Employee DA Hike : दिवाली से पहले कर्मचारियों-पेंशनरों मिल सकती है Good News, DA बढ़कर होगा 45 फीसदी! एरियर-भत्तों का भी लाभ….
कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद केन्द्रीय कर्मचारियों का ‘डीए’ 42% से बढ़कर 45 प्रतिशत पर पहुंच जाएगा। चुंकी इसे 1 जुलाई 2023 से लागू किया जाएगा, ऐसे में कर्मचारियों-पेंशनरों को 3 महीने जुलाई अगस्त सितंबर का एरियर भी मिलेगा।




Employee DA Hike
नया भारत डेस्क : केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए अच्छी खबर है। दिवाली से पहले से पहले कर्मचारियों पेंशनरों को गुड न्यूज मिल सकती है। खबर है कि नवरात्रि से पहले केन्द्र की मोदी सरकार कर्मचारियों-पेंशनरों के डीए और डीआर की नई दरों का ऐलान कर सकती है। चुंकी बीते साल सितंबर में ही डीए वृद्धि का ऐलान किया गया था, ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि इस बार भी सितंबर अंत तक नए डीए की घोषणा हो सकती है। वही आगामी चुनाव से पहले फिटमेंट फैक्टर पर भी विचार हो सकता है। अगर ऐसा हुआ तो कर्मचारियों को डबल गिफ्ट मिलेगी और सैलरी में भी बंपर उछाल आएगा।(Employee DA Hike)
3 फीसदी डीए में वृद्धि संभव
दरअसल, केन्द्र सरकार द्वारा साल में दो बार जनवरी और जुलाई में केन्द्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता और महंगाई राहत की दरों में संशोधन किया जाता है,जो की AICPI इंडेक्स के छमाही के आंकड़ों पर निर्भर करता है। जनवरी की दरों में संशोधन किया जा चुका है और अब जुलाई 2023 की नई दरें जारी की जानी है। AICPI इंडेक्स के जनवरी से जून 2023 के आंकड़ों के मुताबिक डीए में 3 फीसदी की वृद्धि होना तय है, जिसके बाद डीए बढकर 45% हो जाएगा। हालांकि अंतिम फैसला केन्द्र की मोदी सरकार को लेना है। संभावना है कि अगली कैबिनेट बैठक में डीए वृद्धि का प्रस्ताव आ सकता है, हालांकि अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
कितनी बढ़ेगी सैलरी
ताजा मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद केन्द्रीय कर्मचारियों का ‘डीए’ 42% से बढ़कर 45 प्रतिशत पर पहुंच जाएगा। चुंकी इसे 1 जुलाई 2023 से लागू किया जाएगा, ऐसे में कर्मचारियों-पेंशनरों को 3 महीने जुलाई अगस्त सितंबर का एरियर भी मिलेगा। इसका लाभ 47.58 लाख कर्मचारियों और लगभग 69.76 लाख पेंशनभोगियों को मिलेगा। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कर्मचारी का बेसिक-पे 18,000 रुपये है और उसे अभी 42 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता मिलता है, तो फिर ये 7,560 रुपये बनता है, जो 45 फीसदी होने पर बढ़कर 8,100 रुपये हो जाएगा। यानी कर्मचारियों को मिलने वाली सैलरी में सीधे 540 रुपये बढ़ जाएंगे, वही अधिकतम बेसिक-पे 56,900 रुपये पर यह 25,605 रुपये हो जाएगा।
न्यूनतम बेसिक वेतन में 2.5 गुना वृद्धि पर भी हो सकता है विचार
- मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो केन्द्रीय कर्मचारियों को चुनावी साल में फिटमेंट फैक्टर वृद्धि का भी तोहफा मिल सकता है। कर्मचारियों की सैलरी में ढ़ाई गुना वृद्धि देखने को मिल सकती है। चुंकी वर्तमान में कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर 2.57 फीसदी है और वे लंबे समय से इसे 3.00 फीसदी या 3.68 फीसदी करने की मांग कर रहे है, ऐसे में संभावना है कि आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार कर्मचारियों के फिटमेंट फैक्टर पर विचार कर सकती है।
- 2024 में लोकसभा चुनाव होने है, ऐसे में इसे 2026 से लागू करने पर सहमति बन सकती है।हालांकि अभी अधिकारिक पुष्टी नहीं की गई है। इससे पहले सरकार ने 2016 में फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाया था और इसी साल से 7th pay commission को भी लागू किया गया था और कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 6000 रुपये से सीधे 18,000 रुपये हो गई थी और अब अगर बढ़ता है तो बेसिक सैलरी 26000 हो जाएगी।
- दूसरे शब्दों में कहे तो फिटमेंट फैक्टर की दरों में संशोधन होने पर कर्मचारियों की सैलरी में ढ़ाई गुना वृद्धि होगी ।उदा. कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए का लाभ होगा। 3.68 होने पर सैलरी 95,680 रुपये (26000 X 3.68 = 95,680) हो जाएगी यानि सैलरी में 49,420 रुपए लाभ मिलेगा। 3 गुना फिटमेंट फैक्टर होने पर सैलरी 21000 X 3 = 63,000 रुपये होगी।