CG- 25 लाख की ठगी करने वाला फरार डायरेक्टर गिरफ्तार: धोखाधड़ी कर ऐसे जीता था ऐसो-आराम की जिंदगी.... आलीशान बंगला और 4 महंगी कारें भी.... भुवनेश्वर से गिरफ्तार.... पांच साल से था फरार........

CG- 25 लाख की ठगी करने वाला फरार डायरेक्टर गिरफ्तार: धोखाधड़ी कर ऐसे जीता था ऐसो-आराम की जिंदगी.... आलीशान बंगला और 4 महंगी कारें भी.... भुवनेश्वर से गिरफ्तार.... पांच साल से था फरार........

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दुर्ग 3 फरवरी 2022।️ चिटफंड कंपनी संचय इन्फ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड का फरार डायरेक्टर भुनेश्वर उडिसा से गिरफ्तार किया गया है। ️डायरेक्टर अरविन्द मिश्रा वर्ष 2017 से फरार था।️ अधिक ब्याज का लालच देकर 13 निवेशको से 25 लाख से अधिक राशि जमा कराकर धोखाधडी किया गया।️ पूर्व में भी आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार हो जाता था। आरोपी द्वारा धोखाधडी कर अर्जित लाभ से एसो अराम की जिन्दगी जीता था। ️आरोपी का एक आलिशान बंगला व घर में चार महंगे कार है।️ आरोपी के बैंक अकाउंट व अन्य संपत्तियों की जानकारी ली जा रही है।️ पूर्व में प्रकरण के एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है।

मामला थाना मोहन नगर का है। चिटफंड कंपनी के फरार डायरेक्टरो की गिरफ्तारी एवं उनके चल अचल संपत्ति की कुर्की कार्यवाही हेतु अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में थाना मोहन नगर के अपराध क्रमांक 318/2017 धारा 420 , 34 भादवि , छ.ग. के निक्षेपको के हितो का संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 10 एवं 3 , 4 , 5 धन परिचालन अधिनियम अंतर्गत चिटफंड कंपनी संचय इन्फ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड के डायरेक्टरो द्वारा जिले के 13 निवेशको से अधिक व्याज का लालच देकर राशि जमा कराकर लगभग 25,00,000 रू . से अधिक राशि धोखाधडी किया गया था। 

प्रकरण में पूर्व में डायरेक्टर प्रवीण मोहंती को भुनेश्वर उडिसा से गिरफ्तार किया गया था। प्रकरण के 02 आरोपी फरार थे जिनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष रूप से टीम गठीत कर भुनेश्वर उडिसा रवाना किया गया था। उडिसा पहुंचकर पुलिस टीम के द्वारा लगातार 03 दिनो तक फरार डायरेक्टर अरविन्द मिश्रा के घर की गोपनीय तरीके से की जा रही थी निगरानी आरोपी के संबंध में सुराग मिलने पर कि वह अपने एम . जी . हेक्टर कार से घुम रहां है कार तथा आरोपी अरविन्द मिश्रा का वेरीफाई कर पकड़ा गया। आरोपी को गिरफ्तार कर भुनेश्वर उडिसा से दुर्ग छ.ग. लाया गया है। गिरफ्तार डायरेक्टर अरविन्द मिश्रा के चल अचल संपत्ति चिन्हित किया जाकर शीघ्र कुर्की हेतु शासन की ओर भेजी जा रहीं है। जिससे निवेशको को निवेश की गई राशि वापस की जा सके।