नारायणपुर में 21 दिसम्बर तक चलेगा मलेरिया मुक्त अभियान




नारायणपुर - मलेरिया रोकथाम के लिये कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू के मार्गदर्शन मे जिले में तृतीय मलेरिया मुक्त अभियान प्रारंभ किया गया है। जिसमे ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर दस्तक देकर जिले वासियों की मलेरिया की जांच की जा रही है। यह अभियान बीते 22 नवम्बर से प्रारंभ होकर 21 दिसम्बर 2021 तक संचालित होगा। जिले में अत बक मलेरिया मुक्त बस्तर के 2 व मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ के 2 अभियानों का सफल संचालन हो चुका है
जिले में संचालित होने वाले तृतीय मलेरिया मुक्त अभियान के सफलतापूर्वक संचालन के संबंध मे सीएमएचओ डॉ बी.आर. पुजारी ने विस्तार से जानकारी दी। उन्होने बताया," मलेरिया रोकथाम व जांच के लिये सर्वे दल का गठन किया गया है, जिसमें प्रथम सदस्य के रूप मे एक पुरूष कार्यकर्ता अथवा महिला स्वास्थ्यकर्ता वहीं दूसरी सदस्य के रूप में गांव अथवा पारा की मीतानिन होगी। सर्वे के दौरान रक्त जांच के साथ-साथ रजिस्टर मे जानकारी का संधारण, आरडी टेस्ट में कोड नंबर अंकित करना, मलेरिया पॉजिटिव पाये गए रोगी को दवा की प्रथम खुराक का सेवन कराना, नेल मार्किंग आदि किया जाएगा। उन्होंने संबंधित विभागों के मैदानी अमलो से संमन्वय एवं सहयोग का आग्रह किया है।“
वर्तमान में मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान का तृतीय चरण का आयोजन बीते 22 नवम्बर से किया गया है, जो 21 दिसम्बर 2021 तक चलेगा। जिसमें नारायणपुर के कुल 1.28 लाख जनसंख्या की मलेरिया जांच हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें से विकासखण्ड नारायणपुर में 217 ग्राम एवं विकासखण्ड ओरछा में 150 ग्रामों को लक्ष्य किया गया है। विकासखण्ड नारायणपुर में मलेरिया जांच हेतु कुल 80 टीम एवं विकासखण्ड ओरछा में 72 टीमों का गठन किया गया है। जिला नारायणपुर के अंतर्गत पुलिस कैंपों में भी मलेरिया जांच की जायेगी।
राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत जिला नारायणपुर में छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार मलेरिया मुक्त करने हेतु जिले में प्रथम चरण का आयोजन 15 जनवरी से 14 फरवरी 2020 तक चलाया गया था। जिसमें नारायणपुर की कुल लक्षित जनसंख्या 1.56 लाख के विरुद्ध कुल 1.73 लाख लोगों की मलेरिया जाँच की गई। जिसमें 68.38 प्रतिशत वार्षिक परजीवी सूचकांक रहा। इसी प्रकार क्रमशः मलेरिया मुक्त बस्तर के द्वितीय चरण का आयोजन 15 जून से 31 जुलाई 2020 तक चलाया गया, जिसमें कुल लक्षित जनसंख्या 1.58 लाख के विरुद्ध कुल 1.16 लाख लोगों की मलेरिया जांच की गई। जिसमें 40.209 प्रतिशत वार्षिक परजीवी सूचकांक रहा।
इसी प्रकार मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के प्रथम चरण का आयोजन 15 दिसम्बर से 31 जनवरी 2021 तक चलाया गया, जिसमें कुल लक्षित जनसंख्या 1.36 लाख के विरुद्ध कुल 1.30 लाख लोगों की मलेरिया जांच की गयी। जिसका वार्षिक परजीवी सूचकांक 20.70 प्रतिशत रहा। वहीं मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के द्वितीय चरण का आयोजन 15 जून से 31 जुलाई 2021 तक चलाया गया, जिसमें जिले की कुल लक्षित जनसंख्या 1.36 लाख के विरुद्ध कुल 1.42 लाख लोगों की मलेरिया जांच की गई। जिसमें 25.20 प्रतिशत वार्षिक परजीवी सूचकांक रहा।