नगरी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में टीचर की व्यवस्था नहीं होने से बच्चे हो रहे हैं परेशान न हीं पालक समिति भी नहीं दे रही है बच्चों के भविष्य पर ध्यान.. बच्चों के भविष्य साथ खिलवाड़...सिर्फ बच्चों को मिल रहा है आश्वासन...

नगरी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में टीचर की व्यवस्था नहीं होने से बच्चे हो रहे हैं परेशान न हीं पालक समिति भी नहीं दे रही है बच्चों के भविष्य पर ध्यान.. बच्चों के  भविष्य साथ खिलवाड़...सिर्फ बच्चों को मिल रहा है आश्वासन...

छत्तीसगढ़ धमतरी..

नगरी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में टीचर की व्यवस्था नहीं होने से बच्चे हो रहे हैं परेशान न हीं पालक समिति भी नहीं दे रही है बच्चों के भविष्य पर ध्यान

सिर्फ बच्चों को मिल रहा है आश्वासन शिक्षा विभाग की मनमानी के चलते हैं आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में टीचर की व्यवस्था नहीं और बच्चों को दे दिया गया एडमिशन क्या शासन-प्रशासन बच्चों के भविष्य बनाने के लिए कटिबद्ध है कि बच्चों की भविष्य खराब करने की सोच रख कर इस स्कूल मे बिना टीचर की व्यवस्था के बच्चों को उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर झोंक दिया गया 11वीं और 12वीं के बच्चे टीचर नहीं होने से काफी परेशान नजर आ रहे हैं बार-बार संस्था प्रमुख को आवेदन निवेदन करने के बाद भी सिर्फ बच्चों को आश्वासन देकर इतिश्री करते नजर आ रहे हैं क्या बच्चों की भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले अधिकारियों के ऊपर शासन-प्रशासन करेगी कार्रवाई कि अपने ही अधिकारियों को बचाने के लिए बच्चों की भविष्य को अंधकार में करने का उठाया है बीड़ा वही पूर्व में शासकीय श्रृंगी ऋषि उत्तर माध्यमिक शाला में बिना शासन प्रशासन शिक्षा विभाग के अनुमति के पूरे बच्चों को बाहर कर दूसरे स्कूल में एडमिशन लेने के लिए दबाव बनाया गया बच्चों को तो पढ़ना था पालक भी दूसरे स्कूलों में बच्चों का एडमिशन करवा दिया वही एग्रीकल्चर और आर्ट के बच्चों को आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम स्कूल में एडमिशन नहीं दिया गया जिसके चलते बच्चों को मजबूरन अपनी आर्थिक स्थिति को झेलते हुए दूसरे स्कूल में एडमिशन लेने के लिए बाध्य हुए वह बच्चे भी अपनी भविष्य की चिंता को देखते हुए रोज 8 से 16 किलोमीटर का सफर तय कर रहे हैं वहीं कुछ विरोध होने के बाद आनन-फानन में बच्चों को एग्रीकल्चर में एडमिशन तो दिया जा रहा है मगर टीचर की व्यवस्था नहीं हो पाई है जो टीचर से शासकीय श्रृंगी ऋषि उत्तर माध्यमिक शाला में उनको दूसरे स्थान भेज दिया गया अब बच्चों का भविष्य के साथ क्या खिलवाड़ नहीं क्या पालक समिति का दायित्व नहीं बनता कि बच्चों का भविष्य का ध्यान रखें इस संबंध में किसी से पूछने पर कोई चीज का पता नहीं होने की बात करते हैं संस्था प्रमुख से बात करो तो जवाब नहीं शिक्षा विभाग के शिक्षा अधिकारी ब्लॉक नगरी और जिला शिक्षा अधिकारी भी जवाब देने में असमर्थ नजर आ रहे हैं आखिर यह अधिकारी भी क्यों जवाब नहीं दे रहे हैं कि शासकीय श्रृंगी ऋषि उत्तर माध्यमिक शाला नगरी को पूर्ण रूप से किस बेस पर बंद करके बच्चों का भविष्य दाव में लगाया गया क्या इसके पीछे कोई बड़ी मनसा या किसी विशेष को खुश करने की कोशिश तो नहीं