धमाके में 100 की मौत: जुमे की नमाज का था वक्त.... मस्जिद में बड़ा धमाका.... भीषण विस्फोट में 100 की मौत.... 300 से ज्यादा लोग जुमे की नमाज पढ़ने पहुंचे थे.... मची चीख-पुकार.....

धमाके में 100 की मौत: जुमे की नमाज का था वक्त.... मस्जिद में बड़ा धमाका.... भीषण विस्फोट में 100 की मौत.... 300 से ज्यादा लोग जुमे की नमाज पढ़ने पहुंचे थे.... मची चीख-पुकार.....


डेस्क। अफगानिस्तान के कुंदुज प्रांत में शुक्रवार को बड़ा धमाका हुआ। जुमे की नमाज के दौरान जोरदार धमाका हुआ। धमाके में 100 लोगों की मौत होने की खबर है। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि ये हमला आईएस ने किया है। धमाके में कई लोगों के घायल होने की बात भी सामने आ रही है। 107 घायल हैं। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि हमले के वक्त मस्जिद में करीब 300 लोग मौजूद थे। ये लोग जुमे की नमाज में शामिल होने आए थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नमाज अदा करने के दौरान ही उन्हें विस्फोट की आवाज सुनाई दी। घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे।


यह धमाका हजारा शिया मस्जिद को निशाना बनाकर किया गया। कुंदुज सेंट्रल अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि अब तक हमें हॉस्पिटल में 35 शव मिले हैं और 50 से ज्यादा घायल भर्ती हुए हैं। वहीं, डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (MSF) की ओर से चलाए जा रहे एक दूसरे अस्पताल में 15 लोगों के शव मिले हैं। अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद यह देश में सबसे बड़ा हमला है। कुंदुज में संस्कृति और सूचना के निदेशक मतिउल्लाह रोहानी ने बताया कि यह आत्मघाती हमला था, वहीं तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा था कि कुंदुज में मस्जिद में विस्फोट होने से कई लोग मारे गए हैं। 

हालांकि मरने वालों की संख्या की पुष्टि अभी नहीं हुई है। इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी संगठन ने नहीं ली है। हालांकि, तालिबान के प्रतिद्वंद्वी गुटों का हाल के दिनों में इस तरह के हमलों के पीछे हाथ रहा है। माना जा रहा है कि इस विस्फोट के पीछे अफगानिस्तान में सक्रिय ISIS-खुरासान गुट का हाथ हो सकता है। ISIS शिया मुस्लिमों का विरोध करता रहा है। साथ ही वह हजारा और दूसरे अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदायों का भी विरोधी है।