भारत बंद आज: आंदोलन को तेज करने की तैयारी.... CG में भी भारत बंद का दिखेगा बड़ा असर…. CG कांग्रेस ने किया समर्थन.... इसलिए किया गया है भारत बंद का ऐलान.... जानें आज क्या खुला और क्या रहेगा बंद.... घर से निकलने से पहले पढ़ लें ये खबर......

भारत बंद आज: आंदोलन को तेज करने की तैयारी.... CG में भी भारत बंद का दिखेगा बड़ा असर…. CG कांग्रेस ने किया समर्थन.... इसलिए किया गया है भारत बंद का ऐलान.... जानें आज क्या खुला और क्या रहेगा बंद.... घर से निकलने से पहले पढ़ लें ये खबर......

रायपुर 27 सितंबर 2021। आज 27 सितंबर सोमवार को तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा भारत बंद के आह्वान को कांग्रेस ने अपना समर्थन दिया है। आंदोलनकारी किसानों ने 27 सितंबर के भारत बंद की पूरी तैयारी कर ली है। सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक दिल्ली बॉर्डर के सभी रास्तों पर किसान धरने पर बैठेंगे। आंदोलन स्थल पर गांव से किसानों को नहीं बुलाया जाएगा। गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसान ही एनएच-24 और एनएच-9 को ट्रैफिक के लिए बंद कर देंगे।


संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 27 सितंबर के ‘भारत बंद’ के लिए  दिशानिर्देश जारी किए। संगठन ने कहा कि भारत बंद शांतिपूर्ण होगा और किसान यह सुनिश्चित करेंगे कि जनता को कम से कम असुविधा का सामना करना पड़े। एसकेएम ने एक बयान में कहा कि बंद सुबह छह बजे से शुरू होगा और शाम चार बजे तक जारी रहेगा। इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार के कार्यालयों, बाजारों, दुकानों, कारखानों, स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

बयान में कहा गया है कि सार्वजनिक और निजी परिवहन की अनुमति नहीं दी जाएगी। किसी भी सार्वजनिक समारोह की अनुमति नहीं दी जाएगी। बंद के दौरान एंबुलेंस और दमकल सेवाओं सहित केवल आपातकालीन सेवाओं को ही काम करने की अनुमति होगी। बयान के अनुसार, ”एसकेएम ने समाज के सभी वर्गों से किसानों के साथ आने और बंद का प्रचार करने की अपील करने को कहा है ताकि जनता की असुविधा को कम किया जा सके।” एसकेएम ने कहा, ”बंद शांतिपूर्ण और स्वैच्छिक होगा और आपातकालीन सेवाओं को इससे छूट मिलेगी।”

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने बताया, कांग्रेस ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के भारत बंद को अपना समर्थन दिया है। बताया जा रहा है, कांग्रेस कार्यकर्ता भी सोमवार को सड़क पर उतरेंगे। इधर, ट्रेड यूनियन के संयुक्त मंच व अन्य जन संगठनों ने रायपुर में मशाल रैली निकाली। यह रैली कर्मचारी भवन से निकल कर कालीबाड़ी, महिला थाना, मोतीबाग, छोटापारा, कोतवाली होते हुए माधवराव सप्रे स्कूल के पास समाप्त हुई। यहां एक नुक्कड़ सभा हुई। इसमें किसानों के आंदोलन को देश का आंदोलन बताया गया। वक्ताओं ने कहा, यह केवल खेती बचाने की नहीं बल्कि देश बचाने की लड़ाई है। इसमें सभी वर्गों को साथ आना चाहिए।