देखे वीडियो-दिव्यांग होने के बावजूद अपनी कला के जरिए अलग पहचान बनाई गौरव नाग ने




आज तक हिम्मत मैं नहीं हारता भले दिव्यांग जरूर हूं जो सोचता हूं उसे करता भी हूं । मैं मन को एकाग्र भी करता हूं जिससे मुझे बहुत ही अच्छा लगता है- गौरव नाग |
सुकमा - आज हम ऐसे हुनर बाज बच्चे के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने अपनी दिव्यांगता को अपने ऊपर कमजोरी बनकर कभी हावी होने नही दिया।
Lदुनिया में सिर्फ एक ही विकलांगता है और वह है नकारात्मक सोच
इस बात को सच साबित कर न सिर्फ अपने लिए बल्कि दूसरों के लिए भी प्रेरणा बन रहे हैं गौरव नाग। इन्होंने अपनी शारीरिक अक्षमता को कमजोरी नहीं बनने दिया। ऐसे ही चंद दिव्यांगों के संघर्ष की दास्तां से आपको रूबरू करा रहे हैं हुनरबाज गौरव नाग।
गौरव ने अपने हाथों से बनाया पेंटिंग कलेक्टर को की भेंट
गौरव नाग सुकमा निवासी है, जो दिव्यांग जरूर है लेकिन कभी हिम्मत नहीं हारा ,आज सुकमा कलेक्टर नंदनवार सर से मुलाकात कर उन्हें अपने हाथों से बनाया सुंदर पेंटिंग कलेक्टर सर को भेंट किया।
विनीत नंदनवार कलेक्टर सुकमा ने उचित इलाज का करवाने का किया वायदा
गौरव ने कलेक्टर विनीत नंदवार को अपने बारे में अपनी परिस्थिति की विस्तृत जानकारी देते हुए अपने उचित इलाज के लिए भी मदद भी मांगी। गौरव के स्थिति के बारे में पता चलते ही कलेक्टर ने भरोसा दिलाते हुए उचित इलाज करवाने की बात कही ।
गौरव के पढ़ाई की मदद के लिए आगे आए कलेक्टर विनीत नंदनवार
कलेक्टर ने गौरव से बता करते हुए कहा कि आप अगर पढ़ाई भी करना चाहते हो तो हम आपको पुरी तरह मदद करेंगे।गौरव से काफी देर तक चर्चा की।
पेंटिंग के साथ ब्रूश्ली के दीवाने है गौरव नाग
वैसे गौरव पेंटिंग के साथ, ब्रुशली के दिवाना है, पेंटिंग करने के साथ साथ नानचाकू भी बेहतर ढंग से चलातें है और बच्चों को भी पेंटिंग के साथ साथ नानचाकू चलाने सीखाता है।
कलेक्टर विनीत ने की तारीफ
कलेक्टर सर ने गौरव की सोच सुनकर तारीफ करने से नहीं रोक पाए अपने आपको , गौरव के स्वास्थ्य के लिए सीएमएचओ बनसोडे सर को गौरव के बारे में बताया उचित इलाज के लिए कहा।गौरव ने भी कलेक्टर सर को धन्यवाद दिया। इस दौरान महेश कुंजाम और राजेश नाग साथ रहे।।