CG - नरेन्द्र भवानी ने कहा कि बलौदा बाजार आगजनी की घटना के बाद सतनामी समाज के कइयों साथियों को गिरफ्तार कर, जानवरों जैसा मारपीट करने का विरोध एवं घटना की सी. बी.आई जांच तत्काल हो की मांगे को लेकर बस्तर जिले मे धरना प्रदर्शन मे हुवा अपने साथियों के साथ शामिल, कार्यक्रम प्रभारी मोहन मरकाम एवं प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी दीपक बैज भी रहें शामिल...




बलौदा बाजार आगजनी की घटना के बाद सतनामी समाज के कइयों साथियों को गिरफ्तार कर, जानवरों जैसा मारपीट करने का विरोध एवं घटना की सी. बी.आई जांच तत्काल हो की मांगे को लेकर बस्तर जिले मे धरना प्रदर्शन मे हुवा अपने साथियों के साथ शामिल, कार्यक्रम प्रभारी मोहन मरकाम एवं प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी दीपक बैज भी रहें शामिल...
धरना मंच के माध्यम से भवानी नें विशेष ध्यान देने योग्य कुछ बिंदु पर प्रकाश डाले, जिन्हे देख सुन ऐसा लगता है की हो रहें गिरफ़्तारी कार्यवाही की कार्य प्रणाली है जांच के दायरे पर...
पुलिस क्यूँ गिरफ्तार किये गए लोगो का नाम और संख्या की सूची जारी नहीं कर रही है ?...
जगदलपुर : गिरफ्तार हुवे लोग 100-200-300 या 500 नहीं पुरे दांवे के साथ कहा हूँ लगभग हजारों की संख्या है पार अगर इतनी गिरफ़्तारी नहीं हुई है तो तत्काल गिरफ्तार हुवे लोगो का नाम और कितने लोग हुवे गिरफ्तार की सूची हो जारी।
कइयों का हुवा गिरफ्तारी लेकिन गिरफ़्तारी अधिकार का अधिकार गिरफ्तार हुवे लोगो को नहीं मिला क्या यह राज्य सरकार छत्तीसगढ़ मे अपना बनाया कानून चला रहें, जबकि गिरफ़्तारी के 24 घंटे के बाद या उसी वक्त गिरफ्तार हुवे परिजन या आस पास के प्रभावशील व्यक्ति को गिरफ़्तारी की जानकारी देनी होती है किन्तु आज 7-8 दिन होने को है कोई जानकारी परिजनों को नहीं क्यूँ ?
गिरफ्तार व्यक्ति को उनके गिरफ्तारी के 24 घंटे के भीतर उचित न्यायालय में पेश किया जाएगा ।(धारा 56 तथा 57 द.प्र.सं.) अभी तक ऐसा नहीं हुवा क्यूँ ?
गिरफ्तार व्यक्ति को पूछताछ के दौरान किसी भी समय अपने वकील से मिलने की अनुमति होगी । ऐसा भी नहीं होने दिया जा रहा है क्यूँ ?
पूछताछ स्पष्ट पहचान वाले स्थान पर की जाएगी, जिसे इस प्रयोजन हेतु अधिसूचित किया गया है । यह स्थान पहुंच योग्य होनी चाहिए तथा पूछ-ताछ किए जा रहे स्थान की सूचना गिरफ्तार व्यक्ति के मित्रों या परिजनों को अवष्य दी जाएगी । ऐसा भी नहीं हुवा क्यूँ ?
पूछताछ की विधि आवश्य ही जीवन, गरिमा तथा स्वतंत्रता के अधिकार और उत्पीड़न एवं अपमान जनक व्यवहार के विरूद्ध अधिकार के अनुकूल होनी चाहिए । ऐसा भी नहीं हुवा क्यूँ ?
गिरफ्तार किये गए लोगो के ऊपर अभी तक क्या आरोप है यह भी स्पष्ट नहीं कर पाए क्यूँ ? और अगर आरोप है तो उससे मिलता सबूत गवाह क्या है और अगर है तो अभी तक साबित क्यूँ नहीं किये आखिर क्यूँ ?
छत्तीसगढ़ सरकार पूरी तरह से दमन नीति से कर रही कार्य जो देश व राज हित मे बिलकुल भी ठीक नहीं देश बाबा भीमराव अम्बेडकर जी के संविधान से चलता है, पर यहाँ भाजपा की सरकार नें अपना ही संविधान बना के अपने सिस्टम से कर रही है काम जो जांच का विषय मान. उच्च न्यायालय के सामने याचीका लगाने जैसा विषय है।
भवानी नें दांवे से कहा है की कही हुवे गिरफ़्तारी के बाद जीस प्रकार से मार पिट का विडियो सामने आया है, कही कुछ लोगो की मौत तो नहीं हो गई, ऐसा घटना भी घट सकता है, और यही सबसे बड़ा कारण है की सरकार गिरफ्तार हुवे लोगो के परिजनों को कोई जानकारी नहीं दी, और ना ही नामो की सूची जारी की गई है।
यह भी दांवे से कहा जा सकता है की नाम की सूची जारी होने के बाद भी सभी जनता देखिएगा कइयों के परिजनों के लोग का गुमसुदगी का खबर भी आ सकता है, और सरकार अपना हाथ खड़ा करके बोलेगा हमने जितनो का गिरफ़्तारी किया उनका नाम की सूची बता दिया गया है अब यह कौन लोग गुमसुदा है हमें नहीं मालुम है और यह गुमसुदा हुवे लोग वही लोग होंगे जो शायद इनके दमन नीति टॉचर्स, थर्ड डिग्री के कारण अपना प्राण छोड़े होंगे।
*छत्तीसगढ़ जल रहा है, वास्तव मे भाजपा से सरकार नहीं सम्भल रही है - मुख्यमंत्री व गृह मंत्री को स्टेफा दें देना चाहिए।