मस्तूरी विद्युत विभाग में हुए घोटाले का मामला पकड़ते जा रहा है तूल घोटाला 24 लाख से बढ़कर ढाई करोड़ के करीब पहुंचा मामले में तत्कालीन ए,ई,और कार्यालय सहायक दोनों के खिलाफ एफ आई आर कराने हो रही तैयारी पढ़े पूरी खबर




ओएडएम सर्किल के मस्तूरी वितरण केंद्र में बिजली घोटाला 24 लाख से बढ़कर ढाई करोड रुपए तक पहुंच गया है इस मामले में तत्कालीन सहायक अभियंता और दो क्लर्क की मिलीभगत उजागर हुई है इसलिए उनके खिलाफ भी पुलिस में अपराध दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है इसके लिए आवश्यक दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं मस्तूरी विद्युत विभाग में बिजली बिल घोटाला का मामला तूल पकड़ता जा रहा है मिली जानकारी के अनुसार तत्कालीन जूनियर इंजीनियर प्रिया आमले ने सकरी में पदस्थ अपने हेल्पर पति टिकेश यादव की मिलीभगत से उपभोक्ताओं द्वारा जमा किए गए बिजली बिल का गमन कर दिया था इसके बाद बिल अमाउंट को छूट वाले कृषि पंपों के बीपी में जोड़कर लाखो का घोटाला किया मामला सामने आने के बाद इन दोनों को निलंबित कर दिया गया ओएंडएम डिवीजन के अधिकारियों ने जांच की जिसमें करीब 24 लाख रुपये का गमन सामने आया था जिसमें जे ई सहित 13 कर्मचारियों को जिम्मेदार पाते हुए उनके खिलाफ पुलिस ने अपराध दर्ज कराया गया वहीं तत्कालीन सहायक अभियंता ए,ई,प्रदीप पैकरा भी घोटाले में शामिल था उसको बचाने में स्थानीय अधिकारी लगे थे इसलिए उसको सिर्फ चार्ज सीट जारी हुआ इसकी शिकायत कंपनी मुख्यालय रायपुर में होने के बाद एक विशेष टीम जांच के लिए पहुंची उसने मामले की फिर से जांच की इसमें बिजली बिल घोटाले का मामला करीब ढाई करोड़ रुपए तक पहुंच गया है वही मस्तूरी के तत्कालीन ए,ई,प्रदीप पैकरा और मस्तूरी में पदस्थ कार्यालय सहायक ग्रेड 3 कोमल देवांगन को जिम्मेदार पाया गया है इसलिए उनके खिलाफ भी एफ आई आर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं जिसकी तैयारी विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा की जा रही है जल्द तीनों के खिलाफ अपराध दर्ज हो जाएगा ए,ई,प्रदीप पैकरा का घोटाले के बाद सूरजपुर स्थानांतरण कर दिया गया था वर्तमान में वही पदस्थ हैं