CG अनिश्चितकालीन हड़ताल : संजीवनी के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, इन मांगों को लेकर किया जल सत्याग्रह....

प्रदेश के संजीवनी, 102 और 108 एम्बुलेंस के कर्मचारी अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. वहीं आज आंदोलनरत कर्मचारियों ने शासन-प्रशासन का ध्यान अपनी और खीचने जल सत्याग्रह किया.

CG अनिश्चितकालीन हड़ताल : संजीवनी के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, इन मांगों को लेकर किया जल सत्याग्रह....
CG अनिश्चितकालीन हड़ताल : संजीवनी के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, इन मांगों को लेकर किया जल सत्याग्रह....

रायपुर। मरीजों और घायलों को आपात स्थिति में हास्पिटल पहुंचाने वाली संजीवनी एक्सप्रेस और महिलाओं को डिलीवरी के लिए नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाने वाली महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारियों ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दिया है. प्रदेश के संजीवनी, 102 और 108 एम्बुलेंस के कर्मचारी अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. वहीं आज आंदोलनरत कर्मचारियों ने शासन-प्रशासन का ध्यान अपनी और खीचने जल सत्याग्रह किया. यह आंदोलन छत्तीसगढ़ संजीवनी 108,102 कर्मचारी संघ के बैनर तले किया गया. कर्मचारी अलग-अलग तरीके से धारना प्रदर्शन, पुतला दहन, जल सत्याग्रह कर रहे हैं लेकिन अभी तक उनकी मांगें पूरी नहीं हुई है.


छत्तीसगढ़ संजीवनी108/102 कर्मचारी कल्याण संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र राठौर ने बताया कि हम 102 कर्मचारियों को छत्तीसगढ़ में सेवा देते हुए 10-12 साल हो गए. आज हमें ठेका के नाम पर बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. इस सरकार के मुखिया 2018 में हमारे मंच पर आकर 108/102 सेवा को ठेका प्रथा मुक्त किया जाएगा करके घोषणा किया गया था. लेकिन आज कांग्रेस सरकार का 5 वर्षों का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है, 108/102 आपातकालीन एंबुलेंस में ठेका प्रथा हटाने का वादा करने वाले 10-12 वर्षों से उक्त एंबुलेंस सेवा में कार्य करने वाले कर्मचारियों को ही हटा दे रहे हैं.


संघ के अध्यक्ष ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में संवेदनशील एवं न्याय देने वाली कांग्रेस सरकार के नीति और नियत का परिणाम हम सबको मिल रहा है. हम अपनी जान जोखिम में डालकर शासन की महत्वाकांक्षी जीवन-रक्षक स्वास्थ्य सेवाओं को 24 घंटे जनता को उपलब्ध कराने वाले कर्मचारी है. जो कोरोना कॉल के 2 वर्षों तक अपनी जान जोखिम में डालकर निःस्वार्थ भाव से काम किये. उस समय इनको याद नहीं आई कि ये लोग ठेका कर्मी है. आज छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों और नवजात के जीवन के साथ खिलवाड़ करने के लिए नियमों को ताक पर रखकर, टेंडर शर्तों में बदलाव करके महतारी-बहनों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और ठेका कंपनी को भ्रष्टाचार करने का लाइसेंस दिया जा रहा है.

संजीवनी108/102 कर्मचारी कल्याण संघ की ये है मांगे

102 महतारी एंबुलेंस सेवा के टेंडर को निरस्त कर, 10 वर्षों से सेवा में कार्य करने वाले अनुभवी कर्मचारियों को उनके वर्तमान कार्य स्थल पर फिर पदस्थापना किया जाए और 2018 से शेष बचे हुए कर्मचारियों का समायोजन किया जाए.
108/102 कर्मचारियों को 2-3 माह कार्य करा कर एक माह का वेतन दिया जाता है, पूर्व बकाया वेतन का भुगतान तुरंत किया जाए और कर्मचारियों को प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में वेतन भुगतान जारी किया जाए.
संजीवनी 108/102 महतारी एंबुलेंस सेवा मे कार्यरत समस्त कर्मचारियों को 2018 से 2023 तक का वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ अब तक नहीं दिया जा रहा है, जिसे यथाशीघ्र एरियर के रूप में एकमुस्त भुगतान किया जाए.
108/102 एम्बुलेंस कर्मचारियों से 8 घंटे का कार्य लिया जाना निर्धारित किया जाए, अतिरिक्त कार्य का ओवरटाइम राशि दिया जाए. सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार “समान काम-समान वेतनमान” का लाभ सुनिश्चित किया जाए.
मुख्यमंत्री के वादे अनुसार 108/102 एंबुलेंस सेवा को ठेका प्रथा से हटाकर, सरकार द्वारा स्वयं संचालन कर 60 साल तक नौकरी की गारंटी दिया जाए.