ध्यान से कमरे के हर एक कोने को देखा तो सच्चाई सामने आ गई।
जैसे ही लड़कियों को पता चला कि उनके कमरे में खुफिया कैमरे लगे हैं तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। लड़कियों ने संचालक को खूब खरीखोटी सुनाई और उससे डीबीआर मांगा। जब उसने डीबीआर नहीं दिया तो लड़कियों ने इसकी शिकायत बुधवार को नेवई थाने में दर्ज कराई।
पुलिस ने जब्त किया खुफिया कैमरे – DVR
नेवई पुलिस ने मामले की तफ्तीश करने के बाद BSP कर्मी फगन लाल पवार के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसके बाद पुलिस गर्ल्स हॉस्टल पहुंची। वहां तलाशी लेने के बाद पुलिस ने लड़कियों के कमरों से CCTV कैमरे और उनका DVR जब्त किया। DVR में पुलिस को 11 दिन का स्टोरेज मिला है, जिसकी जांच की जा रही है। उसके पहले का स्टोरेज कहां है उसको लेकर भी आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
दूसरे हॉस्टल्स में रहने वाली छात्राओं में भी भय
इस घटना के बाद से दूसरे हॉस्टल्स में रहने वाली छात्राओं में भी भय व्याप्त हो गया है। अधिकांश को यही भय सता रहा है कि कहीं उनके भी हॉस्टल में कोई खुफिया कैमरा तो नहीं लगाया गया है।