CG Assembly Elections : दो पूर्व BJP विधायकों के बगावती तेवर हुए तेज, पार्टी के लिए काम नहीं करने की दी आलाकमान को धमकी, इस सीट पर मचा है बवाल, जानिए क्या है पूरा मामला....

घोषित प्रत्याशियों के नामों की तो कई विधानसभा क्षेत्रों में कैंडिडेट्स का भारी विरोध हो रहा है। स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने उम्मीदवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इन सीटों पर विवाद इतना ज्यादा है कि भाजपा के कार्यकर्ता अपनी मांगो को लेकर रायपुर स्थित भाजपा कार्यालय पहुँचने से भी नहीं चूक रहे है।

CG Assembly Elections : दो पूर्व BJP विधायकों के बगावती तेवर हुए तेज, पार्टी के लिए काम नहीं करने की दी आलाकमान को धमकी, इस सीट पर मचा है बवाल, जानिए क्या है पूरा मामला....
CG Assembly Elections : दो पूर्व BJP विधायकों के बगावती तेवर हुए तेज, पार्टी के लिए काम नहीं करने की दी आलाकमान को धमकी, इस सीट पर मचा है बवाल, जानिए क्या है पूरा मामला....

रायपुर। आगामी दिनों में छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने वाले है। निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भी कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने 85 उम्मीदवारों के नामों का एलान कर दिया है। पांच सीट पंडरिया, बेमेतरा, कसडोल, अम्बिकापुर और बेलतरा के नामों के लिए मंथन जारी है। उम्मीद जताई जा रही है पार्टी जल्द भी इन सीटों पर भी नाम फाइनल कर देगी।


वही बात करें घोषित प्रत्याशियों के नामों की तो कई विधानसभा क्षेत्रों में कैंडिडेट्स का भारी विरोध हो रहा है। स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने उम्मीदवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इन सीटों पर विवाद इतना ज्यादा है कि भाजपा के कार्यकर्ता अपनी मांगो को लेकर रायपुर स्थित भाजपा कार्यालय पहुँचने से भी नहीं चूक रहे है।


पिछले दिनों दो अलग-अलग सीट जशपुर और धरसींवा में इसी तरह के हालात नजर आएं। जशपुर के कार्यकर्ता तो कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में तीन दिनों तक धरने पर बैठे थे और वहां की प्रत्याशी रायमुनी का नाम काट कर पूर्व मंत्री गणेश राम भगत को टिकट को दिए जाने की मांग पर अड़े थे। इसी तरह धरसींवा में अनुज शर्मा के विरोध में भी भाजपा कार्यकर्ता लामबंद होकर रायपुर आ धमके थे। हालाँकि भाजपा आलाकमान ने दोनों ही जगहों के कार्यकर्ताओं के गुस्से पर काबू पा लेने का दावा किया है।


वही अब गुंडरदेही विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ताओं में अपने अधिकृत उम्मीदवार को लेकर उबाल देखा जा रहा है। इस सिलसिले में भाजपा के दो पूर्व विधायकों ने प्रदेश सह प्रभारी नितिन नबीन ,पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय से मुलाकात की है। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने आलाकमान को टिकट नहीं बदलने पर भाजपा के लिए काम नहीं करने की धमकी भी दी है। इस तरह अब देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा अब इस नए विवाद से किस तरह निबटती है।