छत्तीसगढ़ी को पूर्ण राजभाषा का दर्जा देने की हो रही मांग, छात्र संगठन सहित इस संस्था ने उठाई आवाज....
छत्तीसगढ़ी को पूर्ण राजभाषा का दर्जा दिलाने छत्तीसगढ़ी जुराव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन और मोर चिन्हॉरी छत्तीसगढ़ी के सयुंक्त तत्वधान मे रायपुर के घड़ी चौक स्थित छत्तीसगढ़ महतारी के प्रतिमा के पास सुबह छत्तीसगढ़ी जुराव कार्यक्रम आयोजित किया गया।




रायपुर। छत्तीसगढ़ी को पूर्ण राजभाषा का दर्जा दिलाने छत्तीसगढ़ी जुराव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन और मोर चिन्हॉरी छत्तीसगढ़ी के सयुंक्त तत्वधान मे रायपुर के घड़ी चौक स्थित छत्तीसगढ़ महतारी के प्रतिमा के पास सुबह छत्तीसगढ़ी जुराव कार्यक्रम आयोजित किया गया। शुरूवात छत्तीसगढ़ महतारी मे आरती कर राजगीत का गायन कर किया गया।
एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन के अध्यक्ष ऋतुराज साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ी को पूर्ण राजभाषा का दर्जा दिलाने, सभी मंत्री और विधायक राजभाषा छत्तीसगढ़ी मे शपथ लेने हेतु प्रेरित करने,नयी सिक्छा नीति को राज्य मे लागु कर स्थानीय छत्तीसगढ़ी भाषा को लागु करने हेतु, सरकारी विभागों मे छत्तीसगढ़ी भाषा मे काम हो, विधानसभा कि कार्यवाही राजभाषा छत्तीसगढ़ी मे सपन्न हो, रोजगार कि भाषा बने छत्तीसगढ़ी इन सभी एजेंडो को लेकर एम ए छत्तीसगढ़ी डिग्रीधारी छात्र, मोर चिन्हॉरी संस्था कि टीम, भाषा प्रेमी, साहित्यकार, यूटुबर, पत्रकार लोग एक साथ एकत्र होकर छत्तीसगढ़ी के लिए एक साथ आवाज उठाये।
गैरतलब है कि राज्य बने 23 वर्ष हो गए लेकिन अभी तक छत्तीसगढ़ी भाषा को वो सम्मान नहीं मिल पाया है जिसके हक़दार है। यह अलग बात है कि तत्कालीन रमन सिँह जी कि सरकार ने 2007 मे विधिवत रूप से इसे राजभाषा का दर्जा दिया था पर यह भाषा सिर्फ कागजो मे ही राजभाषा का दर्जा प्रदान है. पूर्ण रूप से इसे भाषाई दर्जा प्रदान करवाने के लिए एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन लगातार लड़ाई लड़ रहा है।