बस्तर में 21 जून से 5 जुलाई तक चलेगा गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा..0-5 वर्ष के बच्चों के स्वास्थ्य का रखा जाएगा विशेष ध्यान..गृह भ्रमण के दौरान हाथ धोने की विधि का होगा प्रदर्शन




जगदलपुर, - बस्तर जिले में गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा (IDCF- इंटेन्सीफाइड डायरिया कंट्रोल फोर्टनाइट -आईडीसीएफ) 21 जून से 5 जुलाई 2022 तक आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु कलेक्टर रजत बंसल की अध्यक्षता में महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग की जिला स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें कलेक्टर महोदय के द्वारा कोविड -19 नियमों का पालन करते हुए 0-5 वर्ष के बच्चों का विशेष ध्यान रखऩे हेतु गतिविधियों का संचालन करने के लिए निर्देश दिए गए।
0-5 वर्ष के बच्चों में डायरिया से होने वाली मृत्युओं की रोकथाम और शीघ्र उपचार से शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से 21 जून से 5 जुलाई तक गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा मनाया जाएगा। इस दौरान जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वा. केन्द्र, उपस्वास्थ्य केन्द्र तथा हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों में ओरल डिहाइड्रेशन ट्रीटमेंट (ओआरटी) कार्नर स्थापित किए जाएंगे। साथ ही ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, स्वास्थ्य कार्यकर्ता व मितानिन को डायरिया केस प्रबंधन पर विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा। और उन्हें ओआरएस, जिंक टेबलेट, उपचार तथा काउंसलिंग पर आधारित प्रशिक्षण और टूल किट दिया जाएगा।
कलेक्टर रजत बंसल ने सभी संस्थाओं में ओ.आर.एस. और जिंक टैबलेट की पर्याप्त उपलब्धता तथा पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती डायरिया से पीड़ित अति गंभीर कुपोषित बच्चों का प्रबंधन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही गांव पंचायत स्तर पर ओआरएस का घोल एवं जिंक का महत्व दर्शाते दीवार लेखन करना , जागरूकता हेतु संचार के विभिन्न साधनों जैसे- टीवी, रेडियो, डिजिटल माध्यम ( व्हाटसैप, फेसबुक, ट्वीटर आदि) पर स्थानीय भाषा में प्रचार-प्रसार किया जाना, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, स्थानीय प्रशासन आजिविका मिशन एवं शासकीय विभागों के साथ कार्यरत डेवलपमेंट पार्टनर्स एवं निजी स्वास्थ्य संस्थाओं का गतिविधियों एवं मॉनिटरिंग में सहयोग लिया जाना तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन, एएनएम द्वारा ग्राम स्तर और शहरी क्षेत्रों में विशेष गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिए।
इस समबन्ध में डॉ. आर.के.चतुर्वेदी ने बताया: "गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा के दौरान घर, कुएं व जल-स्रोतों की साफ-सफाई तथा पानी को स्वच्छ रखने के लिए क्लोरीन टेबलेट्स का वितरण किया जाएगा। उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों जैसे ईंट-भट्टा, खानाबदोश स्थल, बाढ़ की संभावना वाले क्षेत्रों, ऐसे उप स्वास्थ्य केंद्र जहां एएनएम उपलब्ध नहीं हैं, प्रवासी मजदूर, सड़क पर रहने वाले बच्चों, मलिन बस्तियों जैसी जगहों पर अधिक ध्यान दिया जायेगा। गृह भ्रमण के दौरान हाथ धोने की विधि का प्रदर्शन किया जाएगा। आईडीसीएफ के दौरान मितानिन द्वारा छह माह से पांच वर्ष तक के बच्चों वाले घरों में ओ.आर.एस. पैकेट का वितरण तथा इसके उपयोग के संबंध में सलाह प्रदान कर ओ.आर.एस. घोल बनाने की विधि का प्रदर्शन किया जाएगा। गंभीर डायरिया के लक्षणयुक्त बच्चे को इलाज के लिए उच्च स्वास्थ्य संस्था में रेफर किया जाएगा। मितानिन लोगों को साफ-सफाई के लिए प्रेरित भी करेंगी। वह लोगों को डायरिया प्रकरणों की पहचान, ए.एन.एम. या स्वास्थ्य केन्द्रों पर संदर्भन, डायरिया के लक्षण व खतरों के बारे में भी बताएंगी।