पंचायत सचिव महीने में दो से चार दिन ही करती है ड्यूटी सचिव की कार्यशैली से परेशान होकर सरपंच फूलचंद बंजारे ने सचिव की सीईओ मस्तूरी से की शिकायत पढ़े पूरी खबर




सचिव की कार्यशैली से परेशान होकर
लिमतरा सरपंच फूलचंद बंजारे ने सचिव की सीईओ मस्तूरी से की शिकायत अपने कार्य में बार बार लापरवाही कर रही सचिव राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजनो को आम जनता तक नहीं पहुंचा रही है ना ही सरपंच का फोन उठाती है और ना ही अधिकारी कर्मचारियों का जिसके कारण सरपंच ने थक हार कर इनकी शिकायत मस्तूरी सीईओ कुमार सिंह लहरें से की है और अपने पंचायत सचिव को बदलने की गुजारिश की है मालूम हो कि ग्राम पंचायत में ऐसे सैकड़ों कार्य होते हैं जिसको सचिव के माध्यम से ग्राम पंचायत के निवासी करवाते हैं जैसे कि जन्म प्रमाण पत्र मृत्यु प्रमाण पत्र पंचायत से संबंधित जानकारियां राशन कार्ड की जानकारियां सरकार की नई-नई योजनाओं की जानकारियां आदि पर पंचायत सचिव ही नदारत रहे तो जानकारियां ग्रामीण किससे ले और कहां जाएं इन सभी विषयों पर लिमतरा सरपंच बंजारे ने कई बार सचिव को समझाया बावजूद इसके सचिव अपनी मनमानी पर अड़ी रही और महीने में 2 से 4 दिन ही पंचायत में आती थी ग्रामीणों का समस्या सरपंच से देखा नहीं गया और उन्होंने इनकी शिकायत की इस विषय में लिमतरा सचिव से जब हमारी बात हुई तो बचने की कोशिस की और कहाँ कि मुझे नहीं पता क्यों शिकायत किया जा रहा है आपको जो जानकारी चाहिए वह पंचायत में जा कर ले लीजिए आपको यह भी बताते चले कि पंचायत सचिवों को पंचायत अधिनियम के तहत पंचायत भवन में रोज ड्यूटी देनी होती है पर मस्तूरी क्षेत्र के कुछ ग्राम पंचायत के सचिव नियमों को ताक में रखकर ड्यूटी कर रहे हैं और अधिकारी कर्मचारियों के बोलने के बावजूद ड्यूटी में लापरवाही बरत रहे हैं ऐसे सचिवों की जानकारियां इक्कठा किया जा रहा जिन पर कार्यवाही लगभग तय मानी जा रही है