CG- नशीले धुएं का गुबार: दोपहर में CM के निर्देश, रात में एक्शन.... हुक्का बारों पर देर रात पुलिस का छापा…. कई बारों पर हुई कार्रवाई.... रातभर में सैंकड़ों हुक्के जब्त......

CG- नशीले धुएं का गुबार: दोपहर में CM के निर्देश, रात में एक्शन.... हुक्का बारों पर देर रात पुलिस का छापा…. कई बारों पर हुई कार्रवाई.... रातभर में सैंकड़ों हुक्के जब्त......

रायपुर। रायपुर पुलिस की टीम द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में हुक्का पार्लर पर चेकिंग कर पार्लर्स पर कोटपा अधिनियम के तहत वैधानिक कार्यवाही की गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तमाम SP और IG की बैठक में कहा था कि प्रदेश में हुक्का बार पूरी तरह से बैन कर दिया जाए। रात होते ही रायपुर की पुलिस इस निर्देश पर एक्शन में नजर आई। तेलीबांधा इलाके में चार हुक्का बार पर पुलिस ने छापे मारे, सैकड़ों हुक्का रात भर में जब्त किए गए और बार संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। हाफ एंड हाफ कैफे, वाइट अर्थ कैफे, मिनिस्ट्री कैफे और स्काई लॉन्च जैसे कैफे में पुलिस ने दबिश दी। यहां पर हुक्का पीने के तमाम बंदोबस्त थे, जिन्हें पुलिस ने बरामद कर लिया। 

इन जगहों पर पहुंचे युवक-युवतियों से भी पुलिस ने कड़े लफ्जो में कह दिया कि दोबारा यह नजर न आएं। हुक्का बार संचालकों को भी कहा गया है कि अपने संस्थानों में अब हुक्का ना परोसें। देर रात तक पुलिस की यह कार्रवाई जारी रही। सीएम भूपेश बघेल ने आईजी-एसपी कांफ्रेंस में हुक्के को लेकर कड़े तेवर दिखाते हुए राजधानी समेत पूरे प्रदेश में इसे बंद करने का निर्देश दिया है। दो साल पहले भी हुक्का बार पर सख्त पाबंदी लगाई गई थी, लेकिन हुक्के का कारोबार राजधानी में तेजी से फैला है। बड़े होटलों से लेकर छोटे रेस्तरां तक, शहर में 125 से ज्यादा जगह युवाओं को हुक्का उपलब्ध है और टीन-एजर लड़के-लड़कियों तक को परोसा जा रहा है।

हुक्के को लेकर जब-जब शासन स्तर पर पाबंदी होती है, छापे पड़ते हैं। राजधानी में पिछले 2 साल में पुलिस 19 हुक्का बार पर छापे मार चुकी है लेकिन एक-दो दिन सील रहने तथा मामूली जुर्माने के बाद यह फिर खुल जाते हैं। वीआईपी रोड और उसके आसपास का इलाका हुक्के का हब बन गया है। अकेले इसी सड़क पर और आसपास 70 से ज्यादा हुक्का सेंटर हैं, जहां सारी रात युवाओं का आना-जाना रहने लगा है। फ्लेवर की आड़ में इन्हीं में से कुछ जगह हुक्का नशीले धुएं का गुबार भी उगल रहा है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हुक्का बा बंद करने के लिए सख्त कानून की जरूरत है। हुक्का बार में छापे के बाद पुलिस कोटपा-2003 एक्ट के तहत जुर्माना करती है या मामला कोर्ट में पेश कर देती है। आरोपी थोड़े जुर्माने के बाद छूट जाते हैं। कई बार तो हुक्का बार वालों को थाने से ही छोड़ना पड़ रहा है। इसलिए सख्ती नहीं हो पा रही है। पुलिस ने शहर के उन सभी रेस्टारेंट और कैफे में छापेमारी की जहां हुक्का बार चल रहा है। हुक्का बार वाले पहले ही अलर्ट थे। सभी जगह हुक्के का काउंटर बंद था। कहीं भी हुक्का नहीं पिलाया जा रहा था। पुलिस अफसरों ने संचालकों को साफ चेतावनी दे दी कि मुख्यमंत्री का आदेश है। किसी भी सूरत में हुक्का नहीं चलेगा। कहीं हुक्का पिलाते मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।