धर्म, साम्प्रदायिकता राजनीति का हिस्सा बन गई है, लेकिन यह देश के विकास के लिए ठीक नहीं है। सत्ता की भूख?

Religion, communalism has become a part of politics,

धर्म, साम्प्रदायिकता राजनीति का हिस्सा बन गई है, लेकिन यह देश के विकास के लिए ठीक नहीं है। सत्ता की भूख?
धर्म, साम्प्रदायिकता राजनीति का हिस्सा बन गई है, लेकिन यह देश के विकास के लिए ठीक नहीं है। सत्ता की भूख?

NBL, 31/03/2023, Lokeshwer Prasad Verma Raipur CG: Religion, communalism has become a part of politics, but it is not good for the development of the country. Hungry for power?

मेरे देश वासियों आज सुधार नहीं करेंगे अपने आप से सभी देशवासि तो ये राजनीतिक नेताओ की सत्ता भूख पूरे देश का बेड़ा गर्ग कर देगा कही धर्म मजहब के नाम पर दंगा तो कही लोकतंत्र के जनहित के नाम पर आंदोलन तो कही मंदिर मस्जिद के नाम पर राजनीति करके रोटी सेकने वाले नेता हम लोकतंत्र को कही का नहीं छोड़ता और सर्व धर्म के लोग अपने ही देश में उलझे रहते हैं, एक इंसान दूसरे इंसान के साथ नफरत की बात करते रहते हैं, जबकि भारत देश सम्पूर्ण धर्म समाज के लोगों को आश्रय देने व इसी मिट्टी का एक हिस्सा है, हम सब और इसी देश भूमि में अपना जीवन हम सबको बिताना है, पैदा भी लेना है और मरना भी इसी भारत भूमि में है, तो कौन किसको चोट पहुँचा कर हम सुखी जीवन का निर्माण कर लेंगे जबकि हम सभी धर्म के लोग एक ही भारत माँ भूमि के एक ही संतान है। 

आज उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार अपने प्रदेश में अमन शांति विकास लाने के लिए अपने प्रदेश में अभियान छेड़ दिया है, हम सब गुंडे मवाली व देश द्रोही प्रवित्ति वाले लोगों को जमीदोज कर देंगे और हम अपने प्रदेश को देश के अन्य राज्यों से नंबर वन प्रदेश बनाएंगे और अमन शांति का लहर आपको देखने को मिल रहा है, जो बड़े बड़े बाहुबली सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने घुटने टेक रहे है, और यूपी के सभी लोगों में एक प्रवाह चल रहा है अमन शांति का जो सराहनीय है। 

जबकि संपूर्ण देश में एक धर्म विशेष को टारगेट में लेकर उस धर्म का स्तर गिराने मे लगा हुआ देश मे गंदी राजनीति करने वाले नेता व उनके समाज के ही लोग जो अपने धर्म समाज के लोगों को उकसा कर दूसरे धर्म समाज के लोगों को आहत पहुँचा रहे हैं, ये कितना बड़ा पाप है जो अमन चैन शांति को भंग करा कर अपने आप में शर्मनाक हरकत कर अपने ही देश के संपत्ति व अपने ही देश के भाई बहन व अमन शांति को आहत पहुँचाया  जा रहा है। कल ही आप लोग देख रहे थे देश के कुछ राज्यों में हिंदू धर्म के अन्य धार्मिक पर्व व रामनवमी पर्व जुलूस पर अन्य धर्म समाज के लोगों के द्वारा शांति भंग करने के लिए लगा हुआ था और फिर उनके उपर कानूनी कार्यवाही होगी और दोषी पाया जायेगा और उनको जेल जाना पड़ेगा तो वही गंदी राजनीति करने वाले लोग कहते हैं हमारे धर्म समाज के लोगों को सरकार जानबुझ कर नुकसान पहुँचा रहे हैं और यह आरोप आप लगा देते हैं, ये क्यों नहीं कहते अपने धर्म समाज के लोगों को की आप सभी से विनती है हमारे समाज के सभी लोगों से कल हिंदू धर्म समाज लोगों का धार्मिक पर्व है, और उस पर्व मे हमारे धर्म समाज के सभी लोग भागीदारी व हिस्सा बनेंगे और उनके पर्व को शांति रूप से सम्पूर्ण सहयोग कर अपना धर्म के अच्छे इंसानियत का परिचय देंगे यही तो भाई चारा है जो सुख व दुख मे साथ खड़े होकर साथ देते यही तो हमारे सभ्य भारतीय एकता का प्रतिक है। 

धर्म, साम्प्रदायिकता राजनीति का हिस्सा बन गई है, लेकिन यह देश के विकास के लिए ठीक नहीं है। सत्ता की भूख को मिटाने का जरिया बन गया है देश मे गंदी राजनीति करने वाले नेताओ की जिसको जड़ से मिटाना बेहद जरुरी है हम सभी देशवासियों को। धर्म को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए क्योकि धर्म पवित्र है, जो हम मानवों को सही दिशा निर्देश देकर गलत रास्तो में जाने से रोकता है, और अपने धर्म के रास्ता में ही चलना चाहिए, जो सर्व धर्म मानव जाति समाज को एक साथ जोड़ कर रखे वैसा अपना धर्म होनी चाहिए, क्योकि हम भारत के वासी है और यह सर्व धर्म समाज का देश है, और यहाँ एक धर्म दूसरे धर्म के लोगों से नफरत करते रहेंगे तब तक देश का विकास नहीं हो सकता, और गंदी राजनीति करने वाले लोगों का उत्थान उन्नति होता रहेगा, और देश में राम राज नहीं बल्कि रावण राज चलता रहेगा, और हम सभी भारतीय एक दूसरे से लड़ते झगड़ते रहेंगे और राजनीति करने वाले नेता लोग हम देशवासीयो के कमजोरी का फायदा उठाते रहेंगे।

हम सुधरेंगे तो युग सुधरेगा, हम बदलेंगे तो युग बदलेगा अब चुनाव आपको करना है, विनाश शील भारत चाहिए की विकास शील भारत चाहिए क्योकि रहना हम सभी धर्म समाज के लोगों को इसी भारत माँ भूमि में। अगर हमे विकास चाहिए तो हमको देश के साथ चलना होगा, देश के हर धर्म समाज के लोगों से प्रेम करना होगा, देश के हर एक संपत्ति को सहेज कर रखना होगा, और सबका साथ सबका विकास की ओर अग्रसर होना होगा और पूरे विश्व में अपना भारत को दान देने वाले देश बनाना होगा विश्व मानव कल्याण के लिए जब जब विपत्ति विश्व के कोई भी देश में आ गया तो उनके मदद के लिए भारत सबसे पहले खड़े होकर उनके मददगार देश में अव्वल दर्जे पर रहे, ऐसा भारत हम सभी देशवासियों को बनाना है। घिसी पीटी धर्म लड़ाई झगड़े को त्याग कर नया भारत का निर्माण करना होगा, देश के कोने कोने में जन जागरण लाना होगा देश के सर्व धर्म मानव जाति को उन्नति का मार्ग दिखाना होगा और सभी धर्म समाज के लोगों को देश विकास के पथ पर जोड़ना होगा। भेदभाव जड़ से मिटाना होगा नया उन्नत शील मानव भारत समाज बनाना होगा। एक ही धर्म रहे राष्ट्र धर्म हम सब भारतीय एक है।