छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रदेशअध्यक्ष ने गत वर्ष खेल दिवस के अवसर पर मनेंद्रगढ़ रेलवे के खिलाड़ी शुभम वसोने का सम्मान किया था उसके साथ हर परिणाम 1 वर्ष बाद दिखलाई पड़ रहे हैं




मनेंद्रगढ़। मनेंद्रगढ़ जिला शतरंज संघ के अध्यक्ष संतोष कुमार जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि शतरंज के क्षेत्र में मनेंद्रगढ़ अनशन से सर्वप्रथम अनेक खिलाड़ी जिला स्तर पर चयन किए गए हैं जिनको कोरिया जिले का प्रतिनिधित्व करने के लिए संभाग स्तरीय शतरंज प्रतिस्पर्धा में भाग लेने की पात्रता प्राप्त हुई है।
यह उल्लेखनीय है कि कल बैकुंठपुर में जिला स्कूल स्तरीय शतरंज प्रतिस्पर्धा तीन -तीन समूहों में बालक और बालिकाओं के लिए प्रथक प्रथक आयोजित की गई। अंडर 14, अंडर 17 और अंडर-19
Under 14 बालक वर्ग में विजेता का खिताब मनेंद्रगढ़ के सरदार आर्य दीप सिंह ने वरन किया इनके साथ दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल के अनिकेत सिंह गौर सुंदर दुबे और ऋषि वर्मा का भी चयन किया गया।
बालिका वर्ग अंडर-19 में मनेंद्रगढ़ से प्रथम तीन स्थान कुमारी रानी इस समूह की विजेता रही धोती स्थान पर कुमारी लक्ष्मी और तृतीय स्थान पर सुखमनिया नए प्राप्त करके बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय का गौरव के साथ-साथ संस्था के प्राचार्य एवं उनके सहयोगी टी वीजय गोपाल राव का नाम रोशन कर दिया।
बालक वर्ष में अंडर-17 में मनेंद्रगढ़ के सीताराम हेमंत वर्मा का चयन किया गया है। इसी प्रकार बालक के अंडर-19 में मनेंद्रगढ़ से शिवरतन और मनीष का चयन किया गया है।
नेशनल आर्बिटर संतोष कुमार जैन ने बताया कि मनेन्दगढ़ विकासखंड से इतनी बड़ी संख्या में बालक बालिकाओं का चयन होने से एक उत्साह का वातावरण निर्मित हुआ है और इस से प्रेरित होकर आगामी समय में शतरंज का प्रचार प्रसार होगा। उन्होंने सभी चयनित खिलाड़ियों को आश्वस्त किया है कि उनके लिए जो भी समुचित प्रशिक्षण की व्यवस्था है मनेंद्रगढ़ शतरंज संघ आयोजित करेगा और समय-समय पर खिलाड़ियों को समुचित सुविधाएं भी उपलब्ध कराएगा।
मनेंद्रगढ़ जिला शतरंज संघ लगातार प्रतिभाओं के परिमार्जन में तथा प्रशिक्षण प्रतिस्पर्धा प्रचार-प्रसार के माध्यम से सतत प्रयत्नशील है। यह उल्लेखनीय है कि गत वर्ष खेल दिवस के अवसर पर मनेंद्रगढ़ रेलवे में कार्यरत श्री शुभम वसोने को छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष माननीय अरविंद अवस्थी के कर कमलों द्वारा सम्मानित किया गया था। इस सम्मान समारोह से खिलाड़ियों के मन में प्रेरणा जागृत हुई है और लगातार इस क्षेत्र में शतरंज का विकास हो रहा है।