CG- 60 फीसद से कम बारिश: राज्य की 28 तहसीलों में औसत से कम बारिश... तहसीलों को सूखा ग्रस्त घोषित करने कलेक्टरों को प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश... जानें कहां कितनी हुई बारिश.....

Below average rainfall in 28 tehsils of Chhattisgarh  रायपुर 1 अगस्त 2022। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में औसत से कम बारिश वाली तहसीलों में फसलों की स्थिति का नजरी आकलन कराने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अल्प बारिश वाली तहसीलों में राहत कार्य के लिए तत्काल कार्ययोजना भी तैयार करने के भी निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि राज्य की 28 तहसीलों में चालू वर्षा मौसम में 01 अगस्त की स्थिति में 60 फीसद से कम बारिश दर्ज की गई है। 

CG- 60 फीसद से कम बारिश: राज्य की 28 तहसीलों में औसत से कम बारिश... तहसीलों को सूखा ग्रस्त घोषित करने कलेक्टरों को प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश... जानें कहां कितनी हुई बारिश.....
CG- 60 फीसद से कम बारिश: राज्य की 28 तहसीलों में औसत से कम बारिश... तहसीलों को सूखा ग्रस्त घोषित करने कलेक्टरों को प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश... जानें कहां कितनी हुई बारिश.....

Below average rainfall in 28 tehsils of Chhattisgarh 

 

रायपुर 1 अगस्त 2022। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में औसत से कम बारिश वाली तहसीलों में फसलों की स्थिति का नजरी आकलन कराने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अल्प बारिश वाली तहसीलों में राहत कार्य के लिए तत्काल कार्ययोजना भी तैयार करने के भी निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि राज्य की 28 तहसीलों में चालू वर्षा मौसम में 01 अगस्त की स्थिति में 60 फीसद से कम बारिश दर्ज की गई है। 

 

राज्य में मानसून के कमजोर पड़ने तथा राज्य के उत्तरी हिस्से के जिलों विशेषकर सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर में अल्पवर्षा के चलते खरीफ की बोनी एवं फसलों की स्थिति प्रभावित हुई है। कम बारिश के चलते संसदीय सचिव चिन्तामणी महराज, विधायक वृहस्पत सिंह एवं अन्य विधायक गणों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर सरगुजा संभाग की कम बारिश वाली तहसीलों को सूखा ग्रस्त घोषित करने का आग्रह किया है। 

 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अल्पवर्षा की स्थित को देखते हुए प्रभावित तहसीलों में फसलों का नजरी आकलन कराने के साथ ही राहत कार्य के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने के निर्देश मुख्य सचिव को दिए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश के निर्देश के परिपालन में मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आज वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी संभायुक्तों एवं कलेक्टरों की बैठक लेकर प्रदेश में वर्षा की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। 

 

उन्होंने कलेक्टरों को औसत से कम बारिश वाली तहसीलों का राहत मैन्युअल 2022 के प्रावधान के अनुसार फसलों का राजस्व, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के माध्यम से नजरी आकलन कराने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि औसत से कम बारिश वाली 28 तहसीलों में राहत कार्य शुरू कराने के लिए तत्काल कार्ययोजना भी तैयार की जाए। गौरतलब है कि राज्य के 9 जिलों की 28 तहसीलों में 01 अगस्त 2022 की स्थिति में 60 प्रतिशत से कम औसत वर्षा हुई है, इनमें 8 तहसीलें ऐसी हैं जहां 40 फीसद से भी कम बारिश हुई है। 

 

ऐसी तहसीलों में फसलों का नजरी आकलन कराकर सूखा घोषित करने हेतु नियमानुसार शासन को एक सप्ताह के भीतर प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए गए हैं। सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार सरगुजा जिले की अम्बिकापुर, मैनपाट एवं सीतापुर, सूरजपुर जिले की लटोरी, बलरामपुर जिले की बलरामपुर, कुसमी एवं वाड्रफनगर, जशपुर जिले की दुलदुला, जशपुर, पत्थलगांव, सन्ना, कुनकुरी एवं कांसाबेल, रायपुर जिले की रायपुर एवं आरंग, कोरिया जिले की सोनहत, कोरबा जिले के दर्री, बेमेतरा जिले की बेरला तथा सुकमा जिले की गादीरास एवं कोण्टा तहसील में 60 प्रतिशत से कम बारिश हुई है। 

 

जबकि सरगुजा जिले की लुण्ड्रा, दरिमा, एवं बतौली, सूरजपुर जिले की प्रतापपुर एवं बिहारपुर तथा बलरामपुर जिले की शंकरगढ़, रामानुजगंज एवं राजपुर ऐसी तहसीलें हैं जहां चालू वर्षा मौसम में 01 अगस्त की स्थिति में 40 फीसद से कम बारिश दर्ज की गई है।