CG - मुस्लिम समाज का भगवान राम के प्रति प्रेम : अयोध्या रामलला के दर्शन करने भरा आवेदन, बोले हिंदू मुस्लिम....

छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर क्षेत्र के दो मुस्लिम व्यक्तियों ने भी छत्तीसगढ़ सरकार की श्री रामलला दर्शन योजना के लिए आवेदन किया है। नगर पंचायत सीतापुर के श्रद्धालुओं की चयन सूची में दोनों मुस्लिम समुदायों के आवेदकों का चयन कर जिला समिति को भेज दिया गया है।

CG - मुस्लिम समाज का भगवान राम के प्रति प्रेम : अयोध्या रामलला के दर्शन करने भरा आवेदन, बोले हिंदू मुस्लिम....
CG - मुस्लिम समाज का भगवान राम के प्रति प्रेम : अयोध्या रामलला के दर्शन करने भरा आवेदन, बोले हिंदू मुस्लिम....

सरगुजा। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर क्षेत्र के दो मुस्लिम व्यक्तियों ने भी छत्तीसगढ़ सरकार की श्री रामलला दर्शन योजना के लिए आवेदन किया है। नगर पंचायत सीतापुर के श्रद्धालुओं की चयन सूची में दोनों मुस्लिम समुदायों के आवेदकों का चयन कर जिला समिति को भेज दिया गया है।

दोनों आवेदक अयोध्या धाम जाने के लिए उत्साहित हैं। उनका कहना है कि हमारी आस्था श्री राम में है इसलिए हम भी दर्शन के लिए जाएंगे। भगवान राम की ननिहाल छत्तीसगढ़ के इस शहर का नाम सीता माता के नाम पर रखा गया है, यहां के लोगों ने हमेशा सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल कायम की है।

सीतापुर नगर पंचायत ने श्री रामलला दर्शन योजना के लिए कुल 10 लोगों का नाम चयन के बाद जिला समिति को भेजा है। इनमें 8 हिंदू और 2 मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हैं। 10 में से सिर्फ 7 लोगों को मौका मिलेगा और बाकी 3 वेटिंग में रह जाएंगे। नगर पंचायत की चयन सूची में सबसे पहला नाम मो. नईमुद्दीन (55) और चौथा नाम मो. सलीम खलीफा (71) के हैं।

श्री रामलला दर्शन योजना के आवेदक सीतापुर के मोहम्मद सलीम कहते हैं, ”हमें आस्था है, इसलिए हम दर्शन के लिए जाएंगे। देश में अलगाव की बात करने वाले बेकार हैं।’ यहां हिंदू और मुस्लिम भाई-भाई की तरह रहते हैं।

मोहम्मद नईमुद्दीन कहते हैं, ”हम भी अयोध्या जा रहे हैं। सीतापुर में हम सभी हिंदू और मुस्लिम एक-दूसरे के त्योहारों और सुख-दुख में शामिल होते हैं, इसलिए हम सभी एक साथ जा रहे हैं।’ जो लोग हिंदू और मुस्लिम को अलग-अलग देखते हैं, उनकी सोच गलत है।

श्री रामलला दर्शन की प्रतीक्षा सूची में आवेदक राजेंद्र गुप्ता का नाम पहले नंबर पर है। राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि उन्हें पता ही नहीं था कि वह अयोध्या जाने के लिए फॉर्म भर रहे हैं। मेरे मित्र सलीम भाई ने ही मुझसे कहा था कि मुझे अयोध्या जाने के लिए फॉर्म भरना होगा। हम सब एक साथ रहते हैं। सभी लोग मिलकर ईद-दिवाली मनाते हैं और एक-दूसरे के घर भी जाते हैं।