मारवाड़ के साथ-साथ मेवाड़ में भी बढ़ते छात्र नेता रविन्द्र सिंह भाटी के प्रशंसक




भीलवाड़ा। राजस्थान के युवाओं में दबंग युवा छात्र नेता कि छवि रखने वाले जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी द्वारा समर्थित प्रत्याशी जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में विजय होने पर दौलत सिंह खंगारोत (डुग्गी बन्ना) बुधवार को भीलवाड़ा से ओम बन्ना चोटिला धाम (पाली) के लिए साइकिल यात्रा पर निकले। दौलत सिंह खंगारोत (डुग्गी बन्ना) ने बताया कि, उन्होंने यह मन्नत मांगी थी कि रविंद्र सिंह भाटी की मेहनत रंग लाने पर और जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में अरविंद सिंह भाटी की जीत होने पर वह साइकिल से ओम बन्ना चोटिला धाम (पाली) आएंगे। अब उनकी यह मन्नत पूरी होने पर वह साइकिल से बुधवार को पांसल चौराया भीलवाड़ा से निकल चुके है। ★विदित रहे कि गत दिनों पूरे प्रदेश में सम्पन्न हुए छात्रसंघ चुनावों में जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय पर सबकी नजरें टिकी हुई थी, क्योंकि मुख्यमंत्री का गृह जिले होने के साथ-साथ अध्यक्ष पद के लिए सबसे कड़ा मुकाबला माना जा रहा था, जिसमें एसएफआई से अरविंद सिंह भाटी द्वारा एनएसयूआई के हरेंद्र चौधरी को 905 मतों से हराकर जीत दर्ज की। अरविंद की जीत के पीछे मुख्य भूमिका रविन्द्र सिंह भाटी की मानी जा रही जो की स्वयं भी जेएनवीयू के अध्यक्ष रह चुके है और रविन्द्र ने इतिहास रचकर 57 साल में पहली बार निर्दलीय के रूप में जेएनवीयू के छात्रसंघ अध्यक्ष बने थे। इधर एनएसयूआई के हरेंद्र चौधरी को आरसीए के अध्यक्ष और 2019 के चुनाव में जोधपुर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी रहे वैभव गहलोत का समर्थन था। इस चुनाव में वैभव गहलोत ने खुले मंच से NSUI के लिए वोट मांगें और क्षेत्र के सभी विधायको, पदाधिकारियों को छात्रसंघ चुनाव में झोंक दिया था। चुनाव से कुछ दिन पहले पोलिंग बूथ बदलने और अन्य सभी प्रत्याशियों के कार्यालय बन्द करवाने और गाड़ियां जब्त होने से उन पर विश्वविद्यालय एवं पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाने के भी आरोप लगे। जिससे ये चुनाव वैभव गहलोत बनाम रविन्द्र सिंह भाटी हो गया। इतने कठिन चुनाव में रविन्द्र सिंह भाटी के समर्थित प्रत्याशी की जीत होना बताता है कि उनको युवाओं का कितना समर्थन है।