गुरिल्ला युद्ध क्या है? गुरिल्ला युद्घ मतलब जिसे अंग्रेज़ी में Ambush वाला युद्घ कहा जाता है।




NBL, 06/03/2022, Lokeshwer Prasad Verma,.. गुरिल्ला युद्ध क्या है? गुरिल्ला युद्घ मतलब जिसे अंग्रेज़ी में ambush वाला युद्घ। गुरिल्ला या गेरिल्ला स्पैनिश शब्द गेरा (युद्ध) से आया है। इस शब्द का इस्तेमाल 19वीं शताब्दी से बढ़ा जब नेपोलियन के खिलाफ स्पेन और पुर्तगाली लोग गुरिल्ला युद्घ कर रहे थे, पढ़े विस्तार से...।
यह तब अपनाई जाती है जब शत्रु सेना संख्या में कहीं ज्यादा हो और उनके पास उपकरण भी अत्यधिक हो।
यह दुश्मन सेना को उनके प्रतिकूल क्षेत्र में बहका कर ले आने अथवा छुपकर वार करने के तरीके का उपयोग करता है। भारत में गुरिल्ला युद्घ को हम छत्रपति शिवाजी महाराज की युद्घ प्रणाली के रूप में जानते हैं। छत्रपति महाराज के किलों में घुसकर वार करने और किले पर किले जीत लेने की कई किंवदंती कथाएं हैं।
सिंहगढ़ युद्घ तानाजी मालुसरे के वीरता की अमर गाथा है। अपने पुत्र का विवाह छोड़कर युद्घ में आए तानाजी मालुसरे ने यशवंती नामकी गोह छिपकली का उपयोग किया था। गोह की दीवार पर अटूट पकड़ होती है। इस गोह को दुर्गम पश्चिमी दीवार के ऊपर फेंककर दीवार को रस्सी के सहारे सेना लांघ गई।
किले में घुसकर मराठा सेना ने आक्रमण कर लिया। किले पर उन्होंने विजय प्राप्त की पर तानाजी वीरगति को प्राप्त हो गए।
गुरिल्ला युद्ध का लिखित विवरण सबसे पहले चीन के युद्ध रणनीतिकार जेनरल सुन ज़ू ने लिखा है। उन्होंने अपनी किताब में बार बार शत्रु सेना की रणनीति समझकर उसके अनुरूप उन्हें परास्त करने की सलाह दी है।
वो पहले ही कहते हैं कि अगर शत्रु झट से उत्तेजित होता है तो उसे गुस्सा दिलाओ, जब वह तैयार नहीं है तभी उस पर आक्रमण करो।
All warfare is based on deception.
Hence, when able to attack, we must seem unable; when using our forces, we must seem inactive;when we are near, we must make the enemy believe we are far away; when far away, we must make him believe we are near.
चीन में माओ ज़ेदोंग और हो ची मिन्ह ने भी गुरिल्ला युद्ध का पथ अपनाया। उनकी युद्घ की रणनीति में जनता के बीच प्रोपगैंडा फैलाना, अपहरण, सेना के बेसों पर रेड करना, पीछा करते हुए छुपकर और घात लगाकर वार करना, सेना और सरकारी उच्चाधिकारियों पर सुनियोजित आक्रमण था - अलग अलग चरणों में।
चीन में, माओवादी सिद्धांत पीपल्स वार ने तीन चरणों में युद्ध को विभाजित किया।
फेज वन में, गुरिल्ला प्रचार प्रसार करके और सरकार के अंगों पर हमला करके जनसंख्या का समर्थन अर्जित करते हैं।
चरण दो में, सरकार के सैन्य बलों और महत्वपूर्ण संस्थानों के खिलाफ हमले किए जाते हैं।
तीसरे चरण में, शहरों को जब्त करने, सरकार को उखाड़ फेंकने और देश का नियंत्रण संभालने के लिए पारंपरिक युद्ध और लड़ाई का उपयोग किया जाता है।
माओ के सिद्धांत ने अनुमान लगाया कि परिस्थितियों के परिवर्तन होने चरणों के बीच स्थानांतरण की आवश्यकता हो सकती है और सभी चरण समान नहीं हो सकते हैं और पूरे देश में समान रूप से लागू भी नहीं हो सकते हैं।
क्यूबा में फिडेल कैस्ट्रो और अर्नेस्टो ‘चे’ ग्वेवारा के नेतृत्व में हुए विप्लव ने चे ग्वेवारा को गुरिल्ला युद्ध और बुर्जुआ के विरुद्ध उठती युवा आगाज़ का चेहरा बना दिया।
क्यूबा के युद्घ की विशेषता थी गुरिल्ला युद्ध और आक्रमण में हर कदम पर कंधों से कंधा मिलाती महिलाएं - सेलिया सांचेज़ और एबेल सांटामारिया की बहन ऐडे सांटामारिया । पहाड़ियों में छुपकर गुरिल्ला प्रशिक्षण लेना और फिर युद्घ करना - बार बार असफलता चखकर भी निरंतर लड़ते रहना। क्यूबा की कहानी के लिए यहां इस जवाब में न्याय कर पाना असंभव है।
गुरिल्ला रणनीति- खुफिया, घात, धोखे, तोड़फोड़ और जासूसी पर आधारित है, जो लंबे समय तक चलते, कम तीव्रता वाले टकराव के माध्यम से एक प्राधिकरण को कमजोर करती है। यह एक अलोकप्रिय विदेशी या स्थानीय शासन के खिलाफ काफी सफल हो सकता है, जैसा कि क्यूबा क्रांति, अफगानिस्तान युद्ध और वियतनाम युद्ध द्वारा पाया गया है।
स्थानीय शासन के खिलाफ, गुरिल्ला लड़ाके आतंकवादी हमलों और तोड़फोड़ और यहां तक कि पारंपरिक लड़ाई में अपने स्थानीय दुश्मनों को हटाने के लिए बलों के संयोजन के साथ शासन को असंभव बना सकते हैं।