मस्तूरी की पुकार लहरिया भरे हुंकार कका पर भरोसा विकास चौतरफा जनता की पुकार लहरिया फिर एक बार पढ़े पूरी खबर




क्यों मस्तुरी में सबसे आगे हैं लहरिया मिल रहा लोगों का साथ और आशीर्वाद जानें ?
दरअसल इनका सरल व्यक्तित्व मीठी बोली स्वच्छ छवि सभी वर्ग को साथ लेकर चलने की इनकी आदत मिलनसार लचीला ब्यवहार ये सब इनको सभी प्रत्याशियों से अलग बनाती हैं और यही कारण हैं कि आज वे विधानसभा में सबसे आगे चल रहे हैं इनकी सबसे बड़ी बात ये हैं कि इनके पास कोई भी ब्यक्ति किसी भी समाज का हो गरीब अमीर साबकी सुनते हैं और निराकरण भी करते हैं ये तब कि बात हैं जब ये एम एल ए नहीं थे वहीं अगर बात करे दूसरों की तो चुनाव तक आपको पूरा टाइम् देंगे उसके बात आप कौन और हम कौन वाली सामने आ जाती हैं इसलिए दिलीप लहरिया सबसे बहुत आगे हैं शायद ?
दिलीप लहरिया एक लोक गायक हैं। वह एक बार पूर्व में भी मस्तुरी विधानसभा से विधायक निर्वाचित हो चुके हैं। दिलीप लहरिया का जन्म 3 मई 1968 को ग्राम पंचायत धनगंवा ब्लॉक मस्तूरी में हुआ था। उनके पिता का नाम मनोहर लहरिया है।
दिलीप लहरिया को विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा लोग गायन कला के लिए पुरस्कृत किया गया हैं।
छत्तीसगढ़ी लोकगीतों के देश के विभिन्न क्षेत्रों में सफल मंचन से प्रसिद्ध हुए दिलीप लहरिया को कांग्रेस ने 2013 में मस्तूरी विधानसभा से अपना प्रत्याशी बनाया था। इसमें उन्होंने भाजपा के कृष्णमूर्ति बांधी को चुनाव हराकर जीत हासिल की थी। वे 2013 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे। विधायक निर्वाचित होने के बाद 2014-15 में वे सदस्य अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति तथा पिछड़े वर्ग की कल्याण संबंधी समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहें।
तीसरी बार दिलीप लहरिया मस्तूरी से कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया हैं जो सफल होता दिख भी रहा हैं खास बात यह है कि तीनों बार उनके प्रतिद्वंदी भाजपा के कृष्णमूर्ति बांधी ही हैं