CG में अजब गजब चोरी : फिल्मी स्टाइल में बहन ने अपनी बहन के घर कराई लाखों की चोरी,फिर जो हुआ,पुलिस को दिया चौंकाने वाला ऐसा ऑफर…
खुद की सगी बहन निकली चोरी की मास्टरमाइंड… अपने साथियों के साथ रची थी साजिश.....




बिलासपुर : चोरी की एक फिल्मी कहानी का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. इस कहानी में बड़ी बहन ने ही अपनी सगी छोटी बहन के घर में चोरी करवाई. चोरी तो 41.30 लाख की थी, लेकिन छोटी बहन ने थाने में सिर्फ 20 हजार कैश और कुछ गहनों की चोरी की रिपोर्ट लिखाई. पुलिस ने जब चोरों को पकड़ा तो 25 लाख कैश मिले. कहानी यहां खत्म नहीं हुई है. चोरों ने बताया कि वे तो नकली चोर हैं, असली चोर कोई और है. असली चोरों को पकड़कर जब पुलिस ने पूरी रकम बरामद कर ली तो प्रार्थिया ने पुलिस को ही यह ऑफर कर दिया कि वे आधी रकम रख ले, लेकिन लिखा-पढ़ी में जब्ती न बनाएं. जब पुलिस ने इतनी बड़ी मात्रा में कैश के सोर्स के बारे में पूछा तो प्रार्थिया कुछ नहीं बता सकी. पुलिस ने इस मामले में आयकर विभाग को लिखने का निर्णय लिया है.
2 दिन पहले अभिषेक नगर निवासी सरोजिनी साहू ने चोरी की रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई थी, मामले में पुलिस ने जांच शुरू की तो, सीसीटीवी कैमरे मे आरोपियों की तस्वीर कैद मिली, और जब पुलिस आरोपियों के गिरेबा तक पहुंची, तो पता चला कि प्रार्थी सरोजिनी साहू की सगी बहन रुकमणी साहू ने चोरी करने का पूरा मास्टर प्लान तैयार किया था.
पुलिस की आंखें तब फटी की फटी रह गई जब आरोपियों के पास से 25 लाख रुपए नगद मिले, पुलिस ने और कड़ाई से जब पूछताछ की तो आरोपियों के पास से 16 लाख रुपए और नगद मिले.
पुलिस ने मामले में आरोपी रुकमणी साहू, शिवदीप तिवारी, सूरज विश्वकर्मा, वासु श्रीवास, किशोरीलाल बंजारे, गजेंद्र कश्यप और सोमेश कश्यप को गिरफ्तार किया है. वही मामले के दो अन्य आरोपी गोलू कश्यप और शिवनारायण साहू फरार है. पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि फरार आरोपियों के पास भी बड़ी मात्रा में नकदी रकम है. बताया जा रहा है कि पीडब्ल्यूडी और वन विभाग के अधिकारी व ठेकेदारों का पैसा सरोजिनी साहू दूसरे जगह फंडिंग करती थी.
जिसकी जानकारी उसकी बहन आरोपी रुकमणी साहू को थी. पुलिस ने आरोपियों के पास से कुल 41 लाख रूपए नगद बरामद किए हैं. सरोजिनी साहू वन विभाग में खाद और बीज का ठेका लेती थी, वही उसका पति तुलसी राम साहू पीडब्ल्यूडी में माली है. यही वजह है कि रजनी साहू के दोनों विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारों से नज़दीकियां थी.
भारी मात्रा में मिले रुपए को लेकर इस बात की भी चर्चा है कि, यह पैसा वन विभाग और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का है जो कि ईडी के छापे के डर से सरोजिनी साहू के घर सुरक्षित रखवा दिया था. बहरहाल एसपी संतोष कुमार सिंह ने पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की बात कही है. आगे जांच के बाद और कई चौकानेवाले खुलासे हो सकते हैं. ACCU और सिविल लाइन पुलिस की टीम ने यह कार्रवाही की है.