मस्तूरी जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत सोन में क्षतिग्रस्त हो चुके पुलिया से ग्रामीणों को जोखिम उठाकर पड़ता है आना जाना किसी बड़ी घटना को कर रही आमंत्रित पढ़े पूरी खबर




मस्तूरी तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत सोन में लोगों को जोखिम उठाकर पार करना पड़ रहा है पुलिया मालूम हो कि पुल का मामला पिछले कई सालों से लटका पड़ा है पिछले कई साल से सोन वासी इस भारी समस्या से जूझ रहे हैं और बारिश आने के बाद यह समस्या और भी बढ़ जाती है क्योंकि गर्मी के दिनों में पानी नहीं होने के कारण लोग नीचे से उतर कर चले जाते हैं पर जैसे ही बारिश का दिन आता है लोगों को 5 मिनट के रास्ते के बदले आधे घंटे का रास्ता तय करना पड़ता है इमरजेंसी यूज़ के लिए वहां पर 2 खंबे को रखकर लोग अपनी जरूरत पूरी कर रहे हैं पर आते जाते दुर्घटना घट जाती है तो यह आश्चर्य की बात नहीं होगी आपको यह भी बताते चले की बारिश के दिनों में यह नाला अपने पूरे उफान पर रहता है और आसपास जलमग्न हो जाता है यही पास में ही आंगनबाड़ी व स्कूल है जहां बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं और वे बच्चे भी उसी पुल को पार करके जाते हैं जो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है और आने जाने के लिए दो पोल को रखा गया है जहां कभी भी गंभीर दुर्घटना घट सकती है ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि अशोक केवट ने बताया कि यह समस्या बहुत सालों से चली आ रही है जिसके लिए हम सब अथक प्रयास कर रहे हैं पर सफलता अभी तक नहीं मिली इस विषय में अधिकारियों से कई बार चर्चा की गई है पर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं वहीं ग्रामीणों का कहना है कि पुल का निर्माण बहुत ही जरूरी है क्योंकि यह पुल दो दो मोहल्लों को जोड़ता है पास में ही आंगनबाड़ी भवन है और हाई स्कूल भी है यहां छात्र छात्राओं को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है गांव के मुकेश यादव ने बताया कि कई बार छात्र-छात्राएं स्कूल आते जाते समय नाले में गिर जाते हैं जिससे छात्र छात्राओं को भारी समस्या होती है वहीं सरपंच प्रतिनिधि का कहना है कि कई बार अधिकारियों को बोलने के बाद भी अधिकारी सुध नहीं ले रहे है