कार्तिक मास में कौनसे ९ विशेष काम करे, आइए जानते है डॉ सुमित्रा अग्रवाल से...

कार्तिक मास में कौनसे ९ विशेष काम करे, आइए जानते है डॉ सुमित्रा अग्रवाल से...
कार्तिक मास में कौनसे ९ विशेष काम करे, आइए जानते है डॉ सुमित्रा अग्रवाल से...

कार्तिक मास में कौनसे ९ विशेष काम करे 

डॉ सुमित्रा अग्रवाल 
वास्तु शास्त्री 
यूट्यूब वास्तु सुमित्रा 

कोलकाता : कार्तिक मास हिंदू धर्म में अत्यधिक पवित्र और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण महीना माना जाता है। इस महीने में विभिन्न पूजा, व्रत, और धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं।

यहाँ कुछ महत्वपूर्ण कार्य बताए गए हैं जो कार्तिक मास में करने चाहिए :

1. स्नान : 

कार्तिक मास में प्रातःकाल स्नान करना अत्यधिक पुण्यदायक माना जाता है। विशेष रूप से, गंगा, यमुना या किसी पवित्र नदी में स्नान करना शुभ होता है।

स्नान के बाद, सूर्य को जल अर्पित करें और भगवान विष्णु का ध्यान करें।

2. दीपदान :

कार्तिक मास में दीप जलाने का विशेष महत्व है। खासकर कार्तिक पूर्णिमा और तुलसी विवाह के दिन दीपदान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

शाम के समय घर और मंदिर में दीप जलाना चाहिए। विशेष रूप से, तुलसी के पौधे के पास दीप जलाने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

3. व्रत और उपवास :

कार्तिक मास में कार्तिक व्रत या अखण्ड कार्तिक व्रत का पालन करना विशेष महत्व रखता है। कई लोग इस महीने में हर दिन व्रत रखते हैं या केवल कार्तिक पूर्णिमा तक व्रत का पालन करते हैं।

इस दौरान सात्विक भोजन करें और मांस, शराब, और तामसिक भोजन से परहेज करें।

4. एकादशी व्रत :

कार्तिक मास में प्रबोधिनी एकादशी (जिसे देवउठनी एकादशी भी कहते हैं) विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन भगवान विष्णु के जागरण का उत्सव मनाया जाता है।

इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करें और तुलसी विवाह करें।
 

5. तुलसी पूजन और विवाह :

कार्तिक मास में तुलसी पूजन का विशेष महत्व है। तुलसी विवाह कार्तिक शुक्ल एकादशी (प्रबोधिनी एकादशी) के दिन होता है।

इस दिन तुलसी और भगवान शालिग्राम का विवाह करवाया जाता है।

तुलसी पूजा करने से सुख-समृद्धि और घर में शांति आती है।

6. भगवान विष्णु और भगवान शिव की आराधना :

इस महीने भगवान विष्णु और शिव की आराधना का विशेष महत्व है। इस दौरान विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना और विष्णु की उपासना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

साथ ही, भगवान शिव की पूजा और उनका अभिषेक करना भी अत्यधिक शुभ होता है।

7. दान-पुण्य :

कार्तिक मास में दान करना बेहद शुभ माना जाता है। गरीबों, ब्राह्मणों और जरुरतमंदों को अन्न, वस्त्र, धन और दीपदान करें।
इस माह में गोदान (गाय का दान), अन्न दान और तिल का दान विशेष फलदायक होता है।

8. कार्तिक पूर्णिमा :

कार्तिक पूर्णिमा इस महीने की सबसे महत्वपूर्ण तिथि है। इसे त्रिपुरी पूर्णिमा या देव दीवाली के रूप में भी मनाया जाता है।

इस दिन गंगा स्नान, दान और विशेष पूजा का बड़ा महत्व होता है।

इस दिन मंदिरों में दीप जलाने और भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष आशीर्वाद मिलता है।

9. रामायण और भगवद गीता का पाठ :

कार्तिक मास में धार्मिक ग्रंथों जैसे रामायण और भगवद गीता का पाठ करने का विशेष महत्व है। इससे मन की शांति और ज्ञान की प्राप्ति होती है।