BIG ब्रेकिंग: CM भूपेश की बैठक में बड़ा फ़ैसला.... जल संसाधन विभाग में 400 सब इंजीनियर्स की होगी भर्ती.... आर्थिक गतिविधियों पर कोई रोक नहीं.... कोरोना की तीसरी लहर को लेकर मुख्यमंत्री ने कही ये बड़ी बात......




...
रायपुर 5 जनवरी 2022। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बैठक में बड़ा फ़ैसला लिया गया है। जल संसाधन विभाग में 400 सब इंजीनियर्स की भर्ती होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्देश दिए है की ओवरलोडिंग वाले वाहनों पर कड़ी कार्यवाही करें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बैठक में निर्देश दिए है की कोविड की तीसरी लहर से डरने की नहीं, सतर्क रहने की आवश्यकता है। प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों पर कोई रोक नहीं है। मुख्यमंत्री ने जनता से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्देश दिए है की कोविड की तीसरी लहर हेतु भारत सरकार से प्रोटोकॉल जारी किए जाने का अनुरोध करें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्देश दिए है की कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए परीक्षा लें। सेंटरों की संख्या बढाएं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन हुआ। सरकार की प्रमुख योजनाओं की समीक्षा मुख्यमंत्री कर रहे हैं। मुख्य सचिव समेत समस्त प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री अधिकारियों से कार्यों का लेखा-जोखा लिए। जनता से जुड़ी योजनाओं की गहन समीक्षा हुई।
तीन साल में 15 लाख से पंजीकृत किसानों की संख्या 24 लाख हुई। पंजीकृत रकबा 24 लाख हे. से बढ़कर 30 लाख हे. हुई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्देश दिए है की Crop Diversification हेतु हर ब्लाक में कार्यशाला का आयोजन कर जागरूक करें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्देश दिए है की फसल विविधिकरण हेतु प्रत्येक विकासखंड में कार्यशाला का आयोजन जागरूक कर करें।
कोरोना के इलाज के प्रिस्क्रिप्शन में इस बार अमेरिकी दवा मोलुनुपीरावीर टैबलेट शामिल की जा रही है। इस टैबलेट को ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया ने आपात स्थिति को देखते हुए मंजूरी दे दी है। दिसंबर में लांच हुई इस दवा के 10 हजार से ज्यादा डोज प्रदेश के दवा कारोबारियों को सप्लाई हुए हैं। एक मरीज के लिए 40 टैबलेट की डोज तय है। कंपनियों के हिसाब से इस पूरे डोज का रेट दो से ढाई हजार रुपए होगा। भारत में एक साथ 15 कंपनियां प्रोडक्शन कर रही हैं, इसलिए स्टॉक कम नहीं होगा। अभी भी सामान्य लक्षण वाले मरीजों को पैरासिटामॉल और कफ सिरप से ही इलाज किया जाएगा।