खूबसूरत वादियों के बीच स्थित है सारासोरो में भगवान शिव का मंदिर... प्रतिदिन आते हैं सैकड़ों दर्शनार्थी... शासन की उदासीनता से नहीं हो पा रहा विकसित...
संदीप दुबे✍️✍️




नयाभारत
संदीप दुबे✍️✍️
सूरजपुर :- जिले से 40 किमी की दुरी पर धार्मिक व पर्यटक स्थान सारसोरो है जहा भगवान शिव का मंदिर है दो पहाडियों के बिच महान नदी की जल धारा अपनी एक अलग पहचान बिखेर रही है
भैयाथान विकासखंड अंतर्गत एक पावन महान नदी है प्राकृतिक सौदर्य व घने जंगलों के बिच यह जलधारा है जिसकी चौड़ाई 400 मीटर है जिसमे सूरजपुर व सरगुजा जिले से महाननदी मे जल प्रवाहित होती है
सूरजपुर जिले के सारासोरो यह एक पावन जलधारा है जिसके बिच मे भगवान शिव का भब्य मंदिर है यहा भगवान कृष्ण के लीलाओं का वर्णन प्रतिमाओं द्वारा किया गया है
यहा पर्यटकों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है वही पर्यटकों द्वारा छत्तीसगढ़ शासन से तत्काल इस पावन भूमि को पर्यटक स्थल बनाने की माँग कई वर्षों से चली आ रही है लेकिन शासन - प्रशासन इस ओर ध्यान नही दे रही है ।
मैदानी क्षेत्रों से लेकर झरनों तक पर्यटकों को आकर्षित करती है । यहा जल प्रवाहित सहित अनेकों देवी देवताओं का बसेरा है तथा रामायण काल की अनेकों देवी देवताओं का बसेरा है ।जो धार्मिक से जुड़े लोगों का मन मोह लेता है भगवान शिव - पार्वती की मंदिर अपने आप मे दर्शनीय लायक है ।
महान नदी की गाथा जो प्राकृतिक सौदर्य एवं आस्था का प्रतिक है जो पर्यटकों के लिऐ आश्चर्य चकित कर देने वाला है । 400 मीटर के चौडाई की ये महान नदी जिसका जल मात्र 4 मीटर मे ही प्रवाहित हो रहा है जो प्राकृतिक शुद्धता की देन है । जो पर्यटकों के लिऐ प्रेरणास्रोत व मनमोहक साबित हो रहा है ।
आये दिन सैकड़ों की संख्या मे यहा जलधारा देखने पर्यटन पहुचते है ।
यह स्थान पिकनिक स्पॉट के लिऐ काफी उपयुक्त माना जाता है यहा पिकनिक मानने वालों की अगर माने तो घने जंगलों के बिच होने का कारण यह स्थान काफी मनमोहक व शुकुन देने वाला है ।