अफसर की 'गंदी हरकत': केबिन में बुलाकर महिला के प्राइवेट पार्ट्स को छूता है अधिकारी.... कहता है- 'मेरे लिए इतना नहीं कर सकती हो'.... फिर जो हुआ.... महिला ने CM को चिट्ठी लिख की शिकायत.....
हिला जिला पंचायत राज कार्यालय में काम करती है. उसने इस मामले में डीपीआरओ राजीव कुमार पर आरोप लगाया है और सीएम नीतीश कुमार से शिकायत भी की है. Officer dirty act touches private parts woman calling cabin wrote letter CM complaining officer touches the private parts of the woman by calling in the cabin गया। महिला कर्मी ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी पर आरोप लगाया है। अपने कार्यालय कक्ष में दिन भर बैठाकर अश्लील बातें करना, प्राइवेट पार्ट को स्पर्श करने सहित कई अश्लील बातों को अंकित कर सीएम को पत्र भेज कर जानकारी दी है। जिला पंचायत राज कार्यालय में काम करने वाली एक महिला कर्मचारी ने अपने ही विभाग के पदाधिकारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. मामला बिहार के गया जिले का है. महिला कर्मचारी का कहना है कि डीपीआरओ राजीव कुमार अपने काले शीशे वाले केबिन में बुलाकर प्राइवेट पार्ट्स को छूते हैं.




officer touches the private parts of the woman by calling in the cabin
गया। महिला कर्मी ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी पर आरोप लगाया है। अपने कार्यालय कक्ष में दिन भर बैठाकर अश्लील बातें करना, प्राइवेट पार्ट को स्पर्श करने सहित कई अश्लील बातों को अंकित कर सीएम को पत्र भेज कर जानकारी दी है। जिला पंचायत राज कार्यालय में काम करने वाली एक महिला कर्मचारी ने अपने ही विभाग के पदाधिकारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. मामला बिहार के गया जिले का है. महिला कर्मचारी का कहना है कि डीपीआरओ राजीव कुमार अपने काले शीशे वाले केबिन में बुलाकर प्राइवेट पार्ट्स को छूते हैं.
महिला ने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी शिकायत की है. महिला का कहना है कि चैंबर में बुलाकर उससे अश्लील बातें और हरकतें करते हैं. वे अपने ड्राइवर को बाहर भेजकर पकड़ लेते हैं और शरीर को छूते हैं. महिला ने यहा तक कहा कि डीपीआरओ कहते हैं कि उनके लिए टाइट जींस और टीशर्ट पहन कर वो ऑफिस आया करे. इस पर जब महिला ने कहा कि उसके घर वाले इजाजत नहीं देते हैं तो धमकी देते हैं कि अंजाम अच्छा नहीं होगा. कहीं दूर ट्रांसफर करने की बात कहते हैं.
इस मामले में महिला ने सीएम के साथ-साथ पंचायत राज विभाग, महिला आयोग को भी इसकी लिखित शिकायत की है. पीड़िता की शिकायत के बाद गया के डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने जांच टीम का गठन किया. इसमें उपविकास आयुक्त और आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समेत श्रम अधीक्षक हैं. अब इधर टीम का कहना है कि इस नाम की कोई महिला अभी तक उन्हें नहीं मिली है. जांच टीम ने विभाग से महिला कर्मचारियों की लिस्ट मांगी है. वहीं डीएम ने जांच टीम से 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट मांगी है.