साल का आखिरी सूर्य ग्रहण :सूर्य ग्रहण के साथ बन रहा शनि अमावस्या का अद्भुत संयोग…जानिए कब लगेगा Solar Eclipse और कहां दिखेगा….किन राशि पर पड़ेगा असर, शुभ फलदायक होती है इस राशियों की साढे-साती ...जानिए ग्रहण का समय……




रायपुर। साल के आखिरी और दूसरे सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर 2021 को साल का आखिरी और दूसरा सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है।यह अंटार्कटिका से दिखाई देगा। इसके अलावा केवल कुछ ही स्थानों पर लोग इस घटना को देख पाएंगे जैसे – सेंट हेलेना, नामीबिया, लेसोथो, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण जॉर्जिया और सैंडविच द्वीप समूह, क्रोज़ेट द्वीप समूह, फ़ॉकलैंड द्वीप समूह, चिली, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया।साल 2021 का आखरी सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि में लग रहा है।
लिहाजा सबसे ज्यादा असर इसी राशि के जातकों पर पड़ेगा। लेकिन यह ग्रहण बाकी लोगों पर भी असर डालेगा।
हालांकि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा और इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा, तब भी सूर्य ग्रहण के अशुभ असर से बचने के लिए कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है।
भारतीय समय के अनुसार यह ग्रहण दोपहर 12:20 बजे शुरू होगा और दोपहर 01:30 बजे अपने चरम पर होगा और अंत में दोपहर 01:36 बजे समाप्त होगा। पूर्ण सूर्य ग्रहण सुबह 7 बजे यूटीसी से शुरू होगा, अधिकतम ग्रहण सुबह 7:33 बजे होगा और यह सुबह 08:06 बजे समाप्त होगा।
सूर्य ग्रहण हों या चंद्र ग्रहण इन दोनों को ही धर्म और ज्योतिष में बहुत अशुभ माना गया है। ग्रहण के दौरान सूर्य और चंद्रमा नकारात्मक ऊर्जा देते हैं। इसलिए ग्रहण के दौरान कुछ सावधानियां बरतनी बेहद जरूरी है।
साथ ही ग्रहण के अशुभ असर से बचने के लिए इष्ट देव की आराधना करने, ग्रहण के बाद स्नान-दान करने के लिए कहा जाता है। इसके अलावा ग्रहण के बाद घर को शुद्ध करने के लिए घर में गंगाजल भी छिड़कना चाहिए ताकि घर की नकारात्मक ऊर्जा भी खत्म हो जाए।
ये गलतियां करने से बचें-
ग्रहण के दौरान नकारात्मक माहौल रहता है। इसलिए इस दौरान कुछ भी न खाएं।
– ग्रहण भोजन, पानी पर नकारात्मक असर डालता है इसलिए इस दौरान पके हुए भोजन और पानी में तुलसी डाल दें, ताकि ये चीजें शुद्ध रहें।
– ग्रहण के दौरान कोई शुभ काम नहीं करना चाहिए। इस दौरान किए गए अशुभ नतीजे देते हैं।
– ग्रहण के दौरान भगवान की पूजा-आरती न करें। बल्कि इस दौरान सभी मंदिरों के पट बंद कर दिए जाते हैं. घर में बने पूजा घर में भगवान की मूर्ति को ढक देना चाहिए।
– ग्रहण के दौरान यात्रा करने से बचें।
शनि जिन राशियों में कारक होते हैं, उन लोगों को साढे-साती में बड़े स्तर पर लाभ भी प्रदान करते है. प्रायः वृष, तुला, मकर, कुम्भ राशि वालों के लिए इनकी साढे-साती शुभ फलदायक होती है. वह भी व्यक्ति के कर्म के आधार पर ही शुभ या अशुभ फल कम या अधिक मात्रा में प्राप्त होता है. इस प्रकार कर्म फल प्रदायक शनि देव अच्छे कर्म करने वाले को पुरस्कृत और गलत कार्य करने वाले को दण्डित करने से भी नहीं चूकते हैं.
सूर्यग्रहण पर जरूर करें ये काम
- खाने की बनी हुई चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दें. दूध में भी तुलसी डालना न भूलें. तुलसी के पत्ते ग्रहण के समय निकलनेवाली हानिकारक तरंगों से भोजन को दूषित नहीं होने देते.
- आजकल घरों में पीने का पानी भी भरकर रखा जाता है. ऐसे में पीने के पानी में धुलकर साफ किए हुए तुलसी के पत्ते और कुछ बूंदें गंगाजल की मिला दें. इससे यह दूषित नहीं होगा.
- सनातन धर्म में कई कार्यों को सूतक काल के दौरान करने की मनाही है. इस समय में खाना नहीं खाना चाहिए.
- ग्रहण खत्म होने के बाद पूरे घर में झाडू़ लगाकर गंगाजल का छिड़काव करें.
- भगवान के मंदिर को गंगाजल छिड़ककर पवित्र करें और धूप-दीप कर उन्हें भोग अवश्य लगाएं.
- सूर्यग्रहण के साथ-साथ आज शनि अमावस्या भी है इसलिए दान-पुण्य और पूजन करना शुभ रहेगा.